प्राईम रेल्स के 1 लाख टन से अधिक का किया डिस्पैच
बीएसपी सीईओ रथ ने भिलाई बिरादरी को दी बधाई
भिलाई इस्पात संयंत्र ने माह जनवरी 2019 की समाप्ति पर भारतीय रेलवे को 1 लाख टन से अधिक रेल्स के डिस्पैच को सुनिश्चित किया है। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर बीएसपी के सीईओ ए के रथ के नेतृत्व में संयंत्र के शीर्ष प्रबंधन की टीम ने संयंत्र भवन, स्टील मेल्टिंग शॉप-2, रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल, यूनिवर्सल रेल मिल एवं स्टील मेल्टिंग शॉप-3 पहुँचकर कार्मिकों को बधाई दी। इस भ्रमण का उद्देश्य विभिन्न विभागों के कार्मिकों को प्रोत्साहित करना है जिन्होंने इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए एक टीम के रूप में संयुक्त रूप से विशिष्ट जिम्मेदारी निभाई।
इस अवसर पर सीईओ श्री रथ के साथ संयंत्र के कार्यपालक निदेशक संकार्य पी के दाश, कार्यपालक निदेशक वित्त एवं लेखा बी पी नायक, कार्यपालक निदेशक परियोजनाएँ ए के कबीसतपथी, कार्यपालक निदेशक खदान एवं रावघाट मानस बिस्वास, कार्यपालक निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन के के सिंह एवं संयंत्र के महाप्रबंधकों और वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
श्री रथ ने कहा कि 1 लाख टन मासिक उत्पादन और रेल के डिस्पैच को सफलतापूर्वक हासिल कर हमने अपने सीमाओं को चुनौती दी है, अब हमें इससे और आगे बढऩा है। अब हमें सामूहिक रूप से रेल मिल से 2600 टन के दैनिक रेल उत्पादन एवं यूआरएम से 1600 टन का दैनिक उत्पादन का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने एसएमएस-2 से 60 हीट प्रति माह के लक्ष्य को प्राप्त करने के साथ ही 1,50,000 मासिक ब्लूम्स के लक्ष्य को अर्जित करने का आव्हान किया। जनवरी, 2019 में संयुक्त रूप से आरएसएम और यूआरएम से भारतीय रेलवे को कुल 1,03,171 टन रेल्स के डिस्पैच के रिकॉर्ड की सराहना की। इसी के साथ नये उच्चतम मासिक रेल्स का उत्पादन और भारतीय रेलवे को रेल्स के डिस्पैच करने में सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने एक और छलांग लगाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र सिंगल पीस में दुनिया की सबसे लम्बी 130 मीटर रेल्स का उत्पादन करता आ रहा है। भिलाई इस्पात संयंत्र ने वर्तमान वित्तवर्ष में अब तक कुल 7,54,708 टन प्राइम रेल्स का डिस्पैच किया है।