औरैया हादसाः ट्रकों से भेजे जा रहे थे झारखंड-बंगाल के शव, हेमंत सोरेन के ट्वीट पर एंबुलेंस में शिफ्ट | Auraiya road accident Late night 17 deadbody of Jharkhand Bengal shift from trucks to ambulance on NH 2 prayagraj upsd upas | allahabad – News in Hindi


प्रयागराज में नेशनल हाइवे-2 पर देर रात झारखंड और पश्चिम बंगाल भेजे जा रहे शवों को ट्रकों से उतारकर शव वाहनों में रखा गया.
औरैया सड़क हादसा: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) के ट्वीट के बाद आनन-फानन में बोकारो जाने वाले ट्रक के साथ ही वेस्ट बंगाल जाने वाले ट्रक को प्रयागराज में नेशनल हाइवे पर रोककर शव एंबुलेंस में शिफ्ट किए गए.
सीएम हेमंत सोरेन के बाद ट्रकों को प्रयागराज में हाइवे पर रेाका गया
शवों से आ रही तेज दुर्गंध के बीच बैठे घायलों की तस्वीर को जब झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने ट्वीट करते हुए अपने राज्य के अफसरों को शवों और घायलों को सम्मान देने को कहा. तब जाकर यूपी का सरकारी अमला हरकत में आया. आनन-फानन में बोकारो जाने वाले ट्रक के साथ ही वेस्ट बंगाल जाने वाले दो ट्रकों को संगम नगरी प्रयागराज में दिल्ली-हावड़ा नेशनल हाइवे पर रोका गया. करीब डेढ़ घंटे इंतजार के बाद सरकारी अमले ने वहां एम्बुलेंस का इंतजाम कराया.
हाइवे ब्लॉक कर 17 शव एंबुलेंस में शिफ्टबोकारो जा रहे जिस ट्रक पर शवों के साथ 3 मजदूरों को बिठाए जाने की तस्वीर वायरल हुई थी, उसके साथ के बाकी दोनों ट्रकों को भी प्रयागराज के नवाबगंज इलाके में NH-2 पर रोक लिया गया. किसी को जानकारी न हो इसके लिए एक तरफ के रास्ते को ब्लॉक कर दिया गया. पुलिस के आलाधिकारियों ने जल्दबाजी दिखाते हुए 17 शवों को तीन अलग-अलग जगह जाने वाले 6 एंबुलेंस में शिफ्ट कर दिया. रविवार रात करीब सवा 9 बजे एम्बुलेंसों को आगे के लिए रवाना कर दिया गया.
ट्रक ड्राइवर बोला- दुर्गंध के कारण बैठना मुश्किल था
एक ट्रक के ड्राइवर राजेश ने बताया कि शवों से इतनी दुर्गंध आ रही थी कि आगे भी बैठना मुश्किल हो रहा था. औरैया से चलने के बाद जब उन्हें घायलों के बारे में एहसास हुआ तो उन्होंने मानवीयता दिखाते हुए घायलों को अपने वाहनों की आगे की केबिन में बिठा लिया.
शासन से निर्देश के बाद 6 एंबुलेंस मंगाई गईं: आईजी
मामले में आईजी केपी सिंह ने बताया कि औरैया चूंकि छोटा जिला है, लिहाजा वहां एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं हो पाई थी. तीन डीसीएम (छोटा ट्रक) से कुल 17 शव भेजे जा रहे थे. इनमें 6 शव पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के थे और 11 शव झारखंड के थे. शासन से निर्देश के बाद प्रयागराज में हाइवे पर फौरन ट्रकों को रुकवाया गया. इसके बाद 6 एंबुलेंस से इन्हे भेजा गया. इसके साथ ही घायलों को भी सुरक्षित उनके घर भेज दिया गया है.

प्रयागराज में नेशनल हाइवे-2 पर देर रात झारखंड और पश्चिम बंगाल भेजे जा रहे शवों को ट्रकों से उतारकर शव वाहनों में रखा गया.
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने की न्यायिक जांच की मांग
उधर औरैया सड़क हादसे में घायल मजदूरों को शवों के साथ ट्रक बिठाए जाने की घटना को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने अमानवीय करार दिया है. उन्होंने औरैया पुलिस और प्रशासन की इस कार्रवाई को आपराधिक भी करार दिया है. उन्होंने सरकार से इस मामले की न्यायिक जांच की मांग की है और साथ ही जिम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज कर कड़ी कार्रवाई किये जाने की मांग की है.
प्रमोद तिवारी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी बेबस और लाचार मजदूरों की मदद करना चाह रही है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कामगारों को भेजने के लिए 1000 बसें चलाने की भी अनुमति मांगी थी. जिसे प्रदेश सरकार ने नकार दिया है. कांग्रेस नेता ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के इस कृत्य को शर्मनाक बताते हुए सरकार पर कामगारों को लेकर संवेदनशील न होने का भी आरोप लगाया है.
ये भी पढ़ें:
Lockdown 4.0: यूपी में आज शाम जारी होगी गाइडलाइन, बड़ा ऐलान संभव
Lockdown 4.0: योगी सरकार ने 18 करोड़ लोगों को तीन बार मुहैया कराया मुफ्त राशन
News18 Hindi पर सबसे पहले Hindi News पढ़ने के लिए हमें यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें. देखिए इलाहाबाद से जुड़ी लेटेस्ट खबरें.
First published: May 18, 2020, 1:06 PM IST