मुरारी पारा में मौलाना अबुल कलाम आजाद एवं कस्तूरबा गांधी पुण्यतिथि मनाई गई

कोंडागांव । आज दिनांक 22 /2/019 को शासकीय प्राथमिक शाला मुरारी पारा बड़े बेंद्री में देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की धर्मपत्नी एवं स्वतंत्रता सेनानी श्रीमती कस्तूरबा गांधी जी का पुण्यतिथि संस्था प्रभारी श्री पवन कुमार साहू शिक्षक श्री सुखदेव भरद्वाज श्रीमती उत्तरा साहू एवं छात्र छात्राओं की उपस्थिति में मनाया गया. इस अवसर पर संस्था प्रभारी श्री पवन कुमार साहू शिक्षक श्री सुखदेव भारद्वाज एवं श्रीमती उत्तरा साहू ने मौलाना अबुल कलाम आजाद एवं श्रीमती कस्तूरबा गांधी जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म 11 नवंबर 1888 को सऊदी अरब के मक्का शहर में हुआ . स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई के समय मौलाना अबुल कलाम आजाद मुख्य सेनानी में से एक थे मौलाना साहब एक महान वैज्ञानिक, राज नेता और कवि के रूप में जाने जाते थे. आप राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के महान अनुयाई में से एक थे. आप ने गांधी जी के साथ अहिंसा का साथ देते हुए सविनय अवज्ञा आंदोलन और असहयोग आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. आप स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री बने तथा देश की शिक्षा पद्धति को सुधारने में अहम भूमिका निभाई . 12 फरवरी 1958 को मौलाना अबुल कलाम आजाद का दिल्ली में अचानक देहावसान हो गया. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की धर्मपत्नी श्रीमती कस्तूरबा गांधी का जन्म 11 अप्रैल 1869 को पोरबंदर गुजरात में हुई कस्तूरबा गांधी जी को भारत में “बा” के नाम से जाने जाते थे, वे गांधी जी के साथ देश की स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी परछाई की तरह रहती थी। तथा गांधीजी के असहयोग आंदोलन एवं अस्पृश्यता उधार में अहम भूमिका निभाई। साबरमती आश्रम में गौशाला एवं आश्रम की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया करते थे 22 फरवरी 1944 को आपने अपना प्राण त्याग दिए कार्यक्रम के अंत में बापू जी का प्रिय भजन रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम का सामूहिक प्रस्तुति कर 2 मिनट का मौन धारण कर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
सबका संदेस ब्यूरो, कोंडागांव 9425598008