शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष फोकस होगा नये कलेक्टर आनंद का : विडियो
दुर्ग को मॉडल जिला बनाने पर भी होगा विशेष ध्यान
पदभार संभालने के बाद पहली बार दुर्ग-भिलाई के पत्रकारों से हुए रुबरु
दुर्ग। जिले के नए कलेक्टर अंकित आनंद पद्भार संभालने के बाद गुरुवार को पहली बार दुर्ग-भिलाई के पत्रकारों से रु बरु हुए। चर्चा के दौरान एडीएम संजय अग्रवाल भी मौजूद थे। उन्होने चर्चा में कहा कि दुर्ग जिला शहरी क्षेत्र है। इसे मॉडल जिला बनाने विभिन्न पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा। खासकर स्वास्थ्य व शिक्षा में विशेष फोकस करने की बात कही। प्रदेश सरकार के नरवा,घुरवा, गरवा व बाड़ी पर आधारित योजना के क्रियान्वयन से जुड़े एक सवाल के जवाब में कलेक्टर अंकित आनंद ने कहा कि यह योजना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अनुभव से जन्म लिया है। दुर्ग जिला इसका बड़ा उदाहरण है।
उन्होने आगे कहा कि स्वास्थ्य सेवा पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। शासन की महतारी व शव वाहन योजना का जरुरतमंदों को सेवा उपलब्ध नहीं हो रही तो इसकी मानिटरिंग करवाऊंगा। जिला अस्पताल में डॉक्टरों की कमी की जल्द पूर्ति हो जाएगी, क्योंकि शासन स्वास्थ्य सेवा को लेकर गंभीर है। डॉक्टरों की कमी से निपटने शासन द्वारा जल्द डॉक्टरों की नियुक्ति की जाएगी।
एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा दुर्ग जिला सीएम का गृह जिला है, वहीं मंत्रियों की संख्या ज्यादा है। जिसका फायदा दुर्ग जिले को ज्यादा मिलेगा और दुर्ग का ज्यादा विकास भी होगा। मालूम हो कि कलेक्टर अंकित आनंद इसके पहले उर्जा विभाग में विशेष सचिव, छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी में प्रबंध संचालक के अलावा जगदलपुर व जशपुर में दो-दो साल कलेक्टर रह चुके है।
कलेक्टर अंकित आनंद ने कहा कि भूमाफिया व अवैध कालोनाइजर्स के खिलाफ नगरीय प्रशासन व राजस्व विभाग के निर्देशानुसार कदम उठाएंगे, ट्रैफिक व्यवस्था, ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कटौती, शहरी क्षेत्रों में वृक्षारोपण, सरकारी कार्यालयों में साफ-सफाई की समस्याओं पर भी वे अपना ध्यानकेन्द्रित करेंगे। कलेक्टर अंकित आनंद ने जनदर्शन आयोजन के संबंध में कहा कि शासन का जैसा निर्देश होगा, उसका पालन किया जाएगा।
लोकसभा चुनाव की 80 फीसदी तैयारियाँ पूर्ण
लोकसभा चुनाव की तैयारियों से जुड़े एक सवाल के जवाब में कलेक्टर अंकित आनंद ने कहा कि दुर्ग जिले में प्रशासनिक अधिकारियों की अच्छी टीम हैै। इसकी वजह से लोकसभा चुनाव की 80 फीसदी तैयारियाँ पहले ही पूर्ण हो चुकी है। उन्होंने बताया कि मतदाता सूची संक्षिप्त पुनरीक्षण अंतर्गत 26 दिसम्बर 2018 से 25 जनवरी 2019 तक दावा आपत्ति प्राप्त किया गया। जिले में मतदाता सूची में नाम जोडऩे हेतु 49702, नाम विलोपन हेतु 12728, संशोधन हेतु 6594 एवं एक मतदान केन्द्र से दूसरे मतदान केन्द्र में स्थानान्तरण हेतु 2725, कुल 71749 आवेदन प्राप्त हुए। आवेदनों का एण्ट्री किया जा चुका है। 11 फरवरी तक अंतिम निराकरण किया जायेगा एवं 22 फरवरी को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। मतदाता सूची के प्रारंभिक प्रकाशन की तिथि में जिले में कुल मतदाता 1291570 है। जिसमें से पुरूष मतदाता 649901, महिला मतदाता 641559 एवं तृतीय लिंग मतदाता 110 है। कुल मतदाता केन्द्र की संख्या 1443 है। लोकसभा निर्वाचन 2019 के संदर्भ मेें 132 सेक्टर तथा मतदान दलों के यातायात हेतु 252 रूट बनाये गए है। जिले में वीवीपैट 1652, बीयू 1778, सीयू 1562 उपलब्ध है। 1 फरवरी से एफएलसी का कार्य किया जा रहा है। मतदान केन्द्रों में ईवीएम/वीवीपैट का मतदाताओं को जागरूकता का प्रशिक्षण दिया जायेगा। वर्तमान में तहसील धमधा एवं तहसील पाटन में जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी है। जिले में मतदाताओं के सहायता हेतु जिला स्तरीय कॉल सेन्टर डीसीसी जिला निर्वाचन कार्यालय में स्थापित किया गया है। 1950 नंबर डायल कर जानकारी प्राप्त कर सकते है। टोल फ्री नंबर 18002330743 की सुविधा उपलब्ध है।