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कोरोना वायरस: सरकार ने शुरू की कोविड इंडिया सेवा, लोगों के सवालों का देगी जवाब | Union Minister of Health Family Welfare Dr Harsh Vardhan has launched COVID India Seva | nation – News in Hindi

कोरोना वायरस: सरकार ने शुरू की 'कोविड इंडिया सेवा,' लोगों के सवालों का देगी जवाब

कोविड इंडिया सेवा कोविड-19 को लेकर लोगों को जोड़ने के लिए एक इंटरैक्टिव प्रोग्राम है.

Coronavirus: ‘कोविड इंडिया सेवा’ (Covid India Seva) का उद्देश्य वास्तविक समय में ई-गवर्नेंस डिलीवरी को सक्षम करना और नागरिकों के सवालों का जवाब देना है.

नई दिल्ली. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्ष वर्धन (Dr Harvardhan) ने मंगलवार को ‘कोविड इंडिया सेवा’ (Covid India Seva) की शुरुआत की. कोविड इंडिया सेवा कोविड-19 (Covid-19) को लेकर लोगों को जोड़ने के लिए एक इंटरैक्टिव प्रोग्राम है. इसका उद्देश्य वास्तविक समय में ई-गवर्नेंस डिलीवरी को सक्षम करना और नागरिकों के सवालों का जवाब देना है. सरकार ने कोरोना वायरस से देश में बचाने में लगे स्वास्थ्यकर्मियों, वॉलंटियर्स की जानकारी देने के लिए दो वेबसाइट तैयार की हैं.

स्वास्थ्य मंत्रालय की नियमित प्रेस वार्ता में बताया गया कि covidwarriors.gov.in वेबसाइट पर कोविड वॉरियर्स से जुड़ी जानकारी मिलेगी. इसके अलावा igot.gov.in नाम से भी पोर्टल  बनाया गया है जहां ट्रेनिंग मटीरियल को लेकर जानकारी मिलेगी. सरकार ने बताया कि इस वेबसाइट पर 40 हजार 550 जिलों में काम कर रहे वॉलंटियर्स और 47 हजार एनसीसी केडेट्स पर रजिस्टर हैं. सरकार की ओर से बताया गया कि कुल 27 लाख ट्रेंड वॉलंटियर्स देश भर में काम कर रहे हैं.

देश में 18 से ज्यादा लोग संक्रमित
गौरतलब है कि देश में कोरोना से संक्रमित लोगों का आंकड़ा 18 हजार के पार पहुंच गया है. देश में अब तक 3252 लोग ठीक हुए हैं जिसमें से 705 लोग कल ठीक हुए हैं जिसके बाद ठीक होने वालों का प्रतिशत बढ़कर 17.48 हो गया है. 24 घंटे में 1336 केस आए हैं जिसके बाद संक्रमितों की संख्या 18601 हो गई है.कोरोना को हरा सकती हैं आरोग्य सेतु जैसी ऐप
वहीं दुनिया भर के वैज्ञानिकों का मानना है कि भारत की आरोग्य सेतु जैसी स्मार्टफोन एप्प के जरिए कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने की पैरवी की है. उनका मानना है कि इससे महामारी को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है और दुनिया को लॉकडाउन (बंद) से बाहर निकालने में सहायता मिल सकती है, लेकिन प्रौद्योगिकी संचालित हस्तक्षेप से निजता संबंधी मसले हो सकते हैं.

विशेषज्ञों का कहना है कि प्रौद्योगिकी कोरोना वायरस से संक्रमित शख्स के संपर्क में आए सभी लोगों का पता लगाने में मदद कर सकती है जिससे स्वास्थ्य कर्मियों को संभावित मरीज की जांच कराके संक्रमण को आगे फैलने से रोकने में मदद मिलेगी.

भारत में बंद के दूसरे चरण की शुरुआत 15 अप्रैल से हुई और सरकार ने आरोग्य सेतु एप्प की शुरुआत की और कहा कि यह कोविड-19 के मरीजों का पता भी लगा सकती है.

(भाषा के इनपुट सहित)

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First published: April 21, 2020, 5:03 PM IST



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