तमिलनाडु के इरोड ने जीती कोरोना की जंग, हर राज्य को करना होगा यही काम – Erode of Tamil Nadu won the battle of Corona, every state will have to do the same | nation – News in Hindi
देश के कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या अब 40 हजार के करीब पहुंचने वाली है.
तमिलनाडु (Tamil Nadu) के इरोड (Erode) में पिछले दो सप्ताह से कोरोना संक्रमण का कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है. जिसके बाद इरोड को अब रेड जोन से ऑरेंज ज़ोन में बदल दिया गया है.
इसे स्थानीय प्रशासन को नियंत्रण और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन किया जाना ही कहेंगे कि यहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से सुधार हुआ है. बता दें कि इरोड में कुल 70 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई थी. 27 अप्रैल को यहां से अखिरी पॉजिटिव मरीज को भी अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.
मार्च में इरोड में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा दर्ज किया जाने लगा. इसे देखते हुए इरोड के प्रशासन ने कमर कसी और स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर इस बीमारी से निजात पाने की ठान ली. CNN News18 से बात करते हुए इरोड के जिला कलेक्टर काथिरावन ने बताया कि हमने किसी भी कोरोना पॉजिटिव मरीज को घर में क्वारंटाइन नहीं किया. जैसे ही किसी मरीज में कोरोना के लक्षण दिखाई दिए वैसे ही उन्हें स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयार किए गए क्वारंटाइन सेंटर में भेजा गया. हमने देखा कि इरोड में आने वाले सभी मामले या तो निजामुद्दीन सम्मेलन से वापस आने वाले यात्रियों के थे या फिर उनके संपर्क में आने वाले रिश्तेदारों के थे. इसके बाद जिला प्रशासन ने सभी जमातियों को पकड़ने के लिए योजना तैयार की.
इसे भी पढ़ें :- इस आसान ग्राफिक्स से समझिए देश भर में किस ज़ोन में किन कामों की होगी मंजूरीसीसीटीवी फुटेज से पकड़े गए कोरोना संदिग्ध
काथिरावन ने बताया कि दिल्ली से आने वाले सभी लोगों की पहचान करने के लिए प्रमुख मस्जिदों के आसपास सीसीटीवी फुटेज को देखा गया. इसके बाद जो भी संदिग्ध दिखाई दिया उसकी कोरोना जांच कराई गई. जिला कलेक्ट्रेट ने बताया कि 15 मार्च को हमें कोयम्बटूर हवाई अड्डे से थाईलैंड से आने वाले लोगों की लिस्ट मिली. इसके बाद हमने इन सभी थाई नागरिकों की मदद से दो दिन के अंदर 22 से अधिक लोगों को पकड़ा और उनकी कोरोना जांच कराई गई. जांच में पता चला था कि ये सभी लोग कभी न कभी इन सभी थाई लोगों के संपर्क में आए थे. इस तरह से कोरोना की चेन तोड़ना आसान हो गया.
इसे भी पढ़ें :-