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लॉकडाउन में घर बैठे ऐसे कमाएं FD से 3 गुना ज्यादा मुनाफा! फटाफट जानें क्या है तरीका – Gold ETF returns in last 1 years compared to Fixed deposit get 3 times more profit | money-making-tips – News in Hindi

नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी की वजह से देशभर में लॉकडाउन है. आर्थिक गति​विधियां पूरी तरह से ठप हैं. केंद्र सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि आम लोगों के हाथ में कैश की किल्लत न हो. RBI द्वारा नीतिगत ब्याज दरों (Policy Rates) में कटौती के बाद लगभग सभी तरह के सेविंग्स पर मिलने वाले ब्याज दर भी घट गई हैं. इसमें बैंक Fixed Deposit से लेकर सरकारी गारंटी वाले स्मॉल सेविंग स्कीम्स शामिल हैं. वहीं, दूसरी तरफ वर्तमान में ​इक्विटी मार्केट में लगातार वोलेटिलिटी देखने को मिल रही है.

इन्हीं बातों को देखते हुए आज हम आपको एक ऐसा तरीका बताने जा रहे हैं, जिसके जारिये आप ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं. दरअसल, हाल में जारी एक आंकड़े से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2019-20 में गोल्ड ETF में 1,613 करोड़ रुपये का निवेश बढ़ा है.​ पिछले 6 साल में ऐसा पहली बार हुआ कि घरेलू बाजार में इन्फ्लो बढ़ा है. खास बात है कि कोरोना वायरस की शुरुआती खबरों के बीच जनवरी और फरवरी 2020 में गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) में रिकॉर्ड निवेश बढ़ा है. आमतौर पर ऐसी परिस्थिति में गोल्ड को सबसे सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है.

कैसे गोल्ड ETF पर अधिक रिटर्न मिल रहा?
पिछले कुछ साल में गोल्ड ETF पर मिलने वाले रिटर्न की बात करें तो कुछ मामलों में यह बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से कई गुना अधिक है. उदाहरण के तौर पर देखें तो इस समय कुछ स्मॉल फाइनेंस बैंक एफडी पर अधिकतम 9 फीसदी के करीब ब्याज दे रहे हैं. प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर बैंकों की एफडी पर तो यह दर बहुत कम है. आरबीआई के फैसले के बाद अधिकतर बैंकों ने ब्याज घटा दिया है. वहीं, पिछले एक साल में टॉप गोल्ड ईटीएफ फंड्स पर नजर डालें तो इसमें 27 फीसदी तक रिटर्न मिला है. इसको देखते हुए कहा जा सकता है कि एफडी की तुलना में गोल्ड ईटीएफ पर अधिक रिटर्न मिल सकता है.यह भी पढ़ें: PPF और सुकन्या समृद्धि अकाउंट पर सरकार की राहत, लेकिन इन बातों का रखें ध्यान

वैल्यू रिसर्च की एक आंकड़े के मुताबिक, पिछले एक साल के दौरान निप्पोन गोल्ड ईटीएफ, SBI गोल्ड ईटीएफ, कोटक, एक्सिस, ICICI प्रुडेंशियल, बिरला सनलाइफ, IDBI जैसे टॉप गोल्ड फंड्स में औसतन 27 फीसदी से अधिक रिटर्न मिल रहा है.

क्या होता है Gold ETF

गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड म्यूचुअल फंड का ही एक प्रकार है, जो सोने में निवेश करता है. इस म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) योजना की यूनिट्स स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होती हैं. गोल्ड ईटीएफ सोने में निवेश का आधुनिक, कम खर्चीला और सुरक्षित साधन है. इसमें आपके द्वारा खरीदे हुए यूनिट आपके डीमैट खाते में जमा होते हैं. जब भी इन्हें भुनाना हो तो आप अपने गोल्ड ईटीएफ की कीमत के बराबर नकदी ले सकते हैं. कुछ गोल्ड ईटीएफ स्कीम्स में आपको मैच्योरिटी के समय बराबर कीमत का सोना लेने का विकल्प भी मिलता है.

क्या हैं गोल्ड ईटीएफ के फायदे
हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि सिर्फ रिटर्न हासिल करने के लिए सोने में निवेश नहीं करना चाहिए. इसे सभी के पोर्टफोलियो में रिस्क डायवर्सिफायर (जोखिम को डायवर्सिफाई करने वाली स्कीम) के तौर पर होना चाहिए. गोल्ड ईटीएफ बहुत प्राइस एफिसिएंट हैं. गोल्ड ईटीएफ खुदरा स्तर पर होलसेल मार्केट प्राइस की एफिसिएंसी को लाता है. इसमें आपको सोने को फिजिकल तरीके से रखने की भी झंझट नहीं होती है. सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप इसे जब चाहे बाजार के मूल्य पर बेच सकते हैं.

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कैसे लागाए पैसा?
आपको किसी शेयर ब्रोकर के पास अपना ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खुलवाना होगा. आप इन्हें लम्प-सम या सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) द्वारा नियमित अंतराल से भी खरीद सकते हैं. आप एक ग्राम सोना भी खरीद सकते हैं. इस तरह बाजार को ज्यादा समय देने के बजाय सिस्टमैटिक तरीके से निवेश करें.

किसी शेयर ब्रोकर के पास अपना ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खुलवाएं.अपने लॉगिन आईडी और पासवर्ड से ब्रोकर के ऑनलाइन पोर्टल पर लॉगिन करें.गोल्ड ईटीएफ चुनें जिसे आप खरीदना चाहते हैं. जितनी यूनिट आप खरीदना चाहते हैं उतनी गोल्ड यूटीएफ यूनिट्स के लिए अपना पर्चेज ऑर्डर दें. आपके खाते से पैसा कट जाएगा.ट्रेड करने वाले दिन या अगले दिन यूनिट्स आपके डिमेट अकाउंट में क्रेडिट हो जाएंगी.

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