लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था को लगेगा ₹10 लाख करोड़ का झटका, प्रति व्यक्ति 7 हजार का नुकसान- crisil said COVID-19 pandemic total losses of Rs 10 lakh crore or Rs 7000 per person | business – News in Hindi
क्रिसिल ने भारत की वृद्धि दर को घटाकर 1.8% किया
COVID-19: घरेलू रेटिंग एजेंसी क्रिसिल (Crisil) ने कहा है कि कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए लॉकडाउन (Lockdown) से अर्थव्यवस्था को कुल मिलाकर 10 लाख करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है. प्रति व्यक्ति के हिसाब से यह नुकसान 7,000 रुपये तक बैठता है.
लॉकडाउन के बीच देश के जीडीपी विकास दर अनुमान में रेटिंग एजेंसियों द्वारा कटौती का सिलसिला बरकरार है. क्रिसिल ने भारत की 2020-21 की आर्थिक वृद्धि के अपने अनुमान को करीब आधा कम करते हुए 1.8 प्रतिशत कर दिया.
एजेंसी ने कोविड-19 संकट के बीच सरकार की अब तक की नपीतुली प्रतिकिया की आलोचना की है और कहा है कि सरकारी समर्थन में जबरदस्त वृद्धि होनी चाहिए. एजेंसी ने इससे पहले चालू वित्त वर्ष के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में छह प्रतिशत वृद्धि का अनुमान व्यक्ति किया था, जिसे मार्च अंत में घटाकर 3.5 प्रतिशत और अब 1.8 प्रतिशत पर ला दिया गया है.
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एक अन्य रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स ऐंड रिसर्च (इंड-आरए) ने भी भारत की 2020-21 की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को और घटाकर 1.9 प्रतिशत कर दिया है. यह पिछले 29 साल में सबसे कम वृद्धि होगी. केन्द्र सरकार ने हाल में कोविड-19 से प्रभावित गरीब जनता को समर्थन देने के लिए 1.70 लाख करोड़ रुपये का पैकेज जारी किया है. इस पैकेज की इस बात को लेकर आलोचना हो रही है कि यह पैसा पहले से ही दिया जा रहा है, यह पूरी तरह से नया नहीं है.
उधर, रिजर्व बैंक ने भी कुछ कदम उठाए हैं, जिसमें ब्याज दर कम करने के साथ ही तरलता बढ़ाने के उपाय भी शामिल है.
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First published: April 28, 2020, 8:10 AM IST