बस्तर में पुलिसिंग सुधरी लेकिन मैदानी इस्लाकों में बेसिक पुलिसिंग में सुधार की जरुरत : अवस्थी
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अपने कायकाल में 74 हज़ार जवान और अफसरों को देना चाहता हूँ इन्द्रधनुष प्रमाणपत्र
इन्द्रधनुष योजनाके तहत 45 जवान व अफसर हुए सम्मानित
भिलाई – छत्तीसगढ़ पुलिस के डी.जी.पी. डी.एम. अवस्थी आज सेक्टर 6 स्थित पुलिस कण्ट्रोलरूम में पुलिस अधिकारीयों व कर्मियों का मनोबल बढ़ाने के लिए 2019 से चलाये जा रहे इन्द्रधनुष योजना के तहत 45 से अधिक पुलिस वालों को प्रमाण पत्र देकर उनकी हौसलाअफजाई की , उन्होंने कहा की बस्तर में नक्सलवाद के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस जल्द ही एक बड़ा ऑपरेशन करने जा रही है, छत्तीसगढ़ से मावोवाद का खात्मा जल्द होगा, इन्द्रधनुष योजना मेरे द्वारा ही खोजा हुआ नाम है चूँकि मेरे पास डीजी नक्सल ऑपरेशन की कमान भी है, जब मै वर्ष 16,17,18 में बस्तर दौरे पर जाया करता था, वहा मै देखता था की कर्मचारियों अधिकारीयों में काम करने का एक अलग ही जज्बा बरकरार था, मैदानी इलाके में रहने वाले पुलिस कर्मी का तबादला अगर बस्तर कर दिया जाता था तो उन्हें अटैक आ जाता था, लेकिन अब बस्तर की तस्वीर कुछ और है मै तीन वर्ष से अधिक जमे हुए जवानों को मैदानी इलाके में लाना चाहता हूँ और उन्हें रिलीव भी करना चाहता हूँ तो जवान कहते है की सर अभी हमें बहुत कुछ करना है हम लोग मई के बाद ही रिलीव होंगे ! इन्द्रधनुष के मेरे इस योजना में पहले हमने सिर्फ सिपाहियों को ही प्रमाण पत्र देने की परंपरा पुलिस मुख्यालय में ही शुरू की थी लेकिन अब हम राजपत्रित अधिकारीयों को भी पुरुस्कृत कर रहे है और अब हमने थोड़ा परिवर्तन किया है, कि अब इन्द्रधनुष के इस योजना में पुरुस्कृत होने वाला सिपाही या अफसर को उसके जिले में उनके परिवारजनों के समक्ष कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया जाएगा, चूंकि पुलिस वालों को डी.जी. या एस.पी. नहीं संभाल सकता उन्हें उनकी पत्नियाँ ही बेहतर संभाल सकती है , क्योकि उनकी पत्नियाँ ही ज्यादा बेहतर समझ पाती है की उनका पति दारू पीता है की गांजा पीता है या फिर किसी अन्य कार्य में लिप्त है ! आज भी कई डीएसपी स्तर के लोग खासकर जो पति पत्नी दोनों पुलिस विभाग में है अगर एक का तबादला बस्तर हो जाता है तो वह कहते है की दोनों की ही पोस्टिंग एक जगह कर दी जाय, चाहे वह क्षेत्र नक्सल प्रभावित क्षेत्र ही क्यों ना हो, बड़ा परिवर्तन बस्तर को लेकर लोगो और पुलिस के दिमाग में आ गया है, छत्तीसगढ़ पुलिस ताकतवर है कई ऑपरेशन करने में तत्पर व सक्षम है, छत्तीसगढ़ पुलिस चाहे कोई भी त्यौहार हो जनता के लिए पूरी मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी करती है, हम जब एसपी आईजी हुआ करते थे, तो हमेशा एक डर बना बैठा रहता था, कि कौन सी जांच हो जायेगी या हम ससपेंड हो जायेंगे, पुरानी इस परंपरा को मेरे डीजी बनने के बाद मेरे द्वारा बदला गया, आज यहाँ पारख ज्वेलर्स में हुई करोड़ो की चोरी के आरोपी को 36 घंटे में पकड़ने व तालपूरी में हुए ट्रिपल मडर को 10 घंटे में सुलझाने के मामले में 45 से अधिक पुलिस के जवान व अफसरों को इन्द्रधनुष योजना के तहत प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया, उन्होंने कहा की बस्तर में पुलिसिंग बेहतर हुई है बशर्ते मैदानी इलाकों में बेसिक पुलिसिंग में सुधार की आज भी बहुत ज्यादा जरुरत है उन्होंने आगे कहा की आमजनमानस से पुलिस वाले अच्छा व्यवहार करे, माह में एक बार बैठक भी ले और जिनका पेट बढ़ गया है, उनके लिए शाम 6 से 7 बजे तक के लिए प्रत्येक थाना क्षेत्र अंतर्गत बालीबाल का कोर्ट बनाए और उसमे एक घंटा पसीना बहाकर अभ्यास करे ! जल्द ही आई जी दुर्ग रेंज विवेकानंद सिन्हा दुर्ग जिले में एक अत्याधुनिक जिम पुलिस वालों के लिए खुलवायेंगे, साल भर में 10 से अधिक बेहतर कार्य करने वाले पुलिस जवान व अफसरों को रोल ऑफ़ ऑनर जिसमे उनकी फोटो पुलिस मुख्यालय में लगेगी, और बेस्ट पुलिसमैन वह कहलायेंगे, मेरी मंशा है की प्रदेश के 74 हज़ार पुलिस कर्मियों को इन्द्रधनुष का ये प्रमाणपत्र मै अपने कार्यकाल में दूँ, इससे पुलिस की दशा व दिशा बदल जायेगी, वैसे भी दुर्ग जिले से मेरे गहरा लगाव रहा है, और कई दफे बिना बताये भिलाई आकर चला जाता हूँ, तमाम सिविलियन के रूप में दुर्ग भिलाई काफी लोगो को मै जानता पहचानता हूँ, और वह भी मुझे जानते है, उन्होंने बिलासपुर जिले का उदहारण देते हुए बताया की एक घर में 7 लोग जल रहे थे जिनको बचाना मुश्किल था, लेकिन तीन सिपाहियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर उनकी जान बचाई, लूट और चोरी से ज्यादा लोगो की जान बचाना बेहतर कार्य है, जब मैंने अपने सिपाहियों से पूछा की अपनी जान को जोखिम में क्यों डाला तो उनका जवाब था की हमें इन्द्रधनुष योजना का प्रमाणपत्र प्राप्त करना था,
दुर्ग में रहे पूर्व एस.पी. प्रखर पाण्डेय के समय पुलिस कण्ट्रोल रूम में मेरे द्वारा मीटिंग ली गई थी और अब एस एस पी अजय यादव के कार्यकाल में मै ओपचारिक रूप से इस इन्द्रधनुष कार्यक्रम में उपस्थित हुआ हूँ,
उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा की आम लोगो की एक पुलिस के प्रति गलत धारणा है कि पुलिस चोरो से मिली होती है और उनको मालूम होता की चोरी किसने की है, लेकिन आपके सामने 3 करोड़ का एक मामले में चाहती तो पुलिस 10 – 10 ग्राम सोना आपस में बाँट लेती, लेकिन हमारी दुर्ग पुलिस ने तीन करोड़ रूपये सहित चोर को पकड़ लिया और चोरी गया पूरा सामान बरामद कर लिया ! इन्द्रधनुष योजना के तहत ये प्रमाणपत्र थानों के अलावा एसएफ बटालियन के कर्मचारियों के लिए भी दिया जाएगा, उनके कमांडेंट अनुशंसा पत्र बनाकर पुलिस मुख्यालय को भेजे, उन्होंने ट्राफिक पुलिस के कार्यों की सराहना भी की और कहा की तपती धुप व धुल मिटटी खाकर वह बेहतर ड्यूटी करते है, जिसके लिए पुरे विभाग का सम्मान है ! इस अवसर पर आई.जी. विवेकानंद सिन्हा ने भी अपने संबोधन में कहा की जब मै बस्तर में आई.जी. हुआ करता था तब डीजीपी साहब बस्तर दौरे पर आया करते थे और मुझसे चर्चा करते थे की बस्तर में पुलिस अच्छा काम कर रही है लेकिन उनकी सराहना और मनोबल कोई नहीं बढ़ा रहा है, तब 1 अप्रेल 2019 को पदभार ग्रहण करने के बाद इन्द्रधनुष की शुरुवात उन्होंने की, आज जवानों व अफसरों का मनोबल व उत्साह बढ़ा है, पुलिस अच्छा काम कर रही है दुर्ग पुलिस ने ट्रिपल मर्डर और चोरी के मामले में बेहतर कार्य किया है, पुलिस ने साइंटिफिक तरीके व व्यावसायिक दक्षता से बेहतर कार्य कर इस पुरे मामले को सुलझाया है, आज के इस कार्यक्रम में इन्द्रधनुष के प्रमाणपत्र डीजीपी ने इन अधिकारीयों व जवानों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया, वही दुर्ग रेंज के आईजी विवेकानंद सिन्हा व एसएसपी अजय यादव ने प्रदेश पुलिस के मुखिया श्री अवस्थी को स्मृति चिन्ह भेजकर सम्मानित किया !
इन्द्रधनुष योजना के तहत डीजीपी ने इन्हें किया सम्मानित
आई जी विवेकानंद सिन्हा, एसएसपी अजय यादव, ए एस पी शहर रोहित झा, ए एस पी ग्रामीण लखन पटले, सीएसपी अजीत यादव, सीएसपी विवेक शुक्ला, डीएसपी क्राइम प्रवीर चंद तिवारी, डीएसपी शुश्री उन्नति ठाकुर, डीएसपी डॉ चित्रा वर्मा, डीएसपी विजय राजपूत, सुपेला थाना प्रभारी गोपाल वैश्य, भट्टी थाना प्रभारी भूषण इक्का, गौरव तिवारी, बोरी थाना प्रभारी ब्रिजेश कुशवाहा, नंदिनी थाना प्रभारी जीतेन्द्र वर्मा, सेक्टर 6 थाना प्रभारी सुरेश ध्रुव, उपनिरीक्षक राजीव तिवारी, उपनिरीक्षक राजेंद्र कवर, सहायक उपनिरीक्षक पूर्ण बहादुर, सहायक उपनिरीक्षक राजेश पाण्डेय, सहायक उपनिरीक्षक अजय सिंह, सहित अन्य जवानों को भी सम्मानित किया !