तीन महीने की ईएमआई की छूट पर स्थिति स्पष्ट नहीं,
बैंक व फाइनेंस कंपनियों के ईएमआई को लेकर आ रहे मैसेज तो ग्राहक हो रहे परेशान
भिलाई। कोरोना वायरस के संकट के कारण देश भर में हुए लॉकडाउन की वजह से रिजर्व बैंक ने तो लोन की ईएमआई चुकाने में तीन महीने की मोहलत दे दी है, लेकिन बैंक व फाइनेंस कंपनियां इसे लेकर कोई नीति नहीं बना पाई हैं। इस माह का ईएमआई साइकिल शुरू हो चुका है और 2 अप्रेल से लोगों की ईएमआई कटना शुरू हो जाएगी। इसे लेकर तमाम बैंक व फाइनेंस कंपनियों द्वारा ग्राहकों को पर्याप्त बैलेंस मेंटेन करने का मैसेज भी भेजा जा रहा है। ऐसे में उपभोक्ता परेशान है कि आखिर वे क्या करें।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पिछले दिनों 27 मार्च को नीतिगत दरों की समीक्षा के बाद ही इस बारे में घोषणा कर दी थी। उन्होंने बताया कि था कि इस बारे में विस्तृत दिशा निर्देश बैंकों से जारी किये जाएंगे। देश के लाखों उपभोक्ता इस इंतजार में थे कि बैंकोंं व फाइनेंस कंपनियों से इस संबंध में सकारात्मक पहल की जाएगी लेकिन बैंकों व फाइनेंस कंपनियों ने इसमें देरी की। अब हालात यह हैं कि उपभोक्ता ईएमआई को लेकर कन्फ्यूज है। क्योंकि प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले अधिकतर लोगों की सैलरी नहीं पहुंची और ईएमआई सर्कल शुरू हो चुका है।