कोंडागांव: अभद्र व्यवहार से नाराज अस्पताल प्रबंधन ने किया काम का बहिष्कार, मामला पहुँचा थाने
कोण्डागांव । जिला अस्पताल कोण्डागांव के चिकित्सक व अस्पताल स्टाॅफ अपना काम छोडकर जिला अस्पताल भवन के सामने प्रदर्षन करते नजर आए। जिला अस्पताल कोण्डागांव के चिकित्सकों सहित अस्पताल स्टाॅफ द्वारा अचानक इस तरह अपने काम का बहिस्कार कर प्रदर्षन करने के मामले की जानकारी लेने पर ज्ञात हुआ कि 1 फरवरी की रात को एक कमांडर के पेड से टकराने पर चालक को गंभीर रुप से घायल अवस्था में जिला अस्पताल लाया गया था, जिसकी अस्पताल में प्राथमिक उपचार करने के बाद रिफर कर देने पर, परिजनों के द्वारा घायल को जगदलपुर ले जाने हेतु जिला अस्पताल के सामने ही वाहन में रखने के दौरान मौत हो गई। अपने परिजन की मौत अपनी ही आंखों और वह भी जिला अस्पताल के ठीक सामने ही होती देखकर, मृतक के परिजनों ने अपना आपा खो दिया और चिकित्सक व अस्पताल स्टाॅफ पर सही इलाज न करने का आरोप लगाते हुए उनसे उलझ गए, जिससे नाराज होकर ही चिकित्सक व अस्पताल स्टाॅफ ने मृतक के परिजनों पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए अपने काम का बहिस्कार कर अभद्र व्यवहार करने वालों पर कार्यवाही करने की मांग किए जाने के लिए प्रदर्षन किया जा रहा था और वहीं मौके पर एस.डी.एम.कोण्डागांव खेमलाल वर्मा, पुलिस के अधिकारी के साथ स्टाॅफ को समझाते/कार्यवाही करने का आष्वासन देते नजर आए। जिसके परिणामस्वरुप चिकित्सक व अस्पताल स्टाॅफ ने एक आवेदन पत्र सिटी कोतवाली पुलिस को देकर उक्त मामले में त्वरित कार्यवाही करने की मांग की है। अस्पताल स्टाॅफ द्वारा लिखे गए पत्र में साफ उल्लेख किया गया है कि पूर्व में भी चिकित्सक व अस्पताल स्टाॅफ के साथ अभद्र व्यवहार करने के मामले हो चुके हैं और जिसकी सूचना पूर्व में भी दी जा चुकी है, लेकिन आज पर्यन्त जिला अस्पताल की सुरक्षा का प्रबंध नहीं किया जा सका है, जिसका ही परिणाम है कि 1 फरवरी की रात को पुनः अभद्र व्यवहार किए जाने की घटना घटित हुई। मौके पर मौजुद डाॅ.वारे ने बताया कि फिलहाल अभद्र व्यवहार करने वालों पर कार्यवाही करने की मांग किए जाने के लिए केवल प्रदर्षन किया गया है, वैसे सामान्य तौर पर आपातकालीन चिकित्सा सुविधा दी जा रही है।
कमांडर के पेड से टकराने पर चालक गंभीर रूप से घायल अस्पताल में हुई थी मौत
दुर्घटना कोण्डागांव से नारायणपुर की ओर जाने वाली मार्ग पर स्थित भाटपाल से बयानार की ओर जाने वाली मार्ग पर बसे ग्राम चिमडी निवासी रस्सू मानिकपुरी 30 वर्ष अपनी कमाण्डर से बयानार तक सवारी छोडकर वापस अपने गृह ग्राम चिमडी की ओर लौट रहा था कि तभी टेमरुगांव के पास कमाण्डर वाहन अनियंत्रित होकर पेड से जा टकराई और इस टक्कर से वाहन चालक रस्सू मानिकपुरी एवं हेल्पर वाहन से दुर जा गिरे जिससे वाहन चालक रस्सू मानिकपुरी गंभीर रुप से घायल हुआ। घायल को गांव के ही एक बोलेरो में डालकर जिला अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सक के अनुसार प्राथमिक उपचार कर उसे जगदलपुर रिफर कर दिया गया, जिस पर घायल के परिजन उसे अपनी बोलेरो में ही जगदलपुर ले जाने का प्रयास कर ही रहे थे कि उसकी मौत हो गई। वहीं मृतक के परिजनों ने बताया कि जब उन्होंने गंभीर रुप से घायल रस्सू मानिकपुरी को जिला अस्पताल में लाया तो रात की ड्युटी में उपस्थित चिकित्सक ने जांच करने के बाद बताया कि घायल की मौत हो चुकी है। यह सुनकर उन्हें विष्वास नहीं हुआ और वे घायल को जगदलपुर ले जाने के लिए बोलेरो में डाल ही रहे थे कि घायल बचाने के लिए चिल्लाने लगा और उसकी मौके पर ही मौत हो गयी इससे परिजनों ने नाराजगी जाहिर करते हुए अस्पताल प्रबंधन को दोष देते हुए नाराजगी जाहिर की ओर कहा कि जब व्यक्ति जिंदा था तो उसे डॉक्टरों ने मृत कैसे घोषित कर दिया ।
सबका संदेस ब्यूरो, कोंडागांव 9425598008