विधायक के फटकार का दिखने लगा असर,
फील्टर प्लांट में रिनिवेशन का कार्य हुआ शुरू
दुर्ग। नगर निगम के 24 एमएलडी क्षमता वाले फील्टर प्लांट में पखावाड़े भर पहले जानलेवा क्लोरिन गैस रिसाव की घटना सामने आने के बाद विधायक अरूण वोरा की फटकार का अब असर दिखने लगा है। अब अधिकारी और ठेका कंपनी हरकत में आये और ठेका कंपनी ने शुक्रवार से फील्टर प्लांट के रिनिवेशन का कार्य प्रारंभ कर दिया है। रिनिवेशन के प्रथम चरण में बिल्डिंग संधारण का कार्य पूर्ण किया जाएगा। जिसके अंतर्गत क्लोरिन गैस व एलम के लिए अलग-अलग कमरे बनाए जाएंगे। ठेका कंपनी ने यह कार्य 1 माह के भीतर पूर्ण करने की बात कही है। बिल्डिंग संधारण के बाद फील्टर प्लांट में आधुनिक नई मशीने लगाई जाएगी। रिनिवेशन कार्य का जायजा लेने विधायक अरूण वोरा शुक्रवार को फील्टर प्लांट पहुँचे थे। उन्होंने रिनिवेशन कार्य में गुणवत्ता का ध्यान रखने अधिकारियों को निर्देशित किया, साथ ही उन्होने निर्माण कार्य के संबंध में ठेका कंपनी से आवश्यक जानकारी ली। इस दौरान श्री वोरा के साथ पार्षद राजेश शर्मा, सुरेन्द्र सिंह राजपूत, प्रकाश गीते, अजय मिश्रा के अलावा नगर निगम के सहायक अभियंता आर के जैन, जल निरीक्षक नारायण ठाकुर भी मौजूद थे। विधायक अरूण वोरा ने बताया कि यह फील्टर प्लांट 24 वर्ष पुराना हैं। जिसके संधारण के नाम पर अब तक केवल खानापूर्ति की जा रही थी। अमृत मिशन योजना अंतर्गत फील्टर प्लांट का संधारण किया जाना था। ठेका कंपनी को शहर मे कार्य शुरू करे 8 महीने हो गए हैं, लेकिन कंपनी ने फील्टर प्लांट संधारण की कभी सुध नहीं ली। यह कंपनी अब तक शहर में केवल 25 प्रतिशत पाईप लाईन ही बिछा पाई हैं। जो कंपनी के कार्यशैली पर बड़ा प्रश्रचिन्ह है। श्री वोरा ने बताया कि फील्टर प्लांट के संधारण में खानापूर्ति के चलते क्लोरिन गैस रिसाव की घटना सामने आई। जिसे संज्ञान में लेकर आयुक्त से अधिकारियों व ठेका कंपनी के खिलाफ कार्यवाही करने कहा गया था। जिसके बाद अब नगर निगम जागा है और रिनिवेशन का कार्य प्रारंभ हो सका है।