सरकार ने बुखार की दवा पेरासिटामोल को लेकर लिया बड़ा फैसला, शर्तों के साथ एक्सपोर्ट को दी मंजूरी-Paracetamol Uses Dosage Government of india lifts curbs on exports of formulations made from Paracetamol amid COVID-19 | business – News in Hindi


विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT-Directorate General of Foreign Trade ) ने लिया फैसला
विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT-Directorate General of Foreign Trade ) के मुताबिक पेरासिटामोल एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट्स (API) को एक्सपोर्ट किया जा सकता है. लेकिन दवा एक्टिव इनग्रीडिएंटेस पर रोक जारी रहेगी.
Govt removes export curbs on formulations made of Paracetamol pic.twitter.com/dSFEqAlZSS
— CNBC-TV18 (@CNBCTV18Live) April 17, 2020
किस काम आती है ये दवा- पैरासिटामोल का उपयोग आमतौर पर दर्द निवारक और बुखार के इलाज के लिए किया जाता है. इसका इस्तेमाल सिरदर्द, मांसपेशियों के दर्द, गठिया, पीठ-दर्द, दांत-दर्द, जुकाम और बुखार जैसी कई स्थितियों के उपचार में होता है. इनमें से कई लक्षण कोरोना मरीजों में पाए जाते हैं इसलिए इन दवाओं की डिमांड बढ़ गई है.
हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन दवा की भी बढ़ी डिमांड- हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन का भारत में उत्पादन बड़ी मात्रा में होता है. यह दवा मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी में काम आती है. मलेरिया के साथ इन दवाओं का प्रयोग आर्थराइटिस में भी किया जाता है. अमेरिका जैसे देशों में यह दवा कोरोना वायरस के मरीजों को दी जा रही है और सहायक भी साबित हो रही है.
इसलिए अमेरिका समेत कई देशों में इसकी डिमांड अचानक बढ़ गई है. दरअसल इस दवा का खास असर सार्स-सीओवी-2 पर पड़ता है. यह वही वायरस है जो कोविड-2 का कारण बनता है और यही कारण है कि हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन के टेबलेट्स कोरोना वायरस के मरीजों को दिए जा रहे हैं.
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First published: April 17, 2020, 1:33 PM IST