Lockdown 2.0- देश की 45% अर्थव्यवस्था 20 अप्रैल से हो जाएगी री-स्टार्ट-Coronavirus Covid-19 update On April 20 about 45 Percent of economy will resume operations | business – News in Hindi
अंग्रेजी के अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक, देश की कुल जीडीपी में 34.64 फीसदी योगदान एग्रीकल्चर सेक्टर का है. ऐसे में सरकार की ओर से फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री, कोल्ड स्टोरेज, वेयरहाउस सर्विस, मछलियों का खाना, प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, मार्केटिंग, कॉमर्शियल एक्वेरियम, मत्स्य उत्पाद, फिश सीड, चाय, कॉफी, रबर, काजू की प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, दूध का कलेक्शन, प्रोसेसिंग, मक्का की मैन्युफैक्चरिंग और डिस्ट्रिब्यूशन का काम शुरू होने की उम्मीद है.
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को होगा फायदा
अखबार को एग्रीकल्चर पॉलिसी एक्सपर्ट देवेंद्र शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन 2.0 में खेती और जुड़ी सेवाएं को शुरू करने से 50 फीसदी लोगों को काम मिलेगा क्योंकि आधी से ज्यादा आबादी खेती पर निर्भर करती है. मौजूदा समय में सरकार रबी फसल की खरीदारी कर रही है.इससे किसानों के पैसा आएगा तो खरीदारी बढ़ेगी जो पूरी अर्थव्यवस्था के लिए बेहतर होगा. हालांकि, किसानों को हुए नुकसान की भरपाई का कोई रास्ता नज़र नहीं आ रहा है.
IT ऑफिस भी खुल जाएंगे!
इसके अलावा सरकार ने डेटा, कॉल सेंटर और आईटी ऑफिस खोलने के लिए मंजूरी दी है. साथ ही इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर, मोटर मैकेनिक, कारपेंटर, कुरियर, डीटीएच और केबल सेवा देने वाले कर्मी भी अपनी सेवाएं शुरू कर पाएंगे.
जरूरी सामान बनाने वाली इंडस्ट्री जैसे चिकित्सा उपकरण, आईटी हार्डवेयर, खनन, जूट उद्योग से जुड़ी कंपनियों भी उत्पादन शुरू कर सकती है. रिपोर्टस के मुताबिक, जीडीपी में इनका योगदना 16.57 फीसदी है.
इस पूरे मामले को लेकर कैट के महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने अखबाार को बताया कि रिटेल की दुकानों को लॉकडाउन 2.0 में छूट मिलने से सबसे ज्यादा फायदा पास को लेकर होगा. इससे पास लेना जरूरी नहीं रह जाएगा. इससे देशभर में करीब 20 से 25 लाख दुकानें खुल जाएंगी. वहीं, ई-कॉमर्स को छूट देने से कोरोना फैलने का खतरा बढ़ेगा.
रियल एस्टेट सेक्टर में भी काम होगा शुरू
रियल एस्टेट सेक्टर को लेकर भी सरकार ने राहत दी है. रियल एस्टेट प्रोजेक्ट और सभी इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट में कंस्ट्रक्शन शुरू करने की मंजूरी मिल गई है. हालांकि, शहरी क्षेत्रों में भी सिर्फ उन्हीं को कंस्ट्रक्शन करने की छूट है, जहां साइट पर ही मजदूर उपलब्ध हैं. इससे प्रवासी कामगारों पर मंडरा रहा रोजगार का संकट काफी हद तक टल सकता है. आपको बता दें कि रियल एस्टेट सेक्टर का देश की जीडीपी में 7.74 फीसदी योगदान है.