देश दुनिया

भारत ने कैसे बनाया दुनिया का सबसे बड़ा स्मार्ट लॉकडाउन मॉडल? । How India evolved the world’s largest smart lockdown model | nation – News in Hindi

भारत ने कैसे बनाया दुनिया का सबसे बड़ा स्मार्ट लॉकडाउन मॉडल?

दुनिया में लॉकडाउन का सबसे बड़ा मॉडल भारत में लागू किया गया है (सांकेतिक फोटो)

दुनिया के किसी देश में लगाया गया यह लॉकडाउन का सबसे बड़ा मॉडल (Biggest Lockdown Model) बनाने में बहुत मेहनत लगी. यह मॉडल परामर्श (consultation), निरंतर क्षमता का अनुमान लगाने और सहकारी संघवाद (co-operative federalism) पर आधारित रहा.

नई दिल्ली. पीएम मोदी (PM Modi) ने भारत में लॉकडाउन (Lockdown) को 3 मई तक बढ़ाए जाने की घोषणा मंगलवार को की. कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रसार को रोकने के लिए लगाया गया यह लॉकडाउन का दूसरा चरण होगा. लॉकडाउन के पहले चरण के दौरान 25 मार्च से 21 दिनों का लॉकडाउन लगाया गया था. जो कि सफल रहा. लेकिन दुनिया के किसी देश में लगाया गया यह लॉकडाउन का सबसे बड़ा मॉडल (Biggest Lockdown Model) बनाने में बहुत मेहनत लगी. यह मॉडल परामर्श, निरंतर क्षमता का अनुमान लगाने और सहकारी संघवाद पर आधारित रहा. पहले लॉकडाउन की घोषणा के बाद ही इस मॉडल को तैयार करने के विस्तृत कार्य को शुरू कर दिया गया था.

पीएम मोदी (PM Modi) ने खुद भी समाज के कई हिस्सों के साथ बातचीत की, जहां पर उन्होंने उनके सुझावों के आधार पर नोट्स भी लिए. फिर उन्हें मुख्यमंत्रियों (Chief Ministers) से बातचीत के दौरान भी कुछ महत्वपूर्ण इनपुट मिले.

कई विषयों को लेकर बना बुनियादी मॉडल, राज्य जिसमें जोड़ सकते थे अपनी चीजें
11 सशक्त समूह बनाए गए जिन्होंने परामर्श प्रक्रिया (Consultation process) शुरू की. ये समूह कई हितधारकों जैसे उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य विशेषज्ञ, किसान समूह, आदि तक पहुंचे. फिर इन समूहों के साथ पीएम मोदी ने लंबी बैठकें की और सामने आई बातों के बारे में जाना.इसके बाद एक बुनियादी मॉडल (Basic model) बनाने का निर्णय लिया गया जो कि ‘लागू किए जाने वाले न्यूनतम दिशा-निर्देशों’ पर काम करे. राज्यों को इसकी सूची में और चीजें जोड़ने की छूट दी गई लेकिन हटाने की नहीं.

मॉडल की बदौलत कोरोना से लड़ाई पर बुरा प्रभाव डाले बिना कई काम हो सकते हैं शुरू
यह तय किया गया कि सभी को सामाजिक दूरी (Social Distancing) का पालन करना होगा. बड़ी संख्या में लोगों के पलायन को लेकर भी चिंता थी और कई स्तरों पर सभी पलायनों पर सक्रिय तरीके से सतर्कता बरतने को कहा गया था.

यह योजना बनाने में करीब 10 दिन लगे. यही वजह है कि पीएम मोदी (PM Modi) ने 11 अप्रैल को जान और जहान दोनों के महत्व पर जोर देने की बात कही थी.

इन दिशा-निर्देशों ने ही सुनिश्चित किया है कि कृषि गतिविधियां, मैन्युफैक्चरिंग, लॉजिस्टिक, ई-कॉमर्स (E-Commerce) आदि को भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई पर बिना बहुत अधिक प्रभाव डाले भी शुरू किया जा सकता है.

यह भी पढ़ें: जानिए 20 अप्रैल से लॉकडाउन में किन कामों को करने की मिली छूट और कौन से रहेंगे बंद

News18 Hindi पर सबसे पहले Hindi News पढ़ने के लिए हमें यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें. देखिए देश से जुड़ी लेटेस्ट खबरें.


First published: April 15, 2020, 5:18 PM IST



Source link

Related Articles

Back to top button