बीएसपी का एक और चरण में किया जायेगा विस्तारीकरण-इस्पात मंत्री प्रधान बीएसपी का देश और प्रदेश की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान केन्द्रीय इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान की पत्रकारों से विशेष चर्चा

भिलाई। भिलाई निवास में पत्रकारों से केन्द्रीय इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि बीएसपी ने विगत 11 माह के दौरान 11 लाख टन रेलपांत बनाया है जितना इसके पूर्व कभी नहीं बना. बीएसपी प्रधानमंत्री मोदी की कल्पना की ओर अग्रसर है. इसके लिए बीएसपी बिरादरी बधाई का पात्र है। केन्द्रीय इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि बीएसपी , छत्तीसगढ़ और देश की अर्थव्यवस्था का बहुत बड़ा ड्राइवर बने यह हमारी कोशिश है। देश में इस्पात का उत्पादन 140 मिलियन टन से बढ़ाकर 300 मिलियन टन करने की है इसमें बीएसपी की बड़ी भूमिका रहेगी। बीएसपी का एक और चरण में विस्तारीकरण किया जाएगा।
श्री प्रधान ने स्पष्ट किया कि वर्कमैन के वेज रिविजन में कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने मैनेजमेंट से इस संबंध में चर्चा करने के लिए कह दिया है। एक दौर की चर्चा हो चुकी है। दूसरे दौर की चर्चा मार्च के दूसरे सप्ताह में है। उन्होंने अफोर्डेबिलिटी क्लाज संबंधी सवाल को भी गुमराह करने वाला बताया। श्री प्रधान ने कहा कि दुर्ग जिले में स्टील आधारित उद्योग लगाने पर बीएसपी से स्टील में 500 से 800 रु। प्रति टन तक इंसेंटिव दिया जाएगा। स्थानीय स्टील उद्योगों के उत्पादों को कैसे लिया जाए इस पर योजना बनाई गई है। यानी स्थानीय उद्योगों को हम मदद करेंगे। बीएसपी के उत्पादों को स्थानीय उद्योगों को कंसेशनल रेट पर दिया जाएगा।
श्री प्रधान ने बीएसपी के सेक्टर 9 हॉस्पिटल की बुरी हालत के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा कि इसे बेहतर किया जाएगा। बीएसपी की खाली जमीन पर बस गए बस्ती के लोगों को क्या पट्टा दिया जाएगा। सवाल पर उन्होंने कहा कि इस संबंध में राज्य सरकार से बातचीत की जाएगी। बीएसपी का और विस्तारीकरण किया जाना है इसलिए अभी संयंत्र को और जमीन की जरूरत पड़ेगी।
श्री प्रधान ने आज संयंत्र भ्रमण की कड़ी में संयंत्र परिसर के अंदर स्थित सेफ्टी एक्सीलेंस सेन्टर का अवलोकन किया। जहां सुरक्षा के प्रति जागरूकता जगाने हेतु विभिन्न प्रकार की सुरक्षा सामग्री एवं प्रचार सामग्री को प्रदर्शित किया गया है। संयंत्र भ्रमण की शुरुआत सुरक्षा निर्देशों के साथ किया गया। मंत्री श्री प्रधान ने संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस-8 में जहाँ वे लौह निर्माण की प्रक्रिया से अवगत हुए वहीं एसएमएस-3 में इस्पात निर्माण को नजदीक से देखा। एसएमएस-3 से प्राप्त ब्लूम्स को रेल पटरियों में बदलते हुए देखने के लिए श्री प्रधान ने यूनिवर्सल रेल मिल का रूख किया। यहां उन्होंने अत्याधुनिक तकनीक से परिपूर्ण यूनिवर्सल रेल मिल में विश्व की सर्वाधिक लम्बी 130 मीटर रेलपातों को बनते देखा। इस दौरान रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल में भी रेल्स की रोलिंग प्रक्रिया से सीधे रूबरू हुए। उन्होंने इस्पात निर्माण के सम्पूर्ण प्रक्रिया को जानने में बेहद रूचि दिखाई और सम्पूर्ण रोलिंग प्रक्रिया को पूरी तन्मयता के साथ अवलोकन किया।
एसएमएस-3 के कन्वर्टर-3 में हीटिंग प्रक्रिया का शुभारंभ इस्पात मंत्री श्री प्रधान ने आज सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र में मॉडेक्स योजना के तहत स्थापित अत्याधुनिक स्टील मेल्टिंग शॉप-3 में लगे 180 टन क्षमता वाले कन्वर्टर-3 के हीटिंग प्रक्रिया का शुभारंभ किया। इस शुभारंभ के साथ ही भविष्य में क्रूड स्टील तथा कास्ट ब्लूम्स के उत्पादन में और अधिक वृद्धि संभव होगी। हीटिंग प्रक्रिया के शुभारंभ के साथ ही बेसिक ऑक्सीजन फर्नेस कन्वर्टर-3 के प्रचालन का मार्ग प्रशस्त हो गया। विदित हो कि एसएमएस-3 मेंं गुणात्मक इस्पात उत्पादन हेतु अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित दो कन्वटर्स और तीन कास्टर प्रचालन में हैं। जिसमें दो बिलेट कास्टर और एक ब्लूम कास्टर शामिल हैं। इसके अलावा एसएमएस-3 में सेकेंडरी रिफाइनिंग सुविधाएँ जिसमें आरएच डीगैसर एवं वैक्यूम आर्क डीगैसिंग आदि भी शामिल हैं। एसएमएस-3 में उत्पादित ब्लूम्स कास्ट संयंत्र के यूनिवर्सल रेल मिल (यूआरएम) में विश्व की सबसे लम्बी 130 मीटर रेलपातों की रोलिंग के लिए उपयोग किया जाता है। वतर्मान में दो कन्वर्टर के प्रचालन के साथ एसएमएस-3 से उत्पादन का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है, अब कन्वर्टर-3 के जुड़ जाने से एसएमएस-3 से यूआरएम के लिए और अधिक मात्रा में कास्ट ब्लूम्स की आपूर्ति की जा सकेगी। जिससे भारतीय रेलवे की रेलपातों की बढ़ती माँगों को पूरा करना और भी आसान हो जायेगा।