छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

कांग्रेस के संगठन पुर्नगठन में जातिगत समीकरण पर ध्यान के साथ मिला जमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मान

भिलाई। कांग्रेस पार्टी ने अपने संगठन का पुनर्गठन करते हुए दुर्ग जिला ग्रामीण और भिलाई शहर जिला के लिए नये अध्यक्षों की नियुक्ति में जातीय संतुलन का खास ध्यान रखा है। दुर्ग जिला ग्रामीण की कमान युवा नेता निर्मल कोसरे को सौंपकर पार्टी ने अपने मंसूबे साफ कर दिए हैं। वहीं भिलाई शहर जिला संगठन में श्रीमती तुलसी साहू को अध्यक्ष का दायित्व देकर पार्टी ने एक तरह से महिलाओं के साथ ही पिछड़े वर्ग पर पैठ बनाने की कोशिश की है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेहद करीबियों में शामिल भिलाई-चरोदा नगर निगम क्षेत्र के गनियारी गांव निवासी निर्मल कोसरे दुर्ग जिला ग्रामीण कांग्रेस के अध्यक्ष बनाये गए हैं। निर्मल महज 37 साल के युवा है और अब तक ग्रामीण जिला अध्यक्ष की नियुक्ति में उम्र के साथ अनुभवी नेताओं को तवज्जो देने की चली आ रही परंपरा के बीच उनकी ताजपोशी से भविष्य में संगठन के विभिन्न महत्वपूर्ण पदों में युवाओं की भागीदारी का संकेत मिला है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने संगठन में युवाओं की भागीदारी की लक्ष्मण रेखा खींच स्पष्ट संदेश दे दिया कि अब पार्टी इनके बलबूते ही संगठन में नई जान फूंकेगी।

पार्टी ने नवगठित भिलाई शहर जिला के पहले अध्यक्ष का दायित्व अब तक दुर्ग जिला ग्रामीण की अध्यक्ष रही श्रीमती तुलसी साहू को सौंपा है। तुलसी ने जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए नगरीय निकाय व त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पार्टी को अपेक्षित सफलता दिलाने में अहम भूमिका निभाई। पार्टी की हर छोटी बड़ी गतिविधियों में शामिल रही, जिसका ईनाम पार्टी ने उन्हें नवगठित भिलाई शहर जिला का अध्यक्ष बनाकर दिया। तुलसी के जरिए पार्टी ने महिलाओं में अपनी पैठ बनाने की कोशिश की है।

कांग्रेस ने दुर्ग ग्रामीण और भिलाई शहर के अध्यक्ष पदों की नियुक्ति में जातिगत समीकरण को साधने के साथ ही जमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मान दिया है। निर्मल कोसरे और तुलसी साहू के बारे में स्पष्ट कहा जाता है कि वे विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पार्टी का दामन थामे रहे और अपनी निष्ठा नहीं बदली। दोनों ही विधानसभा चुनाव में कांग्रेस टिकट के दावेदार थे। लेकिन बजाए बागी तेवर अपनाने के पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ पार्टी के साथ बने रहे।

गौरतलब रहे कि निर्मल कोसरे अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित अहिवारा विधानसभा के अस्तित्व में आने के बाद वर्ष 2008 के पहले और 2013 के दूसरे तथा 2018 के तीसरे चुनाव में कांग्रेस टिकट के प्रबल दावेदार बने रहे। जबकि बीते विधानसभा चुनाव में तुलसी साहू का नाम वैशाली नगर से अंतिम समय तक चर्चे में रहा।

अंतिम समय में किसी न किसी कारण से विधानसभा चुनाव में बतौर कांग्रेस प्रत्याशी अपनी उम्मीद्वारी खोने के बावजूद निर्मल कोसरे और तुलसी साहू का पार्टी और वरिष्ठ नेताओं के प्रति समर्पण व सम्मान अनवरत बना रहा।

यहां पर यह बताना भी लाजिमी होगा कि दुर्ग जिले की राजनीति में जातिगत समीकरण सत्ता के दहलीज तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। माना जा रहा है कि इसी वजह से पार्टी नेतृत्व ने जिला अध्यक्षों की नियुक्ति में जातीय समीकरण को खासा तरजीह दी है। दुर्ग ग्रामीण कांग्रेस के जिला अध्यक्ष निर्मल कोसरे का सामाजिक ताल्लुक अनुसूचित जाति से है। जबकि भिलाई शहर की अध्यक्ष तुलसी साहू अन्य पिछड़ा वर्ग से आती है। निर्मल कोसरे जहां युवा है वहीं तुलसी साहू कांग्रेस संगठन की अनुभवी महिला है। इस लिहाज से यह कहना गलत नहीं होगा कि कांग्रेस ने इन दोनों की ताजपोशी के जरिए सामाजिक समीकरण के साथ ही युवा और महिलाओं में पैठ बनाने की कोशिश की है।

होने वाले इस नगर निगम चुनाव में होगी परीक्षा

इसी साल दिसंबर में भिलाई और रिसाली नगर निगम का चुनाव होना है। ये दोनों नगर निगम भिलाई शहर जिला कांग्रेस कमेटी के दायरे में आ गए हैं। अगले साल 2021 के अंत में भिलाई-चरोदा नगर निगम का चुनाव होगा। यह निगम क्षेत्र कांग्रेस के दुर्ग जिला ग्रामीण का हिस्सा है। इन तीनों ही नगर निगम के चुनाव में कांग्रेस के नवनियुक्त जिला अध्यक्षों की एक तरह से परीक्षा होगी। भिलाई में अलग होकर रिसाली नया नगर निगम बना है। अविभाजित भिलाई निगम में पिछले दोनों चुनाव में कांग्रेस के महापौर विजयी हुए हैं। इस बार भिलाई के साथ ही रिसाली निगम के चुनाव में बदली हुई पार्षदों के माध्यम से महापौर चुनने की प्रणाली में कांग्रेस की सत्ता बरकरार रखने जिला अध्यक्ष तुलसी साहू के समक्ष अहम चुनौती रहेगी। दुर्ग जिला ग्रामीण अध्यक्ष निर्मल कोसरे का निवास भिलाई चरोदा निगम क्षेत्र में है। पालिका से निगम बनी इस निकाय के प्रमुख पद पर कांग्रेस अब तक काबिज नहीं हो सकी है। अब यहां पार्षदों के बहुमत लाकर कांग्रेस का महापौर बनाने निर्मल कोसरे के लिए परीक्षा से कम नहीं रहेगी।

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