छत्तीसगढ़

लाकडॉउन् के दौरान प्रशासन का पक्षपाती रवैय्या,पत्रकारों से छुपा रहे जानकारी, मीडिया से बना रहे दूरी

लाकडॉउन् के दौरान प्रशासन का पक्षपाती रवैय्या,पत्रकारों से छुपा रहे जानकारी, मीडिया से बना रहे दूरी


देवेन्द्र गोरलेसबका संदेस न्यूज़ छत्तीसगढ़-डोंगरगढ- पूरे विश्व में कोहराम मचा रहे कोरोना वायरस की तबाही किसी से छुपी नहीं है और इससे जुड़ी सारी जानकारी देशवासियों तक इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट व सोशल मीडिया के माध्यम से ही लोगों तक पहुंच रही हैं। कोरोना के संक्रमण से बचने के

 

लिए लगातार जागरूकता फैलाने का कार्य मीडियाकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर कर रहे हैं इसलिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाकडॉउन् के दौरान भी इलेक्ट्रॉनिक व प्रिन्ट मीडिया को पूरी छूट दी है और मीडिया से किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं छुपाई जा रही है लेकिन धर्मनगरी डोंगरगढ में स्थानीय शासन प्रशासन द्वारा इन सबके विपरीत कार्य किया जा रहा है यहां पर ना तो मीडिया कर्मियों को कोरोना से संबंधित कोई भी जानकारी दी जा रही है बल्कि पूछने पर अनभिज्ञता जताई जाती है। यहां तक कि नगर के एसडीएम अविनाश भोई तो जब से कोरोना संक्रमण के चलते जब से लाकडॉउन् प्रारंभ हुआ है तभी से पत्रकारों का फोन उठाना ही बंद कर दिए हैं और ना ही अपने दफ्तर पर मिलते हैं ताकि उनसे मिलकर जानकारी ली जा सके। अब इसके दो कारण हो सकते हैं पहला यह कि कोरोना से संबंधित कोई भी जानकारी वे मीडिया को नहीं देना चाहते हैं या फिर उन्हें डर लगता होगा कि कहीं कोरोना मोबाइल के अंदर से उन्हें संक्रमित ना कर दे।

राजनीतिक सरंक्षण में पक्षपाती रवैय्या- जब से लाकडॉउन् चालू हुआ है तभी से स्पष्ट आदेश है कि सुबह 7 बजे से 12 बजे तक केवल आवश्यक वस्तुओं की दुकानें ही खुलेंगी लेकिन राजनीतिक सरंक्षण में एसडीएम अविनाश भोई के दिशा निर्देश में कई ऐसी दुकाने भी खोली गई जिनका आवश्यक वस्तुओं से कोई लेना देना नहीं है फिर चाहे वह ऑटो पार्ट्स हो फिर अन्य। वही किसी आम नागरिक ने अपनी दुकान खोली तो उनसे हजारों रुपये का चालान काट लिया गया लेकिन जो दुकाने इनकी सरंक्षण में खुली रही उनसे कोई चालान नहीं काटा गया और लोगों के विरोध के बाद बहाने से बचाकर बंद कर दिया गया। चूंकि एसडीएम अविनाश भोई इन दिनों अपने दफ्तर में तो मिलते नहीं है इसलिए अधिकतर फोन से ही जानकारी लेने का प्रयास किया जाता है लेकिन उनके द्वारा फोन ही नहीं उठाया जाता और कोरोना से संबंधित कोई भी आधिकारिक जानकारी नगरवासियों तक पहुंचाने खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

लाकडॉउन्न में भी बिक रही है अवैध शराब- 22 मार्च से छत्तीसगढ़ में लाकडॉउन् लागू है और लगभग 20 दिनों से बेलगांव स्थित अंग्रेजी शराब दुकान भी बंद है लेकिन हैरानी की बात है कि उसके बावजूद आज तक अवैध शराब की बिक्री का सिलसिला निरंतर जारी है आखिर इन्हें शराब कहाँ से उपलब्ध हो रही है यह जांच का विषय है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शराब वही है केवल दाम बढ़े हुए हैं जो गोवा का पौव्वा आम दिनों में बेलगांव सरकारी शराब दुकान में 80 रुपये में और ब्लैक में 120 रुपये में बिकता था वहीं गोवा का पौव्वा लाकडॉउन् के दौरान 150, 200 से बढ़ते हुए 300 और 400 तक जा पहुंचा है क्योंकि कुछ लोग ऐसे हैं जो शराब का सेवन किये बिना नहीं रह सकते इसी का फायदा शराब कोचिया उठा रहे हैं और मनमाने दाम में अवैध शराब बेच रहे हैं। सूत्रों की माने तो जिन्हें इस अवैध कारोबार पर रोक लगाने की जिम्मेदारी है वही अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ कर इन कोचियोओं को सरंक्षण देकर जप्त की गई अवैध शराब का महंगे दामों में विक्रय करवा रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि कुछ दिन पूर्व ही लगभग 27 पेटी अवैध शराब जप्त की गई थी जो मध्यप्रदेश की थी इसमें से लगभग 15 पेटी शराब मध्यप्रदेश की सील निकालकर एक राजनैतिक कोचिया के माध्यम से दो गुने से भी अधिक दामो में बिकवाई गई।

 

 

 

 

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