विदेश से कोरोना पॉजिटिव का शव लाना ठीक नहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की ये गाइडलांइस | its not safe to bring covid 19 psitive dead body to india health ministry advisory coronavirus | nation – News in Hindi
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मंत्रालय ने जारी की गाइडलाइंस.
अगर कोरोना संक्रमित संदिग्ध या पॉजिटिव मरीज (Corona Positive) का शव भारतीय एयरपोर्ट पर पहुंचता है, तो संबंधित एयरपोर्ट हेल्थ अधिकारी तुरंत कदम उठाएंगे.
अधिकारी उठाएंगे कदम
दिशानिर्देश के पहले ही बिंदु में साफ किया गया है कि कोरोना संक्रमित संदिग्ध या कंफर्म मामले में मरीज का शव भारत लाने का सुझाव सही नहीं है. लेकिन अगर ऐसे मामले में पार्थिव शरीर भारतीय एयरपोर्ट पर पहुंचता है, तो संबंधित एयरपोर्ट हेल्थ अधिकारी तुरंत कदम उठाएंगे.
डेथ सर्टिफिकेट की जांचसंबंधित हेल्थ अधिकारी डेथ सर्टिफिकेट की जांच करेंगे ताकि निधन की वजह का पता लग सके. पार्थिव शरीर को ले जाने के लिए भारतीय दूतावास द्वारा जारी एनओसी की जांच करेंगे और साथ ही अधिकृत एजेंसी से जारी एंबाल्मिंग सर्टिफिकेट की भी जांच करेंगे.
ताबूत रहे सुरक्षित
एयरलाइंस यह सुनिश्चित करेंगी कि जिस ताबूत में पार्थिव शरीर लाया जा रहा है, उसे कोई क्षति ना पहुंची हो. संबंधित हेल्थ अधिकारी इसकी जांच करेंगे. यदि बाहरी पैकिंग में कोई क्षति पहुंची है तो संबंधित अधिकारी PPE का इस्तेमाल करेंगे और कॉफिन को प्लास्टिक की शीट में लपेटा जाएगा ताकि कोरोना संक्रमित पार्थिव शरीर के कोई संपर्क ना हो.
स्टाफ 28 दिन होगा क्वारंटाइन
पार्थिव शरीर को संभालने वाले अधिकारी सभी गाइडलाइन का पालन करेंगे, जिसमें हाथ धोना शामिल है. उन अधिकारियों को 28 दिन तक मॉनिटर किया जाएगा और जिस वाहन में शव को लाया गया उसे भी डिस्इंफेक्टेड किया जाएगा. कॉफिन को अगर क्षति पहुंची हो तो इस स्थिति में गाइडलाइंस के अनुसार एयरक्राफ्ट को भी डिस्इंफेक्ट किया जाएगा साथ ही कार्गो संभालने वाले स्टाफ को भी 28 दिन के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ किया कि अंतिम संस्कार के बाद यदि अस्थियां लाई जाती है तो उसके संपर्क में आने वाले किसी भी व्यक्ति को कोई खतरा नहीं है. गाइडलाइंस के मुताबिक उड़ान के दौरान यदि किसी व्यक्ति की ऑनबोर्ड मृत्यु होती है तो उसे कोविड-19 संदिग्ध श्रेणी में रखा जाएगा और इसकी जानकारी एयरपोर्ट हेल्थ अधिकारी को दी जाएगी.
यदि फ्लाइट 8 घंटे से अधिक अवधि है तो पायलट नजदीकी एयरपोर्ट पर लैंड करने की अनुमति मांगेगा. इस स्थिति में भी एयरक्राफ्ट का डिसइन्फेक्शन और डिकॉन्टेमिनेशन किया जाएगा. इस स्थिति में एयरलाइन सभी यात्रियों और क्रू की जानकारी एयरपोर्ट अधिकारी को देगा ताकि अगले 28 दिनों के लिए उनकी निगरानी की जा सके.
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First published: April 21, 2020, 5:48 PM IST