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शंकराचार्य विद्यालय में पानी की कहानी पर हुआ निबंध प्रतियोगिता का आयोजन

भिलाई । भारतीय सांस्कृतिक निधि भिलाई-दुर्ग की ओर से ‘पानी की कहानी’ विषय पर शंकराचार्य विद्यालय हुडको में छठवीं से नवमीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए अखिल भारतीय निबंध और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन 19 जनवरी को आयोजित की गई।

आयोजन पूर्व विद्यार्थियों को सम्बोधित करती हुई पर्यावरण संरक्षण मंडल बिलासपुर की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.अनीता सावन्त ने विश्व में जल संकट की स्थिति पर कवि रहीम के दोहे का उदाहरण देते हुए अपने कथन की पुष्टि की और कहा कि मनुष्यों में 21 प्रतिशत बीमारी जल जनित होते हैं। उन्होंने कहा कि, 1984 से गंगा को प्रदूषण मुक्त करने की जद्दोजहद चल रही है किंतु अभी तक प्रदूषण समाप्त नहीं हुआ है। इंडस्ट्रियल वेस्ट और सीवर जल के कारण शुद्ध जल की निरंतर कमी होती जा रही है। लगातार वनों की कटाई से भी वर्षा प्रभावित हुई है। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण और जल की शुद्धता पर विद्यार्थियों से चर्चा भी की। प्रारंभ में ‘पानी की कहानी’ पर विषय प्रवर्तन डॉ.डी.एन.शर्मा ने किया। व्यंग्यकार रवि श्रीवास्तव ने भी विद्यार्थियों को ऐतिहासिक धरोहरों  मंदिरों, नदियों, झीलों, बांधों, बावलियों आदि को संरक्षित करने की बात कही।

इस अवसर पर शाला के प्राचार्य अमिताभ दास, ट्रस्ट की सह-संयोजक विद्या गुप्ता, कांतिभाई सोलंकी, नम्रता भट्ट, अंजना जायसवाल, रीतिका सोनी, शिवचरण साहू के अलावा विभिन्न स्कूलों के शिक्षकगण, प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले विद्यार्थी एवं पालकगण विशेष रुप से उपस्थित थे। अंत में भारतीय सांस्कृतिक निधि के संयोजक डॉ.एच.एन.दुबे ने आभार व्यक्त किया।

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