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बिना मदद चल नहीं सकता था शख्स, कोरोना से हुई मौत; स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी परेशान ऑ Paralysed Hyderabad Man With No Travel History Dies After Contracting Covid 19 | nation – News in Hindi

दो साल से बिस्तर पर था शख्स, फिर भी कोरोना से हुई मौत; स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी परेशान

निजी अस्पताल में काम करने वाले एक डॉक्टर ने नाम न छापने की शर्त पर News18 को बताया, अभी दो साल से यहां उनका इलाज चल रहा है और वह पैरालिसिस के कारण बिना मदद के आगे नहीं बढ़ सकते.

निजी अस्पताल में काम करने वाले एक डॉक्टर ने नाम न छापने की शर्त पर News18 को बताया, अभी दो साल से यहां उनका इलाज चल रहा है और वह पैरालिसिस के कारण बिना मदद के आगे नहीं बढ़ सकते.

हैदराबाद. तेलंगाना (Telangana)के Covdi019 Positive मामले ने राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ा दी हैं. यहां 44 वर्षीय एक दिव्यांग शख्स की कोरोना संक्रमित होने से मौत हो गई. वह शख्स इस महीने की शुरुआत में कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. इस शख्स की ना ही कोई ट्रैवेल हिस्ट्री थी. जिस दिन शख्स की मौत हुई उसेक बाद से ही जिला मेडिकल टीमें उस सोर्स का पता लगाने की कोशिश कर रही हैं, जहां से संभवत: वह व्यक्ति घातक वायरस के संपर्क में आया.

वहीं तीन सदस्यों वाले उनके परिवार ने बिना कोई यात्रा इतिहास या संदिग्ध संपर्कों के कोविड-19 की टेस्टिंग में निगेटिव पाए गए. ऐसे मामले अब राज्य में ‘कम्युनिटी ट्रांसमिशन’ की चिंता पैदा कर रहे हैं. हालांकि, तेलंगाना सरकार आश्वस्त करती रही है कि राज्य में अब तक वायरस के ‘सामुदायिक प्रसार’ की कोई स्थिति नहीं है.

गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया
उस शख्स को 26 मार्च को हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और हृदय संबंधी रोगों का इलाज चल रहा था. बाद में उन्हें आगे के उपचार के लिए राजकीय उस्मानिया जनरल अस्पताल में रेफर कर दिया गया. जिसके बाद शख्स जांच में कोरोना पॉजिटिव पाया गया और तब उसे तेलंगाना के एकमात्र कोविड-19 डेडिकेटेड हॉस्पिटल गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.निजी अस्पताल में काम करने वाले एक डॉक्टर ने नाम न छापने की शर्त पर News18 को बताया, अभी दो साल से यहां उनका इलाज चल रहा है और वह पैरालिसिस के कारण बिना मदद के आगे नहीं बढ़ सकते. परिवार ने हमें बताया कि वे इस अस्पताल में इलाज का खर्च नहीं उठा सकते, इसलिए हम उसे सरकारी अस्पताल ले गए. जब वह यहां थे, तब उन्हें कोई लक्षण नहीं दिखा.

‘हमें नहीं पता कि वह कैसे इस वायरस के संपर्क में आया होगा’
एहतियात के तौर पर निजी अस्पताल से डॉक्टर, नर्स, रेडियोलॉजी लैब तकनीशियन, हाउसकीपिंग स्टाफ सहित लगभग 14 स्वास्थ्य पेशेवरों को क्वारंटीन कर दिया गया है. टेस्ट किये जाने पर सभी के रिजल्ट्स निगेटिव आए.

जिला स्वास्थ्य टीम के सूत्रों के अनुसार, गांधी अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में व्यक्ति की मौत हो गई. वह हैदराबाद शहर के मुशीराबाद में हॉटस्पॉट क्षेत्रों में से एक का निवासी था. उस्मानिया अस्पताल के अधीक्षक नागेंदर ने News18 को बताया- ‘सच कहूं, तो हमें नहीं पता कि वह कैसे इस वायरस के संपर्क में आया होगा? पहचान करना कठिन है.’

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First published: April 16, 2020, 12:08 PM IST



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