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देश में कोरोना से लड़ने को बनाया UV रैकेट, हर चीज को कर देगा संक्रमणमुक्‍त | UV racket made by punjab researchers to fight against covid 19 in india | chandigarh-punjab – News in Hindi

देश में कोरोना से लड़ने को बनाया UV रैकेट, हर चीज को कर देगा संक्रमणमुक्‍त

रैकेट कर देगा संक्रमणमुक्‍त.

इस रैकेट (Racket) को कहीं भी ले जाया जा सकता है और संबंधित वस्तु के ऊपर इससे हाथ के पंखे की तरह हवा करनी होती है.

नई दिल्ली. अनुसंधानकर्ताओं ने पराबैंगनी प्रकाश (Ultraviolet light) से युक्त एक ऐसा रैकेट तैयार किया है, जो लगभग प्रत्येक सतह, ई-वाणिज्य पैकेटों और मुद्रा नोटों जैसी हर वस्तु को संक्रमणमुक्त (Disinfect) कर सकता है. इस रैकेट को कहीं भी ले जाया जा सकता है और संबंधित वस्तु के ऊपर इससे हाथ के पंखे की तरह हवा करनी होती है. यह रैकेट कोविड-19 महामारी (Coronavirus) से लड़ने में एक कारगर औजार साबित हो सकता है.

इस तरह से बना है रैकेट
इस रैकेट को विकसित करने वाले अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि 80 सेंटीमीटर लंबे इस रैकेट में एक तरफ स्थापित अंडाकार सिरे में यूवीसी ट्यूब-200 से 280 नैनोमीटर के बीच तरंगदैर्ध्य युक्त पराबैंगनी प्रकाश होता है. उन्होंने कहा कि उपकरण का दूसरी तरफ का हिस्सा धातु से बनी एक चादर से ढका होता है ताकि इसे इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति घातक पराबैंगनी किरणों की चपेट में न आ सके.

लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी ने बनायापंजाब स्थित लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के सहायक प्रोफेसर मनदीप सिंह ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘वर्तमान महामारी के दौर में हमें अपनी सुरक्षा के बारे में अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है और हमें उस हर चीज को संक्रमणमुक्त करना चाहिए जिसे हम बाहर से अपने घर ले जाते हैं.’’

सिंह ने कहा, ‘‘हमारा यूवी रैकेट इसे प्राप्त करने का पूर्ण समाधान है. चाहे यह बैग हो, बाहर से आईं खाने-पीने की चीजें हों या ई वाणिज्य पैकेट हों, इनके ऊपर रैकेट को कुछ समय के लिए लहराना चाहिए, ताकि ये संक्रमणमुक्त हो जाएं.’’

इस तरह से करेगा वार
अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि इस रैकेट को संबंधित वस्तु के ऊपर चार-पांच इंच की दूरी से एक मिनट के लिए लहराना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोई मानवीय हस्तक्षेप होने पर रैकेट संक्रमणमुक्ति की प्रक्रिया को बंद कर देता है, ताकि मानव त्वचा को कोई नुकसान न पहुंचे.

1 हजार रुपये होगी कीमत
यूनिवसिर्टी के बीटेक छात्र अनंत कुमार राजपूत ने कहा कि रैकेट में टाइमर भी लगा है जो एक मिनट के बाद बीप की आवाज देता है. इस रैकेट को अनंत ने ही सिंह और परियोजना अधिकारी राहुल अमीन चौधरी के दिशा-निर्देश में विकसित किया है. टीम ने इस रैकेट के पेटेंट के लिए आवेदन किया है और इसे बाजार में उतारने के लिए औद्योगिक साझेदारों की तलाश है. इसके बाद यह रैकेट एक हजार रुपये में उपलब्ध होगा.

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First published: April 17, 2020, 5:58 PM IST



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