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कोविड 19: जानिए कैसे लॉकडाउन हटा रहे हैं दुनिया के कई देश_how these countries removing lock down after various weeks knowat | knowledge – News in Hindi

कोरोना वायरस की वजह से बुरी तरह से जूझ रहे कुछ देशों में राहत की खबरें आ रही हैं. नए संक्रमण के मामलों और मौत के आंकड़ों में कमी देखने को मिल रही है. कई देश, जिनमें ज्यादातर यूरोपीय हैं, अब सख्त लॉकडाउन में ढील देने की तैयारी कर रहे हैं. इन देशों को आशा है कि इन्होंने कोरोना वायरस की चरम अवस्था पार कर ली है.

ऑस्ट्रिया और डेनमार्क में इस सप्ताह प्रतिबंध हटाने की घोषणाएं कर दी गई हैं. वहीं स्पेन और इटली प्लानिंग कर रहे हैं कि आखिर लॉकडाउन में ढील किस तरह दी जाए, जिससे ये दोबारा न पनपे. ब्रिटेन अभी अपने यहां लॉकडाउन बढ़ाने की सोच रहा है. सरकारी अधिकारी स्थितियों का गंभीरता से निरीक्षण कर रहे हैं कि इसे हटाया जाना चाहिए. इस दौरान चीन ने अपने यहां जारी लॉकडाउन हटा लिया है. कोरोना से प्रभावित अन्य जगहों के साथ वुहान शहर भी नॉर्मल होने की तरफ आगे बढ़ रहा है. हालांकि अभी यहां पर लोगों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के आदेश दिए गए हैं.

हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने देशों को चेतावनी भी जारी की है कि लॉकडाउन हटाने में की गई जल्दीबाजी कोरोना को दोबार पनपने का मौका दे सकती है. आइए जानते हैं कि देश किस तरह अपने यहां लॉकडाउन हटा रहे हैं.

चीनचीनी प्रशासन लॉकडाउन के प्रतिबंधों को क्षेत्रवार हटा रहा है. सबसे ज्यादा सख्त लॉकडाउन हुबेई प्रांत में था जहां वुहान शहर है. वुहान ही वो शहर है जहां पर कोरोना वायरस का पहला मरीज पाया गया था. कोरोना वायरस को वुहान वायरस भी कहा जाता रहा है. लंबे लॉकडाउन के बाद अब प्रशासन ने लोगों को शहर से बाहर जाने की छूट दे दी है. हालांकि शहर से बाहर निकलने से पहले उन्हें ग्रीन कोड यानी कोरोना टेस्ट निगेटिव दिखाना होगा. स्कूलों को बंद रखा गया है और सार्वजनिक परिवहन की सीमित तौर पर शुरुआत कर दी गई है.

प्रशासन ने यहां पर लॉकडाउन हटाने की शुरुआत फरवरी महीने के आखिरी में ही शुरू कर दी थी. अब भी शहर में लोगों की थर्मल स्कैनिंग के लिए चेकपॉइंट्स लगाए गए हैं. कोरोना से कम प्रभावित चीन के इलाकों में अब जिंदगी लगभग सामान्य हो चुकी है. कई फैक्टरियों, दुकानों, रेस्टोरेंट को दोबारा खोल दिया गया है. हालांकि अब जहां संभव है वहां पर वर्क फ्रॉम होम की सुविधा बड़े स्तर पर दी जा रही है.

चीन ने फरवरी महीने के आखिरी से लॉकडाउन हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी.

सरकार ने देश की राजधानी बीजिंग में बार मालिकों के लिए नए निर्देश जारी किए हैं. बार में एक से दूसरी टेबल के बीच कम से एक मीटर की दूरी रखने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही कहा गया है बार की सभी टेबल्स को अच्छी तरह से रोज सैनेटाइज किया जाए. चीन के व्यावसायिक केंद्र के रूप में मशहूर शंघाई में आगामी 27 अप्रैल से स्कूलों को खोलने की तैयारी चल रही है. सीमाओं पर निगरानी व्यवस्था बढ़ा दी गई है जिससे चीन में बाहर से घूमने आए सैलानी देश में ही रहें. वहीं विदेशों से वापस आ रहे चीनी नागरिकों पर भी टेस्टिंग के कड़े नियम लगाए हैं.

बीते मंगलवार को चीन ने कोरोना वायरस से कोई मौत नहीं होने की घोषणा पहली बार की. हालांकि देश में कोरोना के दोबारा प्रसार को लेकर लोगों के बीच आशंकाएं भी हैं. इसका कारण है चीन का शुरुआत से खबरों को दबाना. चीन की इस बात को लेकर काफी आलोचना हुई है कि उसने कोरोना के बारे में दुनिया के देशों को अंधेरे में रखा.

ऑस्ट्रिया
ऑस्ट्रिया की सरकार आगामी 14 अप्रैल से लॉकडाउन में ढील देने की तैयारी में है. देश की दुकानों को टाइम टेबल के हिसाब से खोला जा सकता है. हालांकि ऑस्ट्रिया के चांसलर ने ये भी हिदायत दी है कि अगर मामलों में फिर वृद्धि हुई तो लोगों को फिर से लॉकडाउन के लिए तैयार रहना होगा. प्लान ये है कि शुरुआत में छोटी दुकानों को ही खोला जाएगा. अगर संभव हो सके तो स्टोर मालिक बाहर से ही लोगों को समान सौंप सकता है. स्टोर में एंट्री की भी संख्या तय होगी. सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को पालन किया जाएगा. घर से बाहर निकलने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा.

अगर ये प्लान सफल रहा तो फिर 1 मई से और बड़े स्तर पर दुकानें, और फैक्टरियां स्टार्ट किए जाने की योजना है. रेस्टोरेंट और होटल को मध्य मई तक न खोलने का प्लान है. सरकार का मानना है कि कितने भी कड़े निर्देशों के बावजूद इन जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियम फॉलो नहीं हो पाते हैं.

डेनमार्क
डेनमार्क भी 15 अप्रैल से लॉकडाउन हटाने की तैयारी कर रहा है. ऐसा कई चरणों में किया जाएगा. देश में बीते तीन हफ्तों से लॉकडाउन है. गौरतलब है कि डेनमार्क यूरोप के उन देशों में है जिसने सबसे पहले लॉकडाउन की घोषणा की थी. प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सेन ने कहा है कि लॉकडाउन हटाने के बाद का समय बेहद मुश्किल भरा होना वाला है. अगर हम लॉकडाउन हटा कर खड़े होने की कोशिश करेंगे तो गिर जाने का खतरा दोबारा बना रहेगा. अगर हमने तेजी से लॉकडाउन हटाया तो ये घातक साबित हो सकता है. हम चरणों में पूरी सतर्कता के साथ लॉकडाउन हटाने की कोशिश करेंगे.

यूरोपीय देशों में डेनमार्क ने सबसे पहले अपने यहां लॉकडाउन की घोषणा की थी.

चेक रिपब्लिक
चेक रिपब्लिक ने अपने यहां दैनिक उपभोग से जूड़ी चीजों की दुकानों को सबसे पहले खोलने की सोची है. साथ ही दवा की दुकानें और गार्डेन भी खोले जाएंगे. सरकार का आदेश है दुकानों को खोलने के पहले सैनिटाइज किया जाए. विक्रेता अनिवार्य रूप से दस्ताने पहनेंगे. कस्टमर्स के लिए सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करने के निर्देश जारी किए गए हैं. सरकार कुछ समय बाद ये फैसला करेगी कि अन्य दुकानों को खोलना है या नहीं.

नॉर्वे
नॉवे की प्रधानमंत्री ने घोषणा की है कि हम अगले हफ्ते से लॉकडाउन धीरे-धीरे हटाना शुरू करेंगे. इसकी शुरुआत नर्सरी और प्राइमरी स्कूलों को 20 को खोलने के साथ की जाएगी. बड़ी कक्षाओं के स्कूल उसके अगले हफ्ते से खुलने शुरू होंगे. हालांकि वर्क फ्रॉम होम को अब भी जारी रखा जाएगा. प्रधानमंत्री ने आगाह किया है कि हमें सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को लंबे समय तक फॉलो करना पड़ सकता है. बड़े स्पोर्ट्स इवेंट और कल्चरल फेस्टिवल आगामी 15 जून तक नहीं होंगे. देश के लोगों को बिना किसी बड़ी जरूरत के विदेश यात्रा से रोका गया है.

ईरान
ईरान में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के साथ 11 अप्रैल से कुछ बिजनेस शुरू करने की इजाजत दी जाएगी. ईरानी सरकार के दो तिहाई कर्मचारी काम पर वापस लौटेंगे. हालांकि तेहरान में अभी नियम सख्त रहेंगे क्योंकि कोरोना का सबसे ज्यादा प्रभाव यहीं पर था. स्कूल, यूनिवर्सिटी और स्पोर्ट्स इवेंट की शुरुआत पर 18 अप्रैल के बाद विचार किया जाएगा. गौरतलब है कि ईरान ने लॉकडाउन करने में देरी कर दी थी जिसका खामियाजा उसे उठाना पड़ा है. देश बुरी तरह कोरोना वायरस की चपेट में आ गया था. हालांकि अब नए मामलों की संख्या में तेजी से कमी आई है. सरकार को आर्थिक नुकसान की चिंता भी सताने लगी थी. गौरतलब है अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों की वजह से ईरान की अर्थव्यवस्था पहले से खस्ता है.

ईरान ने अपने यहां लॉकडाउन करने में देरी कर दी थी जिसका उसे खामियाजा उठाना पड़ा.

स्पेन
स्पेन अब भी कोरोना वायरस से बुरी तरह जूझ रहा है कि लेकिन नए मामलों में कमी आती दिख रही है. स्पेन में कोरोना वायरस की वजह से डेथ रेट काफी ज्यादा है. अधिकारी इस बीच तैयारी में लगे हैं कि आखिर कैसे लॉकडाउन में ढील दी जाए. अधिकारियों का कहना है कि इसके कोरोना टेस्टिंग का दायरा बढ़ाया जा रहा है. माना जा रहा है कि मई महीने की शुरुआत में लॉकडाउन हटाने का फैसला लिया जा सकता है. लेकिन उसके पहले सरकार मास टेस्टिंग की योजना बना रही है.

इटली
इटली यूरोप में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देश है. हालांकि अब नए मामलों की संख्या में तेजी के साथ कमी आई है. इसी के साथ सरकार तैयारी में जुट गई है कि लॉकडाउन कैसे हटाया जाएगा. इंडस्ट्री और अर्थशास्त्रियों की तरफ से बढ़ते दबाव की वजह से माना जा रहा है कि 15 अप्रैल के बाद सरकार कुछ ढील दे सकती है.

अधिकारियों का कहना है कि धीरे-धीरे सेक्टर के हिसाब से प्रतिबंध हटाए जा सकते हैं. इसमें ये भी ध्यान रखा जाएगा कि किन इलाकों में कोरोना का सबसे ज्यादा प्रभाव रहा है. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के निर्देशों का कड़ाई के साथ पालन कराया जाएगा. गौरतलब है कि इटली का उत्तरी इलाका कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है. कहा जा रहा है कि पूरे यूरोप में कोरोना वायरस यहीं से फैला है. ये बड़ा औद्योगिक सेंटर है.

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