वो सीक्रेट ऑफिस जिसके जरिए किम परिवार करता आ रहा है नॉर्थ कोरिया पर काबू north korea kim jong un secret office | knowledge – News in Hindi
नॉर्थ कोरिया की राजधानी प्योंगयांग (Pyongyang) में स्थित कोरियन वर्कर्स पार्टी की इमारत में तीसरी मंजिल पर ये सीक्रेट ऑफिस है. इसपर किम जोंग से पहले उनके पिता किम जोंग इल का नियंत्रण रहा है. खुफिया एजेंसियों का मानना है कि इस ऑफिस तक केवल किम के करीबी लोगों की ही पहुंच है जो देश में आ रहे तमाम वैध और अवैध पैसों और सामानों का लेखा-जोखा रखते हैं और पैसों को किम परिवार के बैंक खातों तक पहुंचाते हैं. अमेरिकी इंटेलिजेंस का दावा है कि फिलहाल किम के न दिखाने देने के दौरान उनकी बहन किम यो-जोंग इस सीक्रेट दफ्तर को देख रही हैं.
पिछले महीने से यहां के सैन्य शासक किम जोंग उन की मौत की अटकलें लग रही हैं
ऑफिस 39 से ही लगा हुआ ऑफिस 38 भी है. माना जाता है कि इस दफ्तर से खास किम परिवार के ही बैंक खातों को देखा जाता है. जबकि ऑफिस 39 में बाहर से आने वाली रकम और सारे वैध-अवैध तरीकों से आए कीमती चीजों की निगरानी की जाती है. बता दें कि नॉर्थ कोरिया की मीडिया पर इतना सख्त सेंसर है कि यहां से होकर कोई भी बात बाहरी दुनिया तक नहीं पहुंच पाती है. हालांकि देश की जानकारी निकालने में माहिर खुफिया संस्थाओं का कहना है कि यहां तस्करी से भी काफी पैसे आते हैं जिनपर किम परिवार का सीधा नियंत्रण होता है. इसके अलावा पैसे कमाने के इस देश के तरीके के बारे में किसी को भी ज्यादा जानकारी नहीं है. ये बड़ा सवाल है कि जो देश अपने यहां विदेशी सैलानियों के आने पर नियंत्रण रखता है, जो दूसरे देशों के साथ व्यापार और सामाजिक संबंध रखने से परहेज करता है, वहां पैसे कमाने के क्या तरीके हो सकते हैं?फिलहाल ऑफिस 39 के बारे में बस इतना जानकारी ही पक्की है कि साल 1970 में इसे किम के दादा Kim Il-Sung ने बनाया था. इसकी संदिग्ध गतिविधियों की हल्की-फुल्की झलक तब मिली, जब 30 अगस्त 2010 में उत्तर कोरिया ने अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में दक्षिण कोरिया से लड़ाई शुरू कर दी. तब अमेरिका के तत्कालीन प्रेसिडेंट बराक ओबामा (Barack Obama) ने एक ऑर्डर पर दस्तखत किए. इस ऑर्डर में दिखाई दे रहा था कि उत्तर कोरिया के पैसों का बड़ा स्त्रोत अवैध है. इसमें मनी लॉड्रिंग, मुद्रा की जालसाजी और मादक पदार्थों की तस्करी शामिल है. इसमें ऑफिस 39 का जिक्र था.
तमाम जानकारियां सीक्रेट रखने में माहिर इस देश के इस सीक्रेट दफ्तर का इतिहास दिलचस्प है
उसी साल नवंबर में U.S. Treasury Department ने इस ऑफिस के बारे में कहा कि अवैध स्त्रोतों से यहां आई रकम Korea Daesong Bank और Korea Daesong General Trading Corporation के पास जाती है. ये आरोप लगाया गया कि ये दफ्तर असल में डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया की सरकार की एक गुप्त शाखा है,जो किम परिवार को मदद करती है. इसमें अवैध तरीके से आए पैसे ही होते हैं. खुफिया विभागों का मानना है कि इसी दफ्तर से किम परिवार की स्थिति देश में और मजबूत करने और न्यूक्लियर प्रोग्राम के लिए पैसे जमा होते हैं.
माना जा रहा है कि किम की बहन Kim Yo-Jong ने साल 2014 के बाद से ऑफिस 39 को देखने में काफी अहम भूमिका निभाई है. यो जोंग यहीं से देश की मीडिया को साधने और दूसरे देशों के सामने अपनी जानकारी लीक होने से बचाए रखने के लिए रणनीति भी बनाती हैं. यहां तक कि यो जोंग के पति के भी इस दफ्तर से ताल्लुक बताए जाते हैं. खुफिया एजेंसियों के मुताबिक यो जोंग की शादी उत्तर कोरिया के बड़े राजनयिक के बेटे Choe Song से हो चुकी है. Choe Song को भी ऑफिस 39 में ही फाइनेंस और एकाउंटिंग विभाग में बड़ा काम सौंपा गया है.
किम की बहन Kim Yo-Jong ने साल 2014 के बाद से ऑफिस 39 को देखने में काफी अहम भूमिका निभाई है
अपनी तमाम जानकारियां सीक्रेट रखने में माहिर इस देश के इस सीक्रेट दफ्तर का इतिहास दिलचस्प है. खुफिया एजेंसियों का दावा है कि यहीं से 2 इटालियन नौकाओं की तस्करी को सहमति मिली थी. 15 मिलियन डॉलर से भी ज्यादा कीमत की इन नौकाओं की तस्करी हालांकि असफल रही. इसपर धोखाधड़ी के कई आरोप लगते रहे हैं. और माना जा रहा है कि इसी ऑफिस से वियाग्रा, अफीम और दूसरे मादक पदार्थों की तस्करी को अनुमति मिलती है और वे पैसे यहीं से आते-जाते हैं. यहां तक कि ऑफिस 39 के अपने खेत भी हैं, जहां अफीम की खेती होती है.
देश के राजदूत दूसरे देशों की मदद से इन अवैध और वैध व्यापारिक सौदों के जरिए पैसे उगाहते हैं. इसमें खराब क्वालिटी वाला सोना बेचने से लेकर उत्तर कोरिया में उगे लो क्वालिटी मशरूम की बिक्री भी शामिल है. बिक्री से आए पैसों को डिप्लोमेटिक पाउच में भरकर देश भेजा जाता है. डिप्लोमेटिक सील होने के कारण इसे विदेशी जांच के दौरान भी खोला नहीं जाता है. माना जाता है कि ऑफिस 39 के ये सारे अवैध काम देश की दो ही संस्थाओं से करवाया जाता है- Korea Daesong Bank और Korea Daesong Trading Co. साल 2010 में बराक ओबामा के दौरान इस देश में प्रतिबंध लगाए जाने पर काम कर रहे आतंकवाद और वित्तीय खुफिया विभाग के तत्कालीन सेक्रेटरी Stuart Levey ने इस संबंध में कई प्रमाण दिए थे, हालांकि अब तक ये सामने नहीं लाए गए हैं.
इस दफ्तर के जरिए आए अवैध सामानों और पैसों से किम के वफादरों को पुरस्कृत किया जाता है. जैसे एक दावे के अनुसार साल 2008 में किम जोंग इल के जन्मदिन पर 200 से ज्यादा इर्पोटेड कारें आईं. दक्षिण कोरिया के एक अखबार Chosun Ilbo के मुताबिक ये कारें चीन की यालू नदी से होते हुए नॉर्थ कोरिया लाई गईं ताकि अपने लोगों को इनाम बांटा जा सके. वैसे माना जा रहा है कि बीते सालों में लगातार प्रतिबंधों और खुफिया एजेंसियों की नजर के कारण ये दफ्तर उतनी अच्छी तरह से काम नहीं कर पा रहा है. जैसे साल 2005 में जुएं से कमाई गई बड़ी रकम इसे अब तक हासिल नहीं हो सकी है क्योंकि ये अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों और मीडिया की नजरों में आ गया था.
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