छत्तीसगढ़

चकमक अभियान के तहत बच्चों को दी जाएगी! प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा

कांकेर सबका संदेस न्यूज़ छत्तीसगढ़-

चकमक अभियान के तहत बच्चों को दी जाएगी!
प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा

नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को दृष्टिगत रखते हुए जिले के अांगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों का आना-जाना बंद हो गया है, इस अवधि में बच्चों के विकास के लिए अभिभावकों तक प्रारंभिक बाल्यावस्था देखरेख एवं शिक्षा संबंधी हर संभव जानकारी पहुंचाने कलेक्टर श्री के.एल. चौहान ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देशित कर कहा है कि युनिसेक के तकनिकी सहयोग के माध्यम से यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा हैं। लॉकडाउन अवधि में बच्चां को पूरे परिवार के साथ मिलकर हंसी-खुशी से सीखने सीखाने का अवसर प्रदान करने की दृष्टि से चकमम अभियान का शुभारंभ 25 अप्रैल को वेब लांचिंग के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा किया गया है, इस अभियान के दौरान परिवार के सदस्यों द्वारा बच्चों के साथ आनंदमय गतिविधियां कराई जा सकती है। वर्तमान स्थिति में घर पर अभिभावकों को बच्चों के साथ सार्थक समय बिताने संबंधी जानकारी देने के लिए सजग ऑडियों कार्यक्रम भी संचालित किया जा रहा है। इसके तहत डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से अभिभावकों तक हर सप्ताह बच्चों के समग्र विकास संबंधी ऑडियों मैसेज भेंजे जा रहे है, इस ऑडियों मैसेज में बच्चों के सही परिवेश के सुझाव के साथ बच्चों को अपनी कहानी सुनाने, ढेर सारी बातचीत करने, गीत के साथ प्यार दुलार और खेल संबंधी गतिविधियां शामिल हैं। इसके अलावा परिवार में बच्चों के साथ गतिविधियां करने के लिए संसाधन समग्री के रूप में बाल गीत आदि के विडियों भी उपलब्ध कराये गये हैं। जिले के बच्चों के समग्र विकास के दृष्टि से यह प्रयास अत्यंत महत्वूपर्ण साबित होगी।

 

 

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