पीएम-सीएम की अपील के बाद कोरोना से जंग में दान देने का रिकॉर्ड बना रहे ये गांव, india village donate 10-11 crore rupees for war with Corona covid-19 after pradhan mantri narendra modi appeal-dlop | chandigarh-city – News in Hindi
सबसे ज्यादा दान देने वाली तीन पंचायतों की प्रमुख महिलाएं हैं. सरकार इन गांवों की तारीफ करते नहीं थक रही. इनमें से कुछ गांवों का अपना इतना बड़ा फंड है कि उसका ब्याज ही सांसद निधि (MP Fund) के तहत किसी लोकसभा क्षेत्र को मिलने वाली सालाना पांच करोड़ रुपये की रकम से कहीं अधिक होता है.
इस गांव ने दिए 11 करोड़ रुपये
सोनीपत के राई खंड की सेरसा गांव पंचायत (Sersa Panchayat) ने ‘हरियाणा कोरोना रिलीफ फंड’ में अब तक का सबसे बड़ा दान दिया है. सरपंच नीलम ने सीएम आवास पर जाकर 11 करोड़ 251 रुपये का चेक मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर को सौंपा. इसमें स्कूली विद्यार्थियों की ओर से सामूहिक रूप से कोरोना फंड के लिए जमा किए गए पैसे भी शामिल थे. मुख्यमंत्री खट्टर ने इस दरियादिली के लिए गांव और बच्चों का आभार प्रकट किया है.
पानीपत जिले की बाल जाटान ग्राम पंचायत की सरपंच सरिता देवी सीएम को चेक सौंपते हुए
10.5 करोड़ रुपये का दान करने वाले गांव से मिलिए
पानीपत जिले की बाल जाटान ग्राम पंचायत (Bal Jatan Panchayat) ने भी बड़ा दिल दिखाते हुए सरकार को कोरोना रिलीफ फंड में 10 करोड़ 50 लाख रुपये का योगदान दिया है. इस राशि का चेक सरपंच सरिता देवी ने सीएम को सौंपा. इसके लिए पहले 50 लाख रुपये का चेक दिया गया. जबकि 10 करोड़ रुपये के दान के लिए पंचायत विभाग से जुड़े उच्चाधिकारियों से मंजूरी मांगी गई थी. अनुमति मिलने के बाद यह चेक भी सीएम को सौंप दिया गया. बताया गया है कि ग्राम पंचायत के फंड में इस समय कुल 130 करोड़ रुपये की राशि है.
सोनीपत के जाजी गांव ने भी कायम की मिसाल
सोनीपत के जाजी गांव (Jaji Village) के सरपंच भीम सिंह ने राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा के साथ सीएम आवास पहुंचकर खट्टर को 5.21 करोड़ रुपये का चेक सौंपा. कहा कि यह हरियाणा कोरोना रिलीफ फंड में उनके गांव की ओर से योगदान है. इस महामारी के खिलाफ जंग में गांव भी किसी से पीछे नहीं हैं. इस पैसे को देने के लिए पंचायत के सभी सदस्यों और ग्रामीणों की सहमति ली गई. सबकी सहमति के बाद पैसा दिया जा रहा है.
फरीदाबाद का चंदावली गांव पहले भी संकट के समय सरकार को सहयोग दे चुका है
चंदावली ने दिया 1 करोड़
फरीदाबाद की चंदावली गांव (Chandawali Village) पंचायत 1 करोड़ रुपये का चेक दिया है. यहां की पंचायत प्रमुख अंजू यादव हैं, जिनकी गिनती हरियाणा के सबसे कम उम्र के सरपंचों में होती है. गांव की ओर से सीएम को सरपंच अंजू यादव के पिता गिर्राज यादव, पंच भूलेराम, महेंद्र, भीम सिंह, पंकज आदि ने चेक सौंपा. फरीदाबाद इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप इसी पंचायत का हिस्सा है. इस पंचायत के पास 64 करोड़ रुपये का फंड है. तीसरे महीने करीब 80 लाख रुपये का ब्याज मिल जाता है. यह गांव एक बार पहले भी संकट के समय 5 करोड़ रुपये सरकार को दे चुका है.
फरीदाबाद के मच्छगर गांव ने भी 1 करोड़ रुपये दिए
फरीदाबाद जिले की ही मच्छगर गांव (village machhgar) पंचायत ने भी कोरोना रिलीफ फंड में 1 करोड़ रुपये का योगदान दिया है. गांव के सरपंच नरेश कुमार ने पृथला विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं हरियाणा भंडारण निगम के चेयरमैन नयनपाल रावत को इस राशि का चेक भेंट किया. इस गांव के पास 68 करोड़ रुपए का अपना फंड है.
हरियाणा के इस गांव ने कोरोना से लड़ने को दिए 1 करोड़ रुपये
मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार अजय गौड़ का कहना है कि कई और पंचायतें भी पैसा देने वाली हैं. जो समृद्ध पंचायतें हैं वो संकट के समय सरकार का योगदान दें. यहां की पंचायतों ने पूरे देश में मिसाल कायम की है. उम्मीद है कि हरियाणा के गांवों से प्रेरित होकर देश की दूसरी पंचायतें भी राज्य और केंद्र को बढ़ चढ़कर योगदान देंगी.
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