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सरकार कभी भी कर सकती है दूसरे राहत पैकेज का ऐलान, इन लोगों के लिए हो सकती है बड़ी घोषणा – PM modi Finance Minister meet to discuss fiscal stimulus announcement likely by Saturday | business – News in Hindi

सरकार कभी भी कर सकती है दूसरे राहत पैकेज का ऐलान, इन लोगों के लिए हो सकती है बड़ी घोषणा

सरकार कभी भी कर सकती है दूसरे राहत पैकेज का ऐलान

सरकार इस शनिवार को जल्द ही कुछ आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज (Economic Stimulus Package) की घोषणा कर सकती है, लेकिन इसमें कोई बड़ी पॉलिसी की घोषणा नहीं होगी. राहत पैकेज कई चरणों में आ सकती है.

नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) संकट से प्रभावित बिजनेस को बनाए रखने के लिए केंद्र सरकार एक आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज तैयार कर रही है. अधिकारियों ने बताया कि, सरकार इस शनिवार को जल्द ही कुछ आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा कर सकती है, लेकिन इसमें कोई बड़ी पॉलिसी की घोषणा नहीं होगी. राहत पैकेज कई चरणों में आ सकती है.

सरकार के सामने कोविड बॉन्ड, राजकोषीय घाटा बढ़ाने, डेफिसिट को मोनेटाइज करने जैसे विकल्प हैं, लेकिन अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है. Covid-19 के लगातार बढ़ते संक्रमण के कारण लॉकडाउन जारी है और अर्थव्यवस्था की हालत खस्ता है. ऐसे में इंडस्ट्रीज लगातार दूसरे राहत पैकेज की मांग कर रही हैं. अपने पहले राहत पैकेज में सरकार ने गरीबों पर फोकस किया था. आज होने वाली इस बैठक में वित्त मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय के कुछ अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं.

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दूसरे राहत पैकेज का ऐलान संभव
आज की बैठक के बाद सरकार राहत पैकेज का ऐलान कर सकती है. यह राहत पैकेज आज या अगले एक-दो दिनों में जारी हो सकता है. उद्योग जगत ने सरकार से 9 से 10 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की मांग की है. इस राहत पैकेज का फोकस गरीबों और समाज के निचले तबके के लोगों, सूक्ष्म एवं लघु उद्योग (MSMEs) और उन सेक्टर्स पर होगा जिन पर लॉकडाउन की सबसे ज्यादा मार पड़ी है.

रोजाना हो रहा 40 हजार करोड़ रुपये का नुकसान
फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (Ficci) की अध्यक्ष संगीता रेड्डी ने कहा, ‘अनुमानों के मुताबिक राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की वजह से हर रोज 40 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. इस हिसाब से पिछले 21 दिन में 7-8 लाख करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है.’ उन्होंने कहा कि एक अनुमान के मुताबिक इस साल अप्रैल से सितंबर के बीच 4 करोड़ लोगों की नौकरियां खतरे में हैं. इस तरह एक तात्कालिक राहत पैकेज जरूरी है.

1.70 करोड़ रुपये के राहत का हो चुका है ऐलान
पिछले महीने सीतारमण ने 1.7 लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया था. इसमें गरीबों को अनाज और डायरेक्ट कैश ट्रांसफर के जरिए मदद पहुंचाई गई थी. साथ ही एंप्लॉयमेंट गारंटी प्रोग्राम के जरिए मजदूरी भी बढ़ाने का फैसला लिया गया था.

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सरकार MSMEs को जो छूट देने की तैयारी में है उसके तहत उन्हें आसान कर्ज मुहैया कराया जा सकता है. साथ ही इस बार भी गरीबों को फंड और अनाज दिया जा सकता है. बिजनेस स्टैंडर्ड के मुताबिक, एक अधिकारी ने बताया कि सरकार MGNREGA के तहत मजदूरों की मजदूरी भी बढ़ाने का फैसला कर सकती है.

अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में नौकरी के मौके पैदा करने के लिए लॉकडाउन के दौरान ग्रामीण सड़कों का निर्माण शुरू किया जा सकता है. जिन शहरी और कस्बाई इलाकों में कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं फैला है वहां सरकार ये काम शुरू कर सकती है. सरकार ने पहले ही गाइडलाइंस जारी करके खेती से जुड़े कामों की छूट दे दी है.

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First published: April 16, 2020, 8:00 PM IST



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