जांच किट के लिए चार बार किया ऑर्डर मिली एक भी नहीं – Four times Order placed of kit for coronavirus test but not yet received one | nation – News in Hindi


र रोज 219 प्रयोगशालाओं में औसतन 15.7 हजार जांच की जा रही है.
देश में अभी कोरोना वायरस से संक्रमण के जो हालात है, उसमें हर रोज 219 प्रयोगशालाओं में औसतन 15.7 हजार जांच की जा रही है.
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक हर ऑर्डर के साथ ही भारत ने एक शर्त रखी थी, जिसमें जांच किट को एक हफ्ते में भेजने की बात कही गई थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कंपनियों ने शर्त को मंजूरी तो दी लेकिन अभी तक एक भी किट उपलब्ध नहीं कराई. कोरोना वायरस की जांच न हो पाने के कारण देश में अभी भी लॉकडाउन की स्थिति पहले ही जैसी बनी हुई है. देश में अभी जो हालात है उसमें हर रोज 219 प्रयोगशालाओं में औसतन 15.7 हजार जांच की जा रही है.
बता दें कि अभी तक दो लाख सैंपल ही जांच तक पहुंच सके हैं. भारत की आबादी को देखते हुए यह काफी छोटा हिस्सा है. आंकड़ों पर गौर करें तो अभी प्रति 10 लाख की आबादी पर भारत में 133 लोगों की जांच हो रही है जबकि अन्य देशों में यह कई गुना ज्यादा है.
इसे भी पढ़ें :- 15 अप्रैल को चीन से आएगी कोविड-19 जांच किट की पहली खेप, अब तक हुए 2.06 लाख टेस्ट50 लाख जांच किट के लिए 300 करोड़ रुपये का बजट
कोरोना वायरस की इस जंग में केंद्र सरकार ने 300 करोड़ रुपये का बजट 50 लाख जांच किट के लिए तय किया है. आईसीएमआर के सूत्रों के मुताबिक अप्रैल के अंत या मई के पहले सप्ताह में हर दिन एक लाख से अधिक लोगों की जांच संभव हो सकेगी. हालांकि उन्होंने इसके साथ यह भी कहा है कि यह तभी संभव हो सकेगा जब जांच किट जितनी मंगाई जा रही हैं वो हमें मिलें. बताया जाता है कि आईसीएमआर ने रविवार को एक और टेंडर निकाला, जिसमें शर्त रखी गई कि अगर किट जांच की गुणवत्ता पर खरी नहीं उतरी तो उसे वापस कर दिया जाएगा.
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