छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

रात में दहशत भरी पहरेदारी और अज्ञात दस्तक की आशंका से सो नहीं पा रहा पूरा मोहल्ला हफ्ते भर से एक कमरे में इक_े हो जैसे-तैसे रात बीतने का करते हैं इंतजारा

भिलाई। पॉवर हाउस कैम्प-2 के न्यू मछली मार्केट से लगे चटाई क्वाटर मोहल्ले के रहवासियों की एक हफ्ते से हर रात दहशत के साये में मुश्किलों के साथ गुजर रही है। कभी ये लोग परिवार के साथ एक कमरे में इक_े हो जैसे-तैसे रात बीतने का इंतजार करते हैं तो कभी दो से तीन परिवार मोहल्ले की गलियों में आधी रात लाठी-डंडे से लैस एक-दूसरे को तसल्ली देते देखे जा सकते हैं।

चटाई क्वार्टर के इस मोहल्ले के बच्चे, जवान और बुजुर्गों की रातें पिछले कुछ दिनों आंखों में कट रही हैं। वे हर सुबह अपनी दिनचर्या के काम के बीच इक_े हो अक्सर एक-दूसरे से दबी जुबान पिछली रात की एक ऐसी अज्ञात दस्तक की चर्चा जरूर करते हैं जिसकी वजह से उन सभी के रातों की नींद और पूरे परिवार का अमन चैन खो सा गया है। उनके बच्चे डर की वजह से बंद कमरे में भी इत्मीनान से परीक्षा की तैयारी नहीं कर पा रहे हैं। इस मोहल्ले के लगभग दस से बारह घरों में रात 12 बजे के बाद से सुबह 4 बजे तक मुख्य दरवाजे पर थोड़ी-थोड़ी देर में कोई अज्ञात दस्तक देता है। देर रात दरवाजे की खट पट सुन जब ये लोग दरवाजा खोलते हैं तो वहां कोई नहीं होता।

ऐसा नहीं है कि यहां के रहवासी अशिक्षित या अंधविश्वास पर यकीन करने वाले हैं, शुरू में इस दस्तक को आसामाजिक तत्वों द्वारा परेशान किए जाने या किसी की शरारत मान कर नजर अंदाज करने का पूरा प्रयास किया गया, लेकिन दस्तक का सिलसिला लगातार बढ़ता गया। आसपास लगे सीसी टीवी कैमरे भी खंगाले गए ताकि किसी अहमक की शरारत पकड़ी जा सके, मोबाइल कैमरा का मोड ऑन कर घर की छत पर घंटों कुछ लोग रात भर चुपचाप बैठे भी रहे मगर नतीजा सिफर ही रहा। एक के बाद एक दरवाजे हर रात खटखटाने का सिलसिला आज तक नहीं थमा है।

हफ्ते भर का रतजगा और अज्ञात दस्तक के भय से घर के भीतर और गलियों में पहरेदारी के चलते कुछ लोगों की तबीयत भी बिगड़ गई है। कल रात मोहल्ले के लोग रात्रि भोजन के बाद इक_े हो रात 12 बजे से पहरा देने और सभी गलियों में तीन-तीन की टोली में घूमने की रूपरेखा बनाते ‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता को मिले।

उन्होंने बताया कि इस अज्ञात दस्तक से मोहल्ले के आठ से दस मकान के रहवासी खासे प्रभावित हैं, नतीजतन अलग-अलग परिवार के तकरीबन साठ से सत्तर सदस्य हफ्ते भर से सो नहीं पा रहे हैं। प्रभावित परिवार से रजनी ढेरा, बाली अमले, शांति पटेल, गोलू सोनी, अभिषेक पटेल, कजरी, आरती पटेल, रामरतन टेम्भुरकर, टिया, प्रजोत, छोटी पटेल ने बताया कि रात 12 बजे के बाद से सुबह 4 बजे तक उन सभी के दरवाजे थोड़ी थोड़ी देर में खटखटाने की तेज आवाज आती है। दरवाजा खोलने पर वहां कोई नहीं होता। दरवाजा न खोलने पर दस्तक लगातार दी जाती है। सीसी टीवी में कोई नहीं दिखता, सिर्फ परछाई सी छवि कैमरे में कैद होती है। यूं तो उनकी गली में रात को अज्ञात शख्स इसलिये भी नहीं आ पाता क्योंकि कुछ पालतू कुत्ते उन्होंने रखे हुए हैं जो अनजान के रात में गली में आते ही भौंकने लगते हैं लेकिन लगातार दस्तक के दौरान कुत्ते भी नहीं भौंक रहे जिससे पूरे मोहल्ले में भय व्याप्त है। कौन पूरे मोहल्ले को परेशान कर रहा, किन आसामाजिक तत्वों की शरारत है जिन्हें सीसी टीवी भी नहीं पकड़ पा रहा, कोई शख्स या जानवर है भी या नहीं – ऐसे तमाम सवाल मोहल्लेवासियों के जुबान और चर्चा में हैं। हालांकि प्रशासनिक तौर पर मोहल्लेवासियों ने शिकायत या मदद की गुहार अब तक नहीं लगाई है मगर यूं रात में भय से भरी पहरेदारी और अज्ञात दस्तक की दहशत के बीच कोई अनहोनी घटना की आशंका यहां बनी हुई है। शुक्रवार की रात भी यह मोहल्ला जागते हुए टोली बना गलियों में पहरा देता घूमता रहा।  रामरतन टेम्भुरकर ने बताया कि तीन साल पहले इसी मोहल्ले में रात को लगातार पत्थरबाजी होती थी। इनके घरों की एस्बेस्टस सीट पत्थरों की वजह से जगह जगह टूटी थी। पुलिस गश्त भी लगाई गई लेकिन पथराव कौन करता था, पता नहीं लगा। तब मोहल्लेवासी टोली बना कई रात जागते पहरा देते रहे तब पत्थरबाजी धीरे-धीरे बंद हुई थी। आधी रात दरवाजा पीटने की घटना से सारा मोहल्ला परेशान है। परीक्षा के दिनों डर की वजह से उनके बच्चे एक कमरे से दूसरे कमरे अकेले नहीं जा पा रहे हैं, वो शांत मन से पढ़ाई भी नहीं कर पा रहे हैं। रात को दस्तक की वजह से इनकी नींद खुल रही और दरवाजा न खोलने पर लगातार दरवाजा खटखटाये जाने से सभी परेशान हैं। जब दरवाजे पर कोई नहीं होता तो उसे बंद कर पुन: कमरे में लौटने के एकाध घंटे बाद फिर दस्तक सुनाई देने लगती है।

विदित हो कि कैम्प 2 क्षेत्र में ही अलग अलग मोहल्ले में पिछले दो दशक में कभी पत्थरबाजी, कभी अज्ञात बुढि?ा द्वारा आधी रात को खाना मांगने आने और श्राप देने, चुड़ैल से बचने घर की बाहरी दीवारों पर गोबर का घेरा बनाने जैसी अनेक खबरें समय-समय पर चर्चा में रही हैं। वर्ष 2017 के अगस्त महीने में चोटी कटने की घटनाओं से भी कैम्प 2 से लगे अनेक मोहल्ले खासे प्रभावित हुए थे। रात में पत्थरबाजी की अनेक घटनाएं सामने आने के बाद इस क्षेत्र में पुलिस प्रशासन भी सक्रिय हुआ जरूर था पर ऐसी घटनाएं महज किसी की शरारत थी या कोई भले न पकड़ा गया था लेकिन यह सच था कि पथराव हुए और एक समय के बाद इन पर विराम भी लग गया। चटाई क्वाटर में आधी रात अज्ञात दस्तक की घटना को प्राय: सभी लोगों ने न सिर्फ स्वीकार किया बल्कि इनके चेहरों पर उभरी दहशत भी आसानी से देखी जा सकती है।

दहशत खत्म करने दी जाएगी सुरक्षा-सांसद विजय बघेल

सांसद विजय बघेल ने कहा कि संबंधित मोहल्ले के विषय में जिला प्रशासन से चर्चा कर पीडि़त व प्रभावितों के मध्य व्याप्त दहशत को खत्म करने आवश्यक सुरक्षा प्रदान की जाएगी। मैं स्वयं मोहल्लेवासियों से मुलाकात कर वस्तुस्थिति से अवगत होउंगा।

प्रभावित क्षेत्र की होगी निगरानी-सीएसपी

सीएसपी छावनी विश्वास चंद्राकर ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि यह जानकारी आज ही प्रकाश में आई है। लगातार प्रभावित क्षेत्र की निगरानी की जायेगी। उक्त क्षेत्र में दहशतगर्दी फैलाने वालों के खिलाफ और क्षेत्र में ऐसी घटना के कारणों को तलाश कर कार्रवाई की जाएगी। इस मोहल्ले के लोग भयमुक्त वातावरण में रह सकें, ऐसे प्रयास पुलिस प्रशासन शीघ्र करेगा। थाना प्रभारी को इस संबंध में पतासाजी के निर्देश दिए गए हैं।

रात में मोहल्ले में रहकर लूंगी जानकारी-वार्ड पार्षद

वार्ड पार्षद सदीरन बानो का कहना है कि संबंधित मामले की जानकारी आज हुई है। रात में मैं स्वयं उस मोहल्ले में उपस्थित रह कर मामले की मोहल्लेवासियों से जानकारी ले पतासाजी करूंगी। ऐसी किसी भी घटना की पुनरावृत्ति को रोका जा सके, इसके हर संभव प्रयास करते हुए मोहल्ले में शांतिमय वातावरण बनाया जाएगा।

Related Articles

Back to top button