कवर्धा :- जनता कांग्रेस छतीसगढ़ (जे) कबीरधाम जिला अध्यक्ष श्री आनंद सिंह ने प्रदेश सरकार से अपील की है कि कोरोना संक्रमण एवं लॉकडाउन के चलते प्रदेश से बाहर अन्य राज्यो में फंसे सभी छत्तीसगढ़ प्रदेश के मजदूरों को जल्द से जल्द छतीसगढ़ वापस लाया जाए और उनकी उचित व्यवस्था की जाए।
आनंद सिंह ने अपने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुवे बताया है कि पूरे छत्तीसगढ़ के हर जिलों से हजारों लाखों प्रदेशवासी आर्थिक तंगी के चलते कमाने खाने भारत के अन्य राज्य गए हुए थे ,चुकी कोरोना संक्रमण दिन ब दिन बढ़ रही है और हर प्रदेश में इस संक्रमण की स्थिति अलग अलग है ऐसे में हमारे प्रदेश के लोग जो अन्य राज्यो में फंसे हुवे है उनके प्रति हमारी भी जवाबदारी बनती है कि उन्हें अन्य राज्यो से छतीसगढ़ वापस लाया जाए ताकि उन्हें अपनो का साथ व प्रदेश की सुविधा प्राप्त हो सके
चूंकि छतीसगढ़ सरकार के द्वारा हाल ही में राजस्थान कोटा से हमारे छतीसगढ़ निवाशी छात्र छात्राओं को वापस लाने के लिए 75 लग्जरी बस और उनके रास्ते के लिए खाने-पीने की सुविधा दी गई है और वे सब कुशल पूर्वक प्रदेश भी आ गए हैं इस कार्य के लिये हम प्रदेश सरकार को बधाई देते है।
परन्तु अन्य राज्यो में हजारो की संख्या में फंसे हमारे गरीब मजूदरो के लिए क्या व्यवस्था की गई उन्हें कब कैसे लाया जाएगा वो अभी तक स्पष्ट नही है, सरकार से हमारी मांग है कि उन मजदूरों को जल्द से जल्द प्रदेश बुलवाने की व्यवस्था हो एवं उनके प्रदेश आने पर बॉडर में उनका चेकअप हो एवं अलग अलग जिले में बनाये जा रहे क्वारनटाईन सेंटर में रख कर उनकी खानपान की उचित व्यवस्था करते हुए उन्हें सुरक्षित रखा जाए एवं मेरा व्यक्तिगत विचार यह भी है कि जितने भी वापस लौटे छत्तीसगढ़ के मजदूर हैं उन सभी का लिस्ट बनाकर सरकार पूर्ण जानकारी रखे कि छत्तीसगढ़ से कितने लोग प्रदेश से बाहर अन्य प्रदेशों में कमाने खाने गए थे ताकि आने वाले समय मे प्रदेश सरकार द्वारा इन बाहर अन्य प्रदेश प्रवासी मजदूरों को हमारे ही प्रदेश में काम मिल सके।
आनंद सिंह ने बताया है उनके पास भोपाल, दिल्ली, कर्नाटक, बेंगलौर, गुजरात, कश्मीर में फंसे मजदूरों का फोन आया था । ओ सभी मजदूरों ने अपना अपील वीडियो भी भेजा है । सभी लोगो की संख्या मोबाइल नम्बर पता जिला कलेक्टर व पंडरिया एसडीएम को दे दी गई है। एवं इस विषय पर आनंद सिंह के द्वारा एक ज्ञापन भी कलेक्टर के नाम एसडीएम को सौपा गया है एवं समूची जानकारी उस ज्ञापन में व्हाट्सअप के माध्यम से सम्बंधित अधिकारी तक पहुंचा दी गई है