बेटी का भविष्य सुरक्षित करना चाहते हैं तो जान लें 5 बातें, पैसे भी बचेगा और इनकम टैक्स की भी नहीं होगी चिंता – to secure your girl child future invest in this modi govt scheme sukanya samriddhi Yojana benefits | business – News in Hindi
बेटी का भविष्य सुरक्षित करना चाहते हैं तो जान लें 5 बातें, पैसे भी बचेगा और इनकम टैक्स की भी नहीं होगी चिंता
हर कोई अपनी बेटी की भविष्य को वित्तीय रूप से सुरक्षित करना चाहता है. केंद्र सरकार ने इसके लिए सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) शुरू की. जिस पर मौजूदा समय में 7.6 फीसदी की दर से ब्याज (Interest on SSY) मिलता है. आइए आपको बताते हैं इस स्कीम की खास बातें..
सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ लेने के लिए लड़की की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए. इसमें न्यूनतम 1,000 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख जमा किया जा सकता है. इस पर मिलने वाले ब्याज दर को केंद्र सरकार हर तिमाही में रिवाइज करती है. इस योजना की एक खास बात यह भी है कि इसमें निवेश पर टैक्स छूट (Tax Exemption) भी मिलता है. ऐसे में आप भी इस स्कीम में निवेश कर अपनी बेटी का भविष्य वित्तीय रूप से सुरक्षित कर सकते हैं. आइए जानते हैं इस स्कीम के बारे में 5 खास बातें.
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1. वर्तमान में सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश पर सालाना 7.6 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है. सरकार द्वारा किसी भी स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स पर यह दूसरा सबसे अधिक ब्याज दर है. सरकार हर साल चालू वित्त वर्ष के लिए ब्याज दर का ऐलान करती है, जो कि सालाना तौर पर कम्पाउण्ड होता है. हर महीने की 5वीं तारीख तक जो सबसे कम रकम होती है, उसी पर मासिक ब्याज मिलता है.
2. इस स्कीम में निवेश की मैच्योरिटी (Maturity of SSY) 21 साल की होती है. बेटी की शादी के वक्त इस स्कीम में निवेश किए गए रकम को निकाला जा सकता है. इस बात का ध्यान रखना होगी कि जिस बेटी के नाम पर यह निवेश किया गया है, शादी के वक्त उसकी कम से कम 18 साल होनी चाहिए. वहीं, बेटी की उच्च शिक्षा के लिए 18 साल के उम्र के बाद भी निवेश मैच्योर होने से पहले कुछ रकम निकाली जा सकती है. यह रकम पिछले वित्त वर्ष के अंत में कुल रकम का 50 फीसदी से अधिक नहीं होना चाहिए. इस अकाउंट को खोलने की तारीख से लेकर 14 साल तक निवेश किया जा सकता है.
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3. इस अकाउंट के मैच्योर होने के बाद इस रकम को आप अपनी बेटी के लिए खर्च कर सकते हैं. यह रकम जिसके नाम खुला है, उसी के खाते में मैच्योरिटी के बाद निवेश की गई रकम और उसपर मिलने वाला ब्याज भी जमा किया जाएगा. मैच्योरिटी के बाद भी इस खाते में जमा रकम पर ब्याज मिलता रहता है, जोकि अन्य सेविंग्स स्कीम में नहीं मिलता. यह ब्याज तब तक मिलता रहता है जब तक की इस खाते को बंद नहीं किया जाता है.
4. टैक्स छूट के लिहाज से भी यह स्कीम सबसे बेहतर स्कीम होती है. इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत इस स्कीम में किए गए निवेश पर कोई टैक्स देय नहीं होता है. यहां तक कि ब्याज पर भी निकासी के दौरान कोई टैक्स देय नहीं होता है. यह स्कीम ब्याज से कमाई, योगदान, और निकासी के समय पर भी टैक्स छूट का लाभ देती है.
5. सुकन्या समृद्धि योजना की एक खास बात यह भी है कि इस खाते ऑपरेट करना भी बेहद आसान होता है. इस खाते को आप 1,000 रुपये के न्यूनतम निवेश के साथ भी खोल सकते हैं, जिसके बाद 100 के गुणांक में हर माह कोई भी रकम जमा कर सकते हैं. हालांकि, आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि यह रकम सालाना 1.5 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए. आपको इस बात का भी ध्यान देना चाहिए कि एक वित्तीय वर्ष में आपको इस खाते में कम से कम 1,000 रुपये का निवेश करना अनिवार्य है.
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First published: April 29, 2020, 5:45 AM IST