देवबलोदा का शिव मंदिर प्राचीन धरोहरों में से एक- मुख्यमंत्री बघेल
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कहा इसे पर्यटन पटल पर स्थपित करने राज्य सरकार कटिबद्ध
भिलाई। कला एवं संस्कृति के दो दिवसीय महोत्सव के समापन समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भिलाई-चरोदा निगम क्षेत्र के देवबलोदा में स्थित कलचुरीकालीन शिव मंदिर प्रदेश के प्राचीन धरोहरों में से एक है। इस मंदिर को पर्यटन पटल पर स्थापित करने आवश्यक विकास कार्यं के प्रति राज्य सरकार कटिबद्ध है। उन्होंने बांधा तालाब में सौंदर्यीकरण व चौपाटी निर्माण के लिए दो करोड़ रुपए देने की भी घोषणा की।
नगर निगम भिलाई-चरोदा द्वारा महाशिवरात्रि पर दो दिनी देवबलोदा महोत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान उन्होंने देवबलोदा के प्राचीन शिव मंदिर के प्रसिद्धी और छत्तीसगढ़ी कलाकारों को मंच प्रदान करने के उद्देश्य से मनाये जाने वाले देवबलोदा महोत्सव की सराहना की। उन्होंने देवबलोदा को पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित करने की बात कही। महापौर श्रीमती चन्द्रकांता मांडले द्वारा सौंपे गए मांग पत्र का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि समीक्षा के बाद वे देवबलोदा के विकास की ठोस पहल करेगे। उन्होंने बांधा तालाब के सौंदर्यीकरण के साथ वहां पर चौपाटी विकसित करने दो करोड़ रुपए देने की घोषणा की। इससे पहले कार्यक्रम के अध्यक्ष मंत्री गुरु रुद्रकुमार ने प्राचीन शिव मंदिर में पूजा अर्चना कर महोत्सव में हिस्सा लिया। मंत्री गुरु ने कहा कि देवबलोदा को प्राचीन शिव मंदिर के साथ ही पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित करने हर संभव योग किया जाएगा।
इस अवसर पर महापौर चन्द्रकांता मांडले, निगम सभापति विजय जैन, आयुक्त कीर्तिमान सिंह राठौर, ओएसडी मुख्यमंत्री मनीष बंछोर, कांग्रेस नेता राजेन्द्र साहू, नेता प्रतिपक्ष संतोष तिवारी विधायक प्रतिनिधि कृष्णा चंद्राकर, पार्षद राजेश दाण्डेकर, लावेश मदनकर, सहित अन्य मौजूद थे। देवबलोदा महोत्सव का उद्घाटन शुक्रवार को सांसद विजय बघेल ने किया था। दोनों दिवस छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।