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शेयर बाजार में पैसा लगाने वालों के लिए बड़ी खबर! RBI की डिविडेंड पर रोक से होगा मुनाफे पर असर – RBI-Governor-shaktikanta-das-what-the-rbi-ban-on-banking-dividends-means-for-your-equity-funds | business – News in Hindi

शेयर बाजार में पैसा लगाने वालों के लिए बड़ी खबर! RBI की डिविडेंड पर रोक से होगा मुनाफे पर असर

भारतीय रिज़र्व बैंक

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने शुक्रवार को ऐलान किया कि अगले निर्देश तक कोई भी बैंक अपने अंशधारकों को कमाई पर डिवि​डेंड यानी लाभांश नहीं देगा. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आखिर आरबीआई के इस फैसले का क्या मतलब है.

नई दिल्ली. लॉकडाउन का दूसरा चरण शुरू होने के बाद शुक्रवार को भारतीय रिज़र्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने अर्थव्यवस्था को सपोर्ट करने के लिए कई ऐलान किए. इन्हीं में से एक ऐलान यह भी था कि अगले आदेश तक कोई भी ​बैंक वित्त वर्ष 2019-20 में होने वाली कमाई पर अपने अंशधारकों को डिविडेंड नहीं देगा. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में स्थिति का एक बार फिर जायजा लिया जाएगा.

निफ्टी में फाइनेंशियल सर्विसेज की कुल 36.51 फीसदी की हिस्सेदारी है. इसका भी एक बड़ा हिस्सा बैंकिंग सेक्टर (Banking Sector) है. वैल्यू रिसर्च के डेटा के मुताबिक, 31 मार्च तक फाइनेंशियल सर्विसेज में लार्ज कैप का ऐलोकेशन 32.91 फीसदी है और मिडकैप फंड्स का एलोकेशेन 17 फीसदी पर है. ऐसे में म्यूचुअल फंड इन्वेस्टर्स का एक बड़ा हिस्सा बैंकिंग सेक्टर से ही आता है.

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क्या होगा RBI के इस फैसले का असरRBI द्वारा डिविडेंड पेमेंट पर रोक लगाने को लेकर जानकारों में सहमति नहीं है. मिराए एसेट्स म्यूचुअल फंड के नीलेश सुराना ने लाइवमिंट को बताया कि बैंकों की वैल्यू प्राइस टू बुक पर आधारित होती है. ऐसे में डिविडेंड नहीं देने पर यह न्यूट्रल रहेगा क्योंकि बुक वैल्यू में भी इजाफा होता रहेगा. सरल भाषा में कहें ता अगर ​अंशधारकों को डिविडेंड नहीं दिया जाता है तो यह बैंकों के बैलेंसशीट में ही रहेगा. इससे बैंक के शेयर प्राइस पर असर पड़ेगा.

मार्च तक क्या रहा निफ्टी बैंक का​ डिविडेंड यील्डप्राइवेट बैंकों का डिविडेंड यील्ड वैसे भी अधिक नहीं होता है. सरकारी बैंकों या कंपनियों का डिविडेंड यील्ड सबसे अधिक होता है. कहा जा सकता है कि आरबीआई ने यह फैसला एहतियात के तौर पर उठाया है ताकि पूंजीगत बचत की जा सके. 31 मार्च तक निफ्टी बैंक इंडेक्स में डिविडेंड यील्ड की बात करें तो यह मात्र 0.51 फीसदी ही रहा है.

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आपको बता दें कि जब ​प्रति शेयर डिविडेंड को एक शेयर की प्राइस से भाग देते हैं तो और अंक प्राप्त होता है, उसके ही डिविडेंड यील्ड कहते हैं. यानी किसी भी कंपनी एक के शेयर पर उसके भाव के आधार पर कुल कितना डिविडेंड मिलता है.

कुल मिलाकार जानकारों का कहना है ​कि म्यूचुअल फंड इन्वेस्टर्स को ​आरबीआई के इस फैसले से अधिक चिंता करने की बात नहीं है. उच्च क्वालिटी के बैंकिंग स्टॉक्स पर इसको अधिक ​असर नहीं होगा. हालांकि, इन्वेस्टर्स को अब बैंकिग स्टॉक्स चुनने में सावधानी बरतनी होगी.

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First published: April 17, 2020, 4:55 PM IST



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