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बंगाल में कोरोना पीड़ित हर आठवें मरीज की हो रही मौत, पर आंकड़े ऐसा नहीं बताते, One in 8 Coronavirus positive died in Bengal but official tally does not show it | nation – News in Hindi

बंगाल में कोरोना पीड़ित हर आठवें मरीज की हो रही मौत, पर आंकड़े ऐसा नहीं बताते

पश्चिम बंगाल में कोरोना से मरने वालों का आधिकारिक आंकड़ा 33 है.

पश्चिम बंगाल (West Bengal) में कोरोना वायरस से संक्रमित 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य सरकार इनमें से 33 की मौत के लिए ही कोविड-19 (Covid-19) को जिम्मेदार बताती है.

नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल (West Bengal) में बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमित 105 लोगों की मौत हो गई. सरकार ने खुद यह आंकड़ा जारी किया. उसने इसके साथ एक और बात जोड़ दी. बंगाल (Bengal) के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने कहा कि असल में मरने वाले 105 लोगों में कोविड-19 (Covid-19) से सीधे तौर पर 33 लोग ही प्रभावित थे. बाकी पहले से किसी दूसरी बीमारी से पीड़ित थे और अचानक कोरोना से भी संक्रमित हो गए.

बंगाल के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा के मुताबिक राज्य में कोरोना वायरस (Coronavirus) से हो रही मौतों का अध्ययन करने के लिए एक्सपर्ट कमेटी बनाई गई थी. ये आंकड़े उसी ने जारी किए हैं. सिन्हा ने कहा, ‘द डेथ ऑडिट कमेटी ने स्वास्थ्य विभाग कुछ सुझाव दिए हैं. विभाग को मरीजों से जुड़े रिकॉर्ड को विस्तारपूर्वक बनाने को कहा गया है. डेथ सर्टिफिकेट में भी एकरूपता लाने की बात कही गई है.’ कमेटी ने विभाग से कहा है कि वह डेथ सर्टिफिकेट में मौत का तात्कालिक कारण (Immediate Cause), पूर्व का कोई कारण (Antecedent Cause) और अंतर्निहित कारण (Underlying Cause) लिखने को कहा गया है. बंगाल ने यह कमेटी 12 अप्रैल को बनाई थी. तब तक वहां 7 लोगों के कोरोना से मारे जाने की रिपोर्ट थी. सरकार ने यह संख्या घटाकर तीन कर दी थी.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक इस कमेटी ने 24 अप्रैल को अपनी पहली रिपोर्ट दी. उसने कहा कि अब तक (24 अप्रैल) राज्य में कोरोना पॉजिटिव पाए गए 57 लोगों की मौत हुई है. लेकिन इनमें से 18 लोगों की मौत के लिए ही कोविड-19 वायरस सीधे दौर पर जिम्मेदार है. बाकी लोगों की मौत का मुख्य कारण वो बीमारी (Co-morbid conditions) थी, जो उन्हें पहले से थी.

दरअसल, भारत में कोरोना वायरस से जितने भी लोगों की मौत हुई है, उनमें से 50 फीसदी लोग डायबिटीज और हाइपरटेंशन जैसी बीमारियां भी थीं. यह संभव है कि ऐसी मौतों में भी मुख्य कारण दूसरी बीमारी रही हो. अन्य राज्यों ने कोविड-19 से संक्रमित लोगों की मौत को दूसरी बीमारी में शामिल नहीं किया है, भले ही वे किसी अन्य बीमारी से भी ग्रसित रहे हों.अब पश्चिम बंगाल में डेथ ऑडिट कमेटी बनने के बाद दूसरे राज्य भी ऐसा ही कर रहे हैं. दिल्ली, महाराष्ट्र और पंजाब में एक्सपर्ट कमेटी बनाने की बात कही गई है, जो हर मौत पर विस्तृत रिपोर्ट बनाएगी. बंगाल में अब तक 744 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, जिनमें से 33 की मौत हो चुकी है. अगर हम इसमें उन 72 मृतकों की संख्या भी जोड़ दें तो कोरोना पॉजिटिव तो थे, लेकिन उनकी मौत का कारण कोई और बीमारी बताई गई तो राज्य में इस वायरस से संक्रमितों कर की संख्या 816 पहुंच जाती है. इसी तरह कोरोना पॉजिटिव से मरने वालों की संख्या 105 हो जाती है. यानी, राज्य में कोरोना से संक्रमित हर आठवें मरीज की मौत हो रही है. यह औसत पूरे देश में सबसे अधिक और डरावना भी है.

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First published: May 1, 2020, 1:46 PM IST



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