दुकान की सुरक्षा के लिए करंट लगाना पड़ा दुकानदार को मंहगा

बच्चे की हो गई मौत, दुकान संचालक गया जेल
दुर्ग । गंजपारा स्थित जीवन प्लाजा के पीछे नाली में दो दिन पहले संदिग्ध अवस्था में मृत मिले 11 वर्षीय शुभम राजपूत मिलपारा निवासी की मौत के मामले का पुलिस ने पता लगा लिया है। शुभम की मौत घटना स्थल के पास स्थित वेल्डिंग दुकान के संचालक बिट्टू उर्फ दर्शन सिंह 56 साल अपने वेल्डिंग दुकान की सुरक्षा के लिए दुकान के पिछले हिस्से में करंट लगाकर रखा था जिसके चपेट मेें आने से शुभम राजपूत की मौत हुई है। पुलिस ने बिट्टू के विरूद्ध गैर इरादतन हत्या एवं साक्ष्य छिपाने का धारा 304 व 201 के तहत जुर्म दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर ज्युडिशियल रिमांड पर भेजा गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दुर्ग कोतवाली थाना अंतर्गत जीवन प्लाजा के पीछे गंजपारा दुर्ग के पास नाली में एक ग्यारह साह के बच्चे शुभम राजपूत का मृत शरीर मिला था। बच्चे की लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई थी। पुलिस को सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक प्रखर पांडेय के निर्देश एवं अति पुलिस अधीक्षक विजय पाण्डेय, नगर पुलिस अधीक्षक नवीन शंकर चौबे के मागदर्शन में दुर्ग कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल आरंभ की। एक पतले से नाली के अंदर एक बच्चे की लाश पड़ी थी। बच्चे को नाली से बाहर निकाला गया, बच्चे की पहचान लोगों ने शुभम राजपूत निवासी मिलपारा के रूप में किया। मर्ग पंचनामा कार्यवाही के दौरान बच्चे के हाथ में जलने जैसे कुछ निशान देखे गए। पीएम के दौरान इस बात की पुष्टि हुई कि बच्चे की मृत्यु बिजली करेंट से हुई हैं। पुलिस के सामने यह प्रश्र था कि यदि बच्चे की मृत्यु बिजली करेंट से हुई है, तो बच्चा नाली में क्यों पाया गया। जबकि नाली के आस-पास कोई बिजली का तार नहीं था। जाहिर था कि बच्चे का मृत्यु किसी और जगह पर हुई है, और उसकी लाश को कहीं दूसरी जगह से लाकर नाली में फेंक दिया गया हैं। पुलिस ने जांच पड़ताल आरंभ किया तब अपुष्ट सूचना मिली की जिस जगह पर बच्चे की लाश मिली थी, उसके पास ही बिट्टू सरदार नाम का व्यक्ति वेल्डिंग की दुकान चलाता है। उसके दुकान के पीछे का हिस्सा खुला हुआ है तथा दुकानदार द्वारा अपने दुकान को सुरक्षित रखने के लिए बिजली का तार लगाये जाने की भी अपुष्ट सूचना मिली। इस आधार बिट्टू उर्फ दर्शन सिंह उम्र 56 वर्ष सुभाष नगर निवासी को बुलाकर पूूछताछ किया गया। काफी मशक्कत के बाद उसने स्वीकार किया कि उसके दुकान में लोहे आदि की छुटपूट चोरी हुई थी । जिसकी वजह से वह अपने दुकान के पीछे वाले हिस्से पर दुकान बंद करने के बाद बिजली की नंगी तार लगा देता है। 10 फरवरी को 11 बजे दिन के आसपास रविवार होने की वजह से दुकान बढ़ाकर घर जाने से पहले दुकान के पीछे वाले हिस्से पर बिजली का तार बिछाया था। उसका स्वीच ऑन करके छोड़ दिया था। 11 फरवरी दिन सोमवार जब वह 9 बजे सुबह के आसपास दुकान आया तो देखा कि एक बच्चा बिजली के तार से चिपक कर मृत पड़ा हुआ है। उसने आनन फानन में बच्चे को वहां से उठाकर पीछे के नाली में फेंक दिया और बिजली के तार को निकाल कर जीवन प्लाजा के पास फेंक दिया था, ताकि उसके ऊपर कोई आरोप न लग पाए। पुलिस ने आरोपी के निशानदेही पर बिजली का तार भी जप्त कर लिया है।