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भिलाई इस्पात संयंत्र में गैस सुरक्षा प्रबंधन आधारित लियो-कार्यशालाका राष्ट्र स्तरीय आयोजन

भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र ने गैस सुरक्षा पर फोकस करते हुए बुधवार 16 जनवरी को

संयंत्र के मानव संसाधन विकास केन्द्र में, स्टील प्लांट में बॉय प्रोडक्ट फ्यूल गैस पाइपलाइन एवं गैस सेफ्टी प्रैक्टिसेस एंड गैस मैनेजमेंट विषय पर लियो-कार्यशाला का उद्घाटन किया गया। इस महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (वक्र्स) पी के दाश ने किया। सीईओ श्री रथ ने विडियो संदेश से संबोधित किया ।

इस राष्ट्रीय कार्यशाला को बीएसपी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ए के रथ, जो भिलाई में नहीं थे उन्होंने अपने विडियो संदेश के माध्यम से इस्पात उद्योग के इन विशेषज्ञों का स्वागत करते हुए सम्बोधित किया। उन्होंने अपने विडियो संदेश में कहा कि आगामी दो दिनों के दौरान गैस सुरक्षा व गैस प्रबंधन में जो सर्वोत्तम प्रथाएँ व अनुभव विभिन्न इस्पात उद्योगों के पास है उसका राष्ट्रव्यापी लाभ सभी इस्पात संयंत्रों को मिलेगा। इस कार्यशाला में पधारे सभी पेशेवर विशेषज्ञों से हमें बहुमूल्य जानकारी प्राप्त होगी। श्री रथ ने आग्रह किया कि हम अपने गैस सेफ्टी के बेस्ट प्रैक्टिसेस को साझा करें, साथ ही हम एक-दूसरे की गलतियों से सीखें। नियर-मिस केसों की जानकारी को भी आपस में साझा करें। इसका मूल उद्देश्य है कि सभी दुर्घटनाएँ रोकी जा सकें।

सेफ्टी इंजीनियरिंग व ईएमडी का संयुक्त आयोजन

विदित हो कि लर्न फ्रॉम इच अदर (लियो) के आधार पर आयोजित लियो-कार्यशाला में एक दूसरे के अनुभवों को आपस में शेयर कर एक दूसरे से सीखने व प्रशिक्षित होने का अवसर प्राप्त होता है। इस दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 16 एवं 17 जनवरी, को संयंत्र के सेफ्टी इंजीनियरिंग विभाग और ऊर्जा प्रबंधन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।

ईडी (क्र्स दाश ने किया उद्घाटन

कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि पी के दाश ने गैस मिश्रण में प्रमुख घटकों की संरचना और उनके व्यवहार के बारे में जानने पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि गैस पाइप लाइन का उचित रखरखाव सर्वाधिक महत्वपूर्ण होना चाहिए। नई तकनीकों का समावेश कर हम खतरों को कम कर सकते हैं। अत: हमें नवीनतम प्रौद्योगिकी के संदर्भ में भी समग्र दृष्टि डालनी होगी।

कार्यशाला में शामिल विशेषज्ञ

इस कार्यशाला में देश के प्रतिष्ठित इस्पात निर्माताओं के गैस सुरक्षा विशेषज्ञ शामिल हुए हैं। इस कार्यशाला में बोकारो स्टील लिमिटेड के विशेषज्ञ श्री डी कुमार एवं राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड, विशाखापट्टनम के विशेषज्ञ श्री शैलेन्द्र भार्गव और श्री टी के डे को  गैस सुरक्षा और प्रबंधन के क्षेत्र में अपने दशकों के लंबे अनुभव को साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया है। कार्यशाला में आयोजित तकनीकी सत्रों में आरडीसीआईएस, सीईटी-रांची, आरआईएनएल, मेकॉन, टाटा स्टील, जे एस डब्ल्यू-बेल्लारी  और सेल-बीएसएल द्वारा प्रस्तुतियां दी गईं।

कार्यशाला के प्रथम दिन प्रतिभागियों और विशेषज्ञों के बीच गैस सुरक्षा को लेकर गम्भीर चर्चा हुई तथा आपसी अनुभव व ज्ञान को साझा किया गया।

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