रावघाट रेल्वे प्रभावित किसान बैठे धरने पर, मांग पूरी नही हुई तो करेंगे उग्र आंदोलन
कोण्डागांव। रावघाट रेल लाइन विस्तार से प्रभावित किसानों द्वारा रैली निकालकर राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम पर प्रेषित 14 सूत्रीय मांगों से संबंधित ज्ञापन कलेक्टर को सौंपने के और साथ ही यह चेतावनी देने कि सौंपे गए ज्ञापन पर 15 दिन में निर्णय नहीं होने पर उग्र आंदोलन की जाएगी को नजरअंदाज कर देने से आक्रोषित किसान 22 जनवरी से जिला मुख्यालय कोण्डागांव नगर के चैपाटी स्थल पर दो दिवसीय आंदोलन पर डट गए हैं। ज्ञात हो कि भूमि अधिग्रहण नियमों के पालन सहित अपनी अन्य मांगों को लेकर रेल्वे लाईन पीडित लामबंद हुए किसानों के द्वारा 27 दिसम्बर को अखिल भारतीय किसान सभा के बेनर तले रैली निकालकर उक्त ज्ञापन को सौंपने हेतु चैपाटी मैदान में इकट्ठे हुए फिर यहां से नारेबाजी के साथ रैली निकाला एवं जिला कार्यालय पहुंचकर, किसानों ने सीधे कलेक्टर के हाथों में अपना ज्ञापन सौंपा था। उक्त ज्ञापन पर कार्यवाही नहीं होने से ही व्यथित किसान आंदोलन के रास्ते पर जाने का निर्णय लेते हुए 22 जनवरी से दो दिवसीय धरना पर बैठकर षासन-प्रषासन को यह संकेत/चेतावनी देने का प्रयास करते नजर आ रहे हैं कि यदि उनकी जायज मांगों पर सुनवाई नहीं हुई तो वे आगे और भी उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे और जिसकी संपूर्ण जवाबदेही प्रषासन की होगी। ज्ञात हो कि जगदलपुर-रावघाट रेल्वे लाईन के नाम से रेल्वे लाईन का विस्तार करते हुए बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर तक रेल लाईन को पहुंचाने की कवायद प्रषासनिक स्तर पर जोर-षोर से जारी है और इस हेतु सर्वेक्षण किए जाने का कार्य पूर्ण हो गया बताया जाकर किसानों को उनकी कृषि भूमि का मुआवजा दिए जाने के प्रकरण अनुविभागीय अधिकारी राजस्व स्तर पर चलाए जाने लगे हैं, लेकिन वहीं कोण्डागांव जिले के विभिन्न ग्रामों के कुछ किसान षिकायत करते नजर आ रहे हैं कि संबंधित पटवारी के द्वारा उनकी कृृषि भूमि का मुआवजा प्रकरण तैयार ही नहीं किया गया है। सर्वेक्षण के दौरान मुआवजा प्रकरण से वंचित रह गए कुछ किसानों ने जब अन्य किसानों से चर्चा की तो ज्ञात हुआ कि एक नहीं अनेक किसानों के साथ भी ऐसा ही कुछ हो रहा है। इस आंदोलन में कोंडागांव सहित ग्राम बुनागांव, चैडंग, चिमडी, कोदागांव, किबईबालेंगा, गंगामुंडा, बनजुगानी, चिचडोंगरी, गुलभा, भीरागांव ब, कोपाबेडा, संदोनार, जामपदर, चिखलपुटी, चिचपोलंग, बनियागांव, दहिकोंगा, घोडागांव, माकडी, जोबा आदि 21 गांव के किसान संगठित हुए और भविष्य में किसानों को हो सकने वाली परेषानियों पर चर्चा किये जाने के बाद अधिवक्ता का.तिलक पाण्डे से भूमि अधिग्रहण संबंधी कानून के संबंध में संपूर्ण जानकारी लेने के बाद रेल्वे लाईन के विस्तार से पीडित होने वाले सभी किसानों ने आपस में विचार विमर्ष करने के बाद सर्वसम्मति से निर्णय लेकर 14 बिंदुओं का एक ज्ञापन तैयार कर 26 सितंबर और 27 दिसंबर को जिला मुख्यालय कोण्डागांव में रैली निकालकर पूर्व में भी कलेक्टर को अपना ज्ञापन सौंप चुके हैं।
सबका संदेस ब्यूरो, कोंडागांव 94255 98008