छत्तीसगढ़

ई-प्रलेख “छत्तीसगढ़ के छत्तीस रत्न” का हुआ ऑनलाइन विमोचन*

ई-प्रलेख “छत्तीसगढ़ के छत्तीस रत्न” का हुआ ऑनलाइन विमोचन 

सबका संदेस न्यूज़ छत्तीसगढ़-

(छत्तीसगढ़ की कला,संस्कृति को समर्पित छत्तीसगढ़ी ई-प्रलेख)
काव्य संसद ऑनलाइन के तत्वाधान में छत्तीसगढ़ के 20 जिलों के 36 चयनित साहित्यकारों की रचनाओं का साझा संकलन छत्तीसगढ़ के छत्तीस रत्न(ई-बुक) को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में 3 मई को ऑनलाइन विमोचन किया गया।
इस ई-प्रलेख को विमोचित करते हुए इसके संपादक पुखराज यादव प्राज ने बताया कि “छत्तीसगढ़ के छत्तीस रत्न” एक छत्तीसगढ़ी साझा काव्य संग्रह है,जिसमें छत्तीसगढ़ के 20 जिलों के 36उत्कृष्ट साहित्यकारों की रचनाओं का संगम स्थली है।इस ई प्रलेख की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह भी है कि इसमें संकलित समस्त रचनाओं का समीक्षा भी संलग्न है,यह नवीन प्रयोग संकलन तैयार करते समय किया गया है।यहाँ रचनाकारों के गुरुओं(समीक्षकों) को सम्मान देने का एक प्रयास है,क्योंकि समीक्षक गुरु के समान होता है।
सह संपादक सुन्दर लाल डडसेना “मधुर” ने बताया कि छत्तीसगढ़ के छत्तीस रत्न(ई-प्रलेख) काव्य संसद डॉट ऑनलाइन के अथक प्रयास और मेहनत का फल है,जिसमें छत्तीसगढ़ के 20 जिलों के रचनाकारों को एक सूत्र में पिरोने का छोटा सा प्रयास है।ये एक नवीन प्रयोग है,छत्तीसगढ़ी रचनाओं को आगे बढ़ाने की कोशिश है।
*छत्तीसगढ़ की पावन धरा पर यह नव प्रयत्न।*
*समीक्षा संग लाये हम “छ.ग.के छत्तीस रत्न”।।*
आगे बताया कि इस ई प्रलेख में छत्तीसगढ़ के तीज तिहार,मया दुलार और प्यार को रचनाकारों ने उकेरने का प्रयास किये हैं।छत्तीसगढ़ महतारी के गुणगान,हमर गँवई गाँव,पोरा बईला,अक्ति तिहार,कका बबा के गोठ गुहार,बेटी दुलोरिन,मोर बेटी मोर मयारू के साथ ही साथ छत्तीसगढ़ के गुरतुर बोली,स्कूल जाबो,नोनी लईका ला पढाबो,बस्तर दर्शन,भक्त और भगवान,छत्तीसगढ़ के बढ़ाएंगे मान जैसे रचनाओं से इस ई प्रलेख में चार चांद लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किये हैं।
इस काव्य संग्रह का अनावरण kavyasansad.online पर किया गया। साथ ही इस प्रलेख को अमेजॉन डॉट कॉम में भी प्रकाशित किया गया है। इस काव्य संग्रह में छत्तीसगढ़ के पुखराज यादव प्राज, सुन्दर लाल डडसेना, माधवी गणवीर, मीरा आर्ची चौहान ,रश्मि अग्निहोत्री, डिग्री लाल जगत, नलिनी बाजपेयी, डिजेन्द्र कुर्रे ,अनिता देशमुख, शैलेन्द्र चेलक, दिनेश विश्वकर्मा, गिरिजा प्रसाद, महेन्द्र देवांगन, गोमती सिंह, पदमा साहू, सरस्वती चौहान, प्रिया गुप्ता, तारा पांडेय, परमानंद निषाद ,सीमा साहू, संतोष गुप्ता, मेघ प्रकाश शेरपा, नागेश कश्यप, अजय पटनायक, गुलाब सिंह, सुमिधा सिदार,गौतम साहू, फरुण यादव,संजय बहिदार, धनीराम नंद,आनंद कुमार त्रिवेदी, टिकेश्वर सिदार, विनोद कुमार, दूजराम साहू,अंजली तिवारी, मनोज कुमार पाटनवार इत्यादि साहित्यकारों के काव्य का संकलन इस पुस्तक में हुआ।

 

 

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