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यह Covid-19 ऐप, तस्वीरों-लोकेशन का प्रयोग कर लगा रही है कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट का पता । Chennai Corporations Covid-19 App is Tracking Hotspots by Using Photos with Location | nation – News in Hindi

यह Covid-19 ऐप, तस्वीरों-लोकेशन का प्रयोग कर लगा रही है कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट का पता

जीसीसी कोरोना मॉनीटरिंग ऐप के जरिए चेन्नई में कोरोना हॉटस्पॉट पर रखी जा रही नजर (फोटो- ट्विटर)

जीसीसी कोरोना मॉनीटरिंग ऐप (GCC Corona Monitoring app) को अब तक 30 हजार लोग डाउनलोड (Download) कर चुके हैं और इस ऐप पर उनसे उनके घरों की तस्वीर मांगी गई है ताकि ज्यादा खतरे वाले पड़ोस की पहचान की जा सके.

कार्तिक लक्ष्मणन
चेन्नई.
एक ओर कोरोना वायरस महामारी से लड़ाई को लेकर और दूसरी ओर भविष्य की चुनौतियों को लेकर ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन ने इस महीने की शुरुआत में एक ऐप लॉन्च की है. जिसका नाम जीसीसी कोरोना मॉनिटरिंग है. इस ऐप के जरिए शहर में बुखार और कोरोना वायरस के अन्य लक्षणों वाले लोगों को जियो टैग किया जा रहा है. ऐसे लक्षण वाले लोग अपने घरों की तस्वीर अपलोड कर सकते हैं, जो उनकी लोकेशन कॉरपोरेशन को भेज देती है. जिसके बाद सरकारी डॉक्टर उनसे 24 घंटे के भीतर संपर्क करते हैं और अगर उनमें कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें इलाज के लिए ले जाया जाता है.

यह ऐप शहर में कोरोना वायरस के संभावित हॉटस्पॉट ढूंढने में अधिकारियों की भी मदद कर रही है. चेन्नई कॉरपोरेशन में आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय में एक रिसर्च फेलो और इस ऐप को बनाने वाले एमपी अज़हागु पांडिया राजा बताते हैं, एक एक ही इलाके से कई लोग रिपोर्ट करते हैं तो हम जान जाएंगे कि यह ऐसा मामला है और हम विशेष ट्रीटमेंट और ध्यान देंगे. क्योंकि यहां सामुदायिक प्रसार का खतरा हो सकता है.”

उन्होंने आगे बताया, हमारे यहां कई लोग क्वारंटाइन में हैं. जबकि हमारे पास उनके पते भी हैं, हम पक्की तरह उनकी लोकेशन जानते हैं. ऐसे में अगर वे ऐप का प्रयोग कर तस्वीरें भेजते हैं तो हमें लोकेशन मिल जाती है. और इमरजेंसी की हालत में हम उनतक जेसी से मदद भेज सकते हैं. हम एक साथ ही देख सकते हैं कि किसी इलाके में क्वारंटाइन किए गए लोगों का झुंड है. इससे हम ज्यादा से ज्यादा रिसोर्स को इससे निपटने में लगा सकते हैं और उस इलाके में कीटाणुनाशक आदि का छिड़काव करा सकते हैं.GCC ने सबसे पहले अपने ऐप में सोमवार, 13 अप्रैल को कंटेनमेंट जोन नाम का ऑप्शन एक अपडेट के जरिए जोड़ा. यह वे इलाके हैं जिनमें कई मामले होने के चलते, उन्हें सील कर दिया गया है. अज़्हगु ने कहा, हमने फिलहाल ऐसे 41 इलाके अपडेट किए हैं और हम इन्हें अपडेट करते रहेंगे.

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First published: April 14, 2020, 8:00 PM IST



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