एसीसी प्रबंधन श्रमिकों के लंबित भुगतान के प्रति समझौता के बाद भी कर रही आनाकानी
भिलाई। हिन्द मजदूर सभा के प्रदेश प्रभारी एवं कार्यकारी अध्यक्ष एच.एस.मिश्रा ने एसीसी जामुल प्रबंधन पर श्रमिकों के लंबित भुगतान के प्रति त्रिपक्षीय समझौते के बावजूद आनाकानी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि संबंधित ठेका एजेंसी पर एसीसी प्रोजेक्ट वर्क प्रबंधन का कोई दबाव नही होने से वे मनमानी कर रहे है। श्रमिकों के शोषण और उनके साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ शीघ्र ही मुहतोड़ जवाब दिया जायेगा। प्रदेश के वरिष्ठ श्रमिक नेता एच.एस.मिश्रा ने बताया कि एसीसी प्रोजेक्ट वर्क में उनकी यूनियन हिंद मजदूर सभा से जुड़े सभी श्रमिक कार्यरत है। यूनियन शांत भाव के साथ श्रमिकों के हित व अधिकार के लिए समर्पित भाव से काम कर रहा है। लेकिन एसीसी प्रोजेक्ट वर्क प्रबंधन का नाकारात्मक रवैया यूनियन को उग्र रूप धारण करने को मजबूर कर रहा है। श्री मिश्रा ने बताया कि एसीसी प्रोजेक्ट वर्क में 26 ठेकेदार और ठेका कंपनियों के अधीन कार्यरत रहे श्रमिकों की छटनी के बाद अंतिम भुगतान, बकाया वेतन और बोनस आदि का भुगतान नही किया गया था। यूनियन की शिकायत पर सहायक श्रमायुक्त केन्द्रिय के समक्ष त्रिपक्षीय समझौता हुआ था। इस समझौते के अनुसार श्रमिकों को भुगतान किया गया। लेकिन पांच छह ठेका कंपनियों का भुगतान अब भी शेष है। इसके शिवा इंजीनियरिंग पीएसए, आदित्या, केरली, भारत प्रोजेक्ट आदि ठेका कंपनियां शामिल है। इन कंपनियों से भुगतान के लिए इसी फरवरी माह के प्रथम सप्ताह में पुन: सहायक श्रमायुक्त केन्द्रीय के कक्ष में एसीसी प्रोजेक्ट वर्क के जीएम अनिल कुमार और यूनियन प्रतिनिधि के रूप में एच.एस.मिश्रा की मौजूदगी में बैठक हुई। इस बैठक मेें एसीसी प्रोजेक्ट के जीएम अनिल कुमार ने आश्वासन दिया था कि यूनियन के नेता एच.एस.मिश्रा को सूचित कर श्रमिकों को बुलाया जायेगा और फिर तत्काल बकाया भुगतान कर देंगे। श्री मिश्रा ने आगे कहा कि एसीसी प्रोजेक्ट वर्क के जीएम अनिल ने आज तक अपने आश्वासन के अनुरूप श्रमिकों के भुगतान की न तो कोई तारीख तय किया है और न ही उन्हें किसी प्रकार की सूचना दी है। वर्तमान में भी 22 से 26 ठेका कंपनी प्रोजेक्ट वर्क में काम कर रही है, जिन्होंने भी श्रमिकों के बोनस का भुगतान आज पर्यत