एसीसी हॉस्टल में छात्रा की आत्महत्या के मामले में डेढ़ साल बाद पुलिस ने खोज निकाले दो आरोपी
रूम मेट छात्रा और हॉस्टल वार्डन के खिलाफ जुर्म दर्ज
भिलाई – करीब डेढ़ साल पहले एसीसी के जामुल स्थित हॉस्टल में रहने वाली छात्रा को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में जामुल पुलिस ने हॉस्टल की वार्डन और उसकी रूम मेट के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। घटना के बाद जामुल पुलिस ने मर्ग कायम किया था लेकिन उसकी जांँच रूकी हुई थी। परिजनों ने करीब चार महीने पहले एसएसपी से मिलकर घटना की शिकायत की जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की और दोनों आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया।
गौरतलब हो कि, मध्यप्रदेश के कटनी जिले के कैमोर निवासी प्रज्ञा सराठे, 18 वर्ष, ने बीते 23 नवंबर 2018 को एसीसी के हॉस्टल में आत्महत्या कर ली थी। मामले में जानकारी मिली थी कि, मृतका की रूम मेट नेहा पाटकर के रूपए लगातार चोरी हो रहे थे। नेहा को मृतका पर शक था तो उसने एक 100 रुपए के नोट पर निशान लगाकर आलमारी में रख दिया था। वापस आकर देखा तो वो नोट वहां से गायब था। नेहा ने हॉस्टल की वार्डन तृप्ति खरे की मौजदूगी में मृतका प्रज्ञा सराठे के पर्स की तलाशी ली थी तो निशान लगा नोट उसके पास से मिला था। इसके बाद वार्डन तृप्ति खरे और मृतका की रूम मेट नेहा पाटकर ने मृतका को काफी बुरा भला कहा था और थाने में शिकायत करने की धमकी दी थी। इस बात से व्यथित प्रज्ञा सराठे ने उसी दिन अपने कमरे में जाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतका के एक सुसाइट नोट भी छोड़ा था जिसमें उसने वार्डन तृप्ति खरे और नेहा पाटकर को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था। पुलिस ने उसी सुसाइड नोट के आधार पर आरोपी तृप्ति खरे और नेहा पाटकर के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा के तहत अपराध दर्ज किया है।