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दुर्ग भिलाई सराफा एसोसिएशन ने किया पुलिस वालों का सम्मान

थानेदारों ने गुनगुनाये कई गाने, सराफा एसोसिएशन व पुलिस वालों ने बजाई तालियाँ

दुर्ग – दुर्ग भिलाई सराफा एसोसिएशन ने दुर्ग के एव्लोन होटल में आयोजित पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों के सम्मान समारोह कार्यक्रम में रायपुर दुर्ग भिलाई राजनांदगांव के सराफा कारोबारियों के आलावा शहर के अन्य गणमान्य लोगो ने इस आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए, कार्यक्रम के बाद थानेदार गोपाल वैश्य व सुरेश ध्रुव में भी गाना गाकर उपस्थित सभी सराफा व्यवसायी व पुलिस वालों को अपनी ओर मंत्रमुग्ध होने पर विवश कर दिया, सभी लोगो ने इनके द्वारा गाये गए गानों की भूरी भूरी प्रसंसा भी की सराफा एसोसिएशन की तरफ से प्रमुख रूप से उपस्थित लोगो में जसराज पारख, गौतम पारख, मदन जैन, अनिल बरडिया, अजय भंसाली, प्रकाश सांखला, सुरेश व होटल संचालक श्री बल भी मौजूद थे, वही पुलिस विभाग से दुर्ग रेंज के आई जी विवेकानंद सिन्हा एसएसपी अजय यादव एएसपी सिटी रोहित झा एएसपी ग्रामीण लखन पटले सीएसपी विवेक शुक्ला, सीएसपी अजीत यादव, डीएसपी क्राइम प्रवीरचंद तिवारी सीएसपी विश्वास चंद्राकर सहित बड़ी संख्या में थानेदार व आरक्षक, प्रधान आरक्षक यहाँ मौजूद थे, यह अवसर था गत दिवस पारख ज्वेलर्स में हुई 3 करोड़ की चोरी को 36 घंटे में पुलिस की 6 टीमों के अलावा साइबर सेल की टीम  ने मेहनत करके कवर्धा के निगरानी बदमाश लोकेश श्रीवास उर्फ़ गोलू को पकड़ने में अपनी सफलता दिखाई जिसपर दुर्ग भिलाई रायपुर व राजनांदगांव के सराफा व्यवसायियों में जबरदस्त उत्साह देखा गया था इसी कड़ी में सराफा व्यावसायियो ने पुलिस के लिए सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया था !

अब लठ्ठमार पुलिसिंग नहीं रही अब अपराधियों को व्यावसायिक दक्षता और साइंटिफिक तरीके से ही पकड़ा जाता है : आई जी सिन्हा

इस अवसर पर रेंज के आईजी विवेकानंद सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा कि पारख ज्वेलर्स में 12 फरवरी को हुई चोरी के मामले में सबसे पहला फोन मुझे रायपुर सराफा एसोसिएशन के लोगो ने कर कर मुझे जानकारी दी की पारख ज्वेलर्स में करोड़ों रूपये की चोरी हो गई है, उनकी जानकारी मिलते ही मै तुरंत घटना स्थल पर पंहुचा और पुरे घटना का मुआयना किया, तब जाकर मैंने अपने अधीनस्थ अफसरों को निर्देशित करते हुए कहा कि व्यावसायिक दक्षता व साइंटिफिक  तरीकों से इस घटना में कार्य करें चोर जरुर पकड़ा जाएगा, वैसे भी मै जिन जिन स्थानों पर गया वह सारे मामले खुले चाहे वो नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर ही क्यों ना हो वह पर भी कई उपलब्धियां हमने हासिल की, पुलिस का काम है कानून व्यवस्था बनाकर रखना उसी के लिए उसका गठन हुआ है, और जो भी अपराधी है उसे सजा दिलाना बड़ा दायित्व है ! पुलिस को कभी भी यह सोचकर काम नहीं करना चाहिए की कुछ मिलेगा तभी करेंगे ऐसा नहीं होना चाहिए, आज पुलिस विभाग में संसाधनों की कोई कमी नहीं है सभी टेक्नोलॉजी पुलिस के पास उपलब्ध है आगे चलकर और दुगनी मेहनत से काम करेंगे समर्पण भाव से अपराध को रोकने की दिशा में काम करेंगे, हत्या को नहीं रोका जा सकता, क्योकि जब कोई व्यक्ति आक्रोस में होता है तो उसे कुछ दिखाई नहीं देता वो घटना को अंजाम दे देता है, लेकिन संपत्ति सम्बंधित अपराधों को पकड़ना और समझना पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण है, चोर नकबजन डकैत आजकल नई नई टेक्नोलॉजी का उपयोग चोर लोग कर रहे है, जनता के सहयोग के बगैर चोर को पकड़ना संभव नहीं है, श्री सिन्हा ने कम्मुनिटी पुलिसिंग पर जोर दिया, मेरे 25 वर्ष के कार्यकाल में मै कही फेल नहीं हुआ, अभय भंसाली हमारे बहुत पुराने साथी है पारख ज्वेलर्स में जिस तरह राजनीती में बहुत प्रेसर होता है वैसे ही इस चोरी को लेकर हमारे ऊपर प्रेसर गाहे बगाहे सुनने को मिला की सराफा व्यवसायी अपना व्यापार बंद करके विरोध प्रदर्शन करने वाले है तो मैंने सराफा व्यवसायीयों से कहा की अभी तो घटना को 24 से 48 घंटे भी नहीं हुए है आप लोग इस तरह का कार्य ना करे, पुलिस पर भरोसा रखे पुलिस जल्द ही आरोपी को पकड़ेगी और अंतः हुआ भी वही और सफार व्यापारियों ने पुलिस का मान भी रखा , अब ज़माना लठ्ठमार पुलिसिंग का नहीं रहा अब कोई भी चोर या अपराधी अत्याधुनिक तरीकों से ही पकड़ा जा रहा है, आप सभी व्यापारियों से अपील करता हूँ की साइंटिफिक  गजट का ज्यादा उपयोग करें, दो हजार से लेकर लाखों रूपये के कैमरे मार्केट में उपलब्ध है, आई आर कैमरे  अपने संस्थानों के अन्दर व बाहर जरुर लगवाएं और समय समय पर इन कैमरों की सर्विसिंग भी चेक करते रहे ताकि यह पता लग सके की कैमरा पूरी तरह से कार्य कर रहा है, और इस प्रकार घटना से बचा जा सकता है !

आईजी व एसएसपी रहते है संयोजक की भूमिका में घटना की कड़ी को तलाशता है मेरा सिपाही : यादव

एसएसपी अजय यादव ने भी अपने संबोधन में कहा की मै अब तक अपनी नौकरी के इस पड़ाव में 6 जिलों में सेवा दे चूका हूँ लेकिन इतनी आत्मीयता मुझे कही भी नहीं मिली, पारख ज्वेलर्स में हुई चोरी की इस वारदात को पकड़ने के लिए मै पूरा श्रेय अपने थानेदार व सिपाहियों के साथ साथ पूरी टीम को देता हूँ ! पारख ज्वेलर्स के संचालकों के सयम और धर्य का भी मै ह्रदय से आभारी हूँ की 3 करोड़ की जिसके यहाँ चोरी हो गई हो वह व्यक्ति पूरी हिम्मत के साथ पुलिस को हर पल हर तरह की मदद के लिए तत्पर खड़ा रहा,  पारख ज्वेलर्स की चोरी पकडे जाने के बाद अब और ज्यादा पुलिस की जिम्मेदारी बढ़ गई है, क्योकि छत्तीसगढ़ में तेज़ी से उद्योगीकरण बढ़ रहा है तो अपराध तो निश्चित रूप से बढेगा ही, सम्पत्ति सम्बन्धी अपराध को पकड़ना बड़ी चुनौती होता है, मै जब बिल्हा में प्रोवेजनल के रूप में ट्रेनिंग ले रहा था तब मुझे ट्रेनिंग दे रहे प्रधान आरक्षक श्री मरकाम ने मुझे कहा था की संपत्ति सम्बन्धी मामलों को पहले पकड़ों उसे और मै आज भी उनकी बातों को प्राथमिकता देता हूँ ! एसएसपी आईजी की भूमिका संयोजक के रम में रहती है, घटना की मेन कड़ी की तलाश तक पहुचने वाला यदि कोई व्यक्ति होता है तो वो मेरा सिपाही होता है !

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