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कोरोना वायरस संकट पर पासवान का आश्वासन- हमारे गोदामों में है 9 महीनों के लिए पर्याप्त खाद्यान्न । Paswan s assurance on coronavirus crisis our warehouses have enough food grains for nine months | nation – News in Hindi

कोरोना वायरस संकट पर पासवान का आश्वासन- हमारे गोदामों में है 9 महीनों के लिए पर्याप्त खाद्यान्न

रामविलास पासवान ने कहा है कि सरकारी गोदामों ने नौ महीने के लिए पर्याप्त राशन है (फाइल फोटो)

रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) ने कहा कि प्रति माह पीडीएस (PDS) के माध्यम से 60 लाख टन अनाज की आपूर्ति की जाती है. यहां से सीमित मात्रा में मोटे अनाज और दालों (pulses) की आपूर्ति भी की जाती है.

नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान (Union Minister Ram Vilas Paswan) ने रविवार को कहा कि केंद्र सरकार (Central Government) के पास सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के दायरे में आने वाले 81 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को नौ महीनों तक खिलाने के लिए पर्याप्त अनाज का भंडार है. उन्होंने यह भी कहा कि इस बार गेहूं की भारी पैदावार की उम्मीद को देखते हुए हमारे पास आने वाले दिनों में और अधिक समय के लिए खाद्यान्न भंडार होगा.

कोराना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) की रोकथाम के लिए लागू प्रतिबंधों की अवधि को अप्रैल महीने के अंत तक बढ़ाये जाने की संभावना को देखते हुए उपभोक्ता मामलों, खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के मंत्री (Minister of Consumer Affairs, Food and Public Distribution Department) ने कहा कि संकट के समय ‘अभूतपूर्व’ पैमाने पर खाद्यान्नों का परिवहन और उनका वितरण ‘जीवनरेखा’ बनकर उभरा है. इसी के जरिये गरीबों को समय पर उनके राशन की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है.

PDS के माध्यम से प्रति माह की जाती है 60 लाख टन अनाज की आपूर्ति
पासवान ने एक साक्षात्कार में बताया कि 10 अप्रैल तक सरकारी गोदामों (Government warehouses) में, गरीबों के बीच वितरण के लिए 299.45 लाख टन चावल और 235.33 लाख टन गेहूं जैसे दो प्रमुख अनाज उपलब्ध थे. यह कुल मिलाकर 534.78 लाख टन है.पासवान ने कहा कि प्रति माह पीडीएस (PDS) के माध्यम से 60 लाख टन अनाज की आपूर्ति की जाती है. यहां से सीमित मात्रा में मोटे अनाज और दालों की आपूर्ति भी की जाती है.

सभी राज्यों को तीन महीने के राशन की मुफ्त आपूर्ति की जाएगी
पासवान ने कहा, ‘‘अनाज की कोई कमी नहीं है. हमारे पास अब रबी फसल आने वाली है और हमारा अनुमान है कि हमारे पास दो साल तक के लिए पर्याप्त स्टॉक होगा.’’ हालांकि लॉकडाउन को बढ़ाने के संदर्भ में अर्थव्यवस्था (Economy) से लेकर कई तरह की चिंतायें हैं, लेकिन गेहूं और चावल जैसे आवश्यक अनाज की कमी को लेकर कोई चिंता नहीं है.

पासवान ने हल्के-फुल्के अंदाज में मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों को लेकर कहा कि परिस्थिति कुछ ऐसी है कि ‘‘गवाह (केन्द्र सरकार) चुस्त और मुद्दई (राज्य सरकारें) सुस्त’’. उन्होंने कहा कि सभी पीडीएस लाभार्थियों (PDS beneficiaries) को तीन महीने की आपूर्ति मुफ्त मिलने की घोषणा के बाद केंद्र सरकार लगातार राज्यों से कह रही है कि वे अपने राशन के कोटे का समय पर उठान करें.

एक ही दिन में ट्रेन से भेजा गया रिकॉर्ड 20 लाख टन से ज्यादा अनाज
पासवान ने कहा कि अनाजों के आवागमन में ट्रेनें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं. उन्होंने कहा कि हाल ही में किसी एक दिन ट्रेन (Train) के जरिये करीब 20.19 लाख टन अनाज को भेजा गया जो एक रिकॉर्ड है.

सरकार ने एजेंसियों, सार्वजनिक हों या निजी दोनों के लिए भी यह आसान बना दिया है कि यदि वे गरीबों की मदद करने में शामिल हों, तो वे सरकार के पास से रियायती दर (Concessional rate) पर अनाज खरीद सकते हैं.

यह भी पढ़ें: क्या राज्यों के राहत कोष में किया गया योगदान CSR खर्च होगा? सरकार ने क्या कहा?

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First published: April 12, 2020, 7:30 PM IST



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