प्रीपेड रिचार्ज, बिजली और किताब की दुकान समेत गृह मंत्रालय ने इन क्षेत्रों में दी रियायत, देखें पूरी लिस्ट | CoronaVirus MHA has clarified to states that in house care givers of senior citizens prepaid mobile recharge and food processing units are exempted | nation – News in Hindi


गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन में कुछ छूट दी है.
गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) ने राज्यों से कहा है कि स्वास्थ्यकर्मियों को पर्याप्त सुरक्षा दी जाए. अगर उनके खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा होती है तो आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.
इन क्षेत्रों को दी गई है छूट
इसके अलावा प्रीपेड मोबाइल रिचार्ज की दुकानों, शहरों में दूध और ब्रेड फैक्ट्रियों और दाल-आटा मिलों में काम की छूट दी गई है. किताब और बिजली के सामान की दुकानों को भी छूट दी गई है. पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि सड़क निर्माण और ईंट भट्टे भी खुल पाएंगे.
गृह मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि स्वास्थ्यकर्मियों को पर्याप्त सुरक्षा दी जाए. अगर उनके खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा होती है तो आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. मंत्रालय ने कहा कि देश में अभी तक लॉकडाउन संतोषजनक रूप से चल रहा है.24 घंटे में 1409 नए केस
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 1409 मामले सामने आए. संक्रमित मामलों की संख्या 21,393 पहुंची. कोविड-19 से संक्रमित 4257 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं, यह आंकड़ा 19.89 फीसदी है.
78 जिलों में 14 दिन से कोई नया केस नहीं
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश के 78 जिलों में बीते 14 दिनों में कोविड-19 का कोई नया मामला सामने नहीं आया. हम लॉकडाउन के 30 दिनों में वायरस के संचरण में कमी, कोविड-19 के प्रसार को न्यूनतम कर पाने में सफल रहे हैं.
मंत्रालय ने कहा कि लॉकडाउन लागू होने के बाद जांच में 24 गुना की वृद्धि हुई है, जबकि नए मामलों की संख्या 16 गुना. पिछले महीने में कोविड-19 के लिए निर्धारित अस्पतालों की संख्या 3.5 गुना बढ़ी, जबकि पृथक बिस्तरों की संख्या में 3.6 गुना वृद्धि हुई.
पांच लाख से ज्यादा कोरोना टेस्ट किए गए
आईसीएमआर ने कहा कि कोरोना वायरस की चुनौती को लेकर हमारा मूलमंत्र है जिंदगी कैसे बचाएं. इसको लेकर हम टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं. आईसीएमआर के निदेशक सीके मिश्रा ने कहा कि 23 मार्च को हमने 14,915 टेस्ट किए और 22 अप्रैल तक हमने 5 लाख से अधिक टेस्ट किए हैं. अगर इसकी गणना की जाए तो यह 30 दिनों में लगभग 33 गुना होता है. हालांकि ये पर्याप्त नहीं है. इस देश में रैंप टेस्ट करने की आवश्यकता है.
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First published: April 23, 2020, 6:28 PM IST