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COVID-19: मुंबई में इतने लोगों के मरने और संक्रमित होने की आखिर क्या है वजह? – coronavirus- What is the reason behind the death and infection of so many people in Mumbai | nation – News in Hindi

COVID-19: मुंबई में इतने लोगों के मरने और संक्रमित होने की आखिर क्या है वजह?

मुंबई में लगातार बढ़ रही संक्रमितो की संक्रमितों की संख्या-आखिर क्यों

मुंबई (Mumbai) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते संक्रमण की ऐसी कई वजहें सामने आई हैं जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है की आखिर क्यों यहां इतने केस क्यों बढ़ रहे हैं.

मुंबई. देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र (Maharashtra) राज्य से आ रहे हैं. महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा केस मुंबई महानगर से सामने आये हैं. मुंबई (Mumbai) में इस तरह बढ़ते संक्रमण के केसों ने महाराष्ट्र सरकार की चिंताएं और ज्यादा बढ़ा दी है. हर दिन कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामले से हड़कंप मचा हुआ है. इस शहर में कई स्वास्थ्यकर्मी (Health worker) भी संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. मुंबई में बढ़ते संक्रमण की ऐसी कई वजहें सामने आई हैं जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है की आखिर क्यों यहां इतने केस क्यों बढ़ रहे हैं.

1. अस्पतालों में आईसीयू की कमी
मुंबई में ऐसे कई अस्पताल हैं जो कोरोना की चपेट में आ चुके है, यहां पर काम करने वाले डॉक्टर, नर्स और कई वर्कर संक्रमित मिले हैं. मरीन लाइंस के बॉम्बे अस्पताल के एक तकनीशियन और ग्रांट रोड स्थित भाटिया अस्पताल की 11 नर्सें, दादर के शुश्रुषा अस्पताल की चार नर्सों तथा दो डॉक्टरों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. ऐसे में अकेला कस्तूरबा अस्पताल ही है जो इस जंग में लड़ रहा है. लेकिन इसकी सबसे बड़ी कमजोरी है कि इसमें आईसीयू ही नहीं है और न ही गंभीर मरीजों को देखने के लिए कोई सीनियर इंटेसिविस्ट.

2. मुंबई को आईसीयू बेड की सख्त जरूरतकोविड-19 से लड़ने के लिए अस्पताल तैयार नहीं किए गए. जिस तरह से मुंबई में केस बढ़ रहे हैं उनको देखते हुए अस्पतालों में 500 से ज्यादा आईसीयू बेड की जरूरत है. अभी तक यहां पर 111 लोगों की मौत हो चुकी है जिसे साफ़ दीखता है कि बीएमसी की तैयारी कोरोना को लेकर कैसी है.

3. क्रिटिकल केयर सुविधा की कमी
महाराष्‍ट्र सरकार ने मुंबई के लिए एक टास्‍क फोर्स का गठन किया है, इसमें टॉप डॉक्‍टर्स शामिल किए गए हैं. इस टास्क फोर्स का मानना है कि COVID-19 अस्पतालों में क्रिटिकल केयर सुविधा में तुरंत सुधार की जरूरत है. मंगलवार को जिन 11 की मौत हुई, उनमें से सात 50 से 65 की उम्र के थे जिन्हें हाइपरटेंशन, डायबिटीज जैसी बीमारी थी. यानी कि क्रिटिकल केयर न मिल पाने की वजह से मुंबई में मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है.

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4. घनी आबादी है एक वजह
संक्रमण बढ़ने की एक वजह यहां की घनी आबादी भी है. इसकी अनुमानित जनसंख्या 3 करोड़ 29 लाख है जो देश की सर्वाधिक आबादी वाला शहर है. मुंबई के धारावी को ही ले लिया जाए तो यह एशिया के सबसे बड़े स्लम में आता है. इकॉनामिक फोरम की एक रिपोर्ट के मुताबिक धारावी में जनसंख्या का घनत्व 270,000 प्रति स्क्वेयर किलोमीटर है. यहां की आबादी को लेकर अलग-अलग आंकडे सामने आते रहे है, लेकिन एक अनुमान के तहत यहां करीब दो किलोमीटर का दायरा 10 लाख लोगों के लिए आशियाना है.

5. एक वजह ज्यादा टेस्टिंग भी है
डब्ल्यूएचओ ने कहना है कि ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग की जाए जिससे कोरोना के मरीजों का सही आंकड़ा पता चल सके. इसके महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार कई कदम उठा रही है. मुंबई में बढ़ते कोरोना मरीजों के आंकड़ों की एक वजह अधिक टेस्टिंग भी बताई जा रही है. मुंबई के आंकड़ों को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि टेस्टिंग की कितनी ज्यादा जरूरत है.

देंखे मुंबई का अभी तक का हाल
राज्य में सबसे ज्यादा मामके मुंबई से आ रहे हैं, ऐसे में मुंबई के कई क्षेत्रों को हाटस्पाट भी घोषित किया जा चुका है. मुंबई में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 204 नये मामले सामने आये और इसके साथ ही देश की आर्थिक राजधानी में संक्रमण का कुल मामला बढ़ कर 1753 हो गया है. बृहन्मुंबई नगर निगम ने इसकी जानकारी दी. बीएमसी ने बताया कि मंगलवार को इस वायरस के संक्रमण के कारण 11 लोगों की मौत हो गयी, जिससे अब तक कोविड-19 के कारण मरने वालों की संख्या 111 हो गयी है.

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First published: April 15, 2020, 10:12 AM IST



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