देश दुनिया

कोरोना के इलाज के लिए केमिस्ट्स को इन 55 जरूरी दवाओं के स्टॉक रखने के निर्देश | coronavirus outbreak aiocd direct chemists to ensure sufficient stock of 55 drugs | nation – News in Hindi

Coronavirus: कोरोना के इलाज के लिए केमिस्ट्स को इन 55 जरूरी दवाओं के स्टॉक रखने के निर्देश

मलेरिया के इलाज में काम आने वाली हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन कोरोना के इलाज में काफी कारगार बताई जा रही है.

देश के 8 लाख से ज्यादा केमिस्ट का प्रतिनिधित्व करने वाले AIOCD ने ऐसी 55 दवाओं की एक लिस्ट बनाई है, जिसमें एंटीबायोटिक्स, नेबुलाइजर और कार्डियक मेडिसिन शामिल हैं. ये दवाएं ICU में भर्ती COVID-19 के मरीजों लिए कारगर साबित हो सकती हैं.

नई दिल्ली. भारत इन दिनों जानलेवा कोरोना वायरस महामारी (COVID-19 Pandemic) से जूझ रहा है. अब तक कोरोना के 13 हजार 835 मरीज हो गए हैं, जबकि 452 लोगों की मौत हो चुकी है. संक्रमितों का ये आंकड़ा हर दिन बढ़ता रहा है. ऐसे में जरूरी है कि सभी कोविड-19 पीड़ितों को कुछ कारगर दवाएं समय पर मिलती रहें. इसे लेकर देश के दवा रेगुलेटर ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (AIOCD) ने सभी केमिस्ट्स से 55 जरूरी दवाओं का स्टॉक रखने को कहा है.

‘इंडियन एक्सप्रेस’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 8 लाख से ज्यादा केमिस्ट का प्रतिनिधित्व करने वाले AIOCD ने ऐसी 55 दवाओं की एक लिस्ट बनाई है, जिसमें एंटीबायोटिक्स, नेबुलाइजर और कार्डियक मेडिसिन शामिल हैं. ये दवाएं ICU में भर्ती COVID-19 के मरीजों लिए कारगर साबित हो सकती हैं.

इन एंटी बायोटिक्स दवाओं का स्टॉक रखने के निर्देश
AIOCD ने केमिस्ट से लो ब्लड प्रेशर में काम आने वाली और कुछ एंटीबायोटिक्स दवाओं का ज्यादा से ज्यादा स्टॉक रखने को कहा है. इसमें एड्रेनालाईन (Adrenaline), एट्रोफाइन (Atropine), एमियोडारोन (Amiodarone), फेंटानिल (Fentanyl), साल्बुटामॉल (Salbutamol),एमोक्सिसिलिन (Amoxicillin), सिप्लोफॉक्सिसीन (Ciprofloxacin) और मेटरोनिडेजॉल (Metronidazole) शामिल है.एसोसिएशन ने इसके अलावा 100 और जरूरी दवाओं का स्टॉक रखने के लिए कहा गया है. इसमें बुखार की दवा पैरासिटामॉल (Paracetamol),
ऐसीक्लोविर (Acyclovir), इंसुलिन (Insulin), ग्लिमिपीराइड (Glimepiride) और एम्लोडिपाइन (Amlodipine) जैसी दवाएं शामिल हैं.

AIOCD के महासचिव राजीव सिंघल ने बताया कि फिलहाल एक महीने से अधिक समय के लिए इन जरूरी दवाओं का भंडार हमारे पास है.
हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन बनी ‘संजीवनी बूटी’
इस बीच मलेरिया के इलाज में काम आने वाली हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन कोरोना के इलाज में काफी कारगार बताई जा रही है. इसी के चलते भारत ने मलेरिया के इलाज में काम आने वाली हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात पर रोक लगा दी थी. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से यह दवां मांगी थी. इसके बाद भारत ने इस दवा पर प्रतिबंध आंशिक रूप से हटा दिया है. भारत ने अमेरिका सहित कई देशों को यह दवा भेजी है.

कितनी कारगर है ये दवा?
एक स्टडी के मुताबिक हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के साथ एजिथ्रोमाइसिन का कॉम्बिनेशन कोरोना वायरस के असर को कम कर सकता है. कई देशों में दोनों दवाओं के इस्तेमाल के अच्छे नतीजे मिले हैं. ऐसे में इससे उम्मीद जगी है.

ये भी पढ़ें: दुनिया में कोरोना Live: शुक्रवार को दुनिया भर में मिले 86000 नए केस, 7300 से ज्यादा मौतें

COVID-19: क्या ठीक होने के बाद मरीज़ों में दोबारा लौट रहा है कोरोना वायरस? 3 देशों में मिले हैं मामले

News18 Hindi पर सबसे पहले Hindi News पढ़ने के लिए हमें यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें. देखिए देश से जुड़ी लेटेस्ट खबरें.


First published: April 18, 2020, 7:55 AM IST



Source link

Related Articles

Back to top button