छत्तीसगढ़

रायपुर में ठेठवार मातर का अर्थ यदुवंशी (ठेठवार) समाज द्वारा  मातर का आयोजन

रायपुर में ठेठवार मातर का अर्थ यदुवंशी (ठेठवार) समाज द्वारा  मातर का आयोजन है। यह एक सांस्कृतिक उत्सव है जिसमें समाज अपने मवेशियों, खासकर गायों के प्रति अपनी सांस्कृतिक विरासत और भक्ति को व्यक्त करता है। यह आयोजन दीपावली के अवसर पर होता है, जिसमें पारंपरिक गीत और दोहे गाए जाते हैं। 

  • ठेठवार यदुवंशी: यह छत्तीसगढ़ में यदुवंशी (यादव) समुदाय की एक शाखा है, जो अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए जानी जाती है। 
  • मातर महोत्सव: यह एक पारंपरिक उत्सव है, जिसमें समाज अपने मवेशियों की देखभाल और सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करता है। इसमें लोग पारंपरिक गीत गाते हैं और अपने गोधन का वर्णन करते हैं। 
  • स्थान: रायपुर के पुरानी बस्ती के बासीन पारा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में इस महोत्सव का आयोजन होता है। हसौद में भी ऐसे आयोजन होते हैं। 
  • महत्व: मातर महोत्सव यादव समाज की एकता, पराक्रम और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है। यह समाज को अपनी परंपराओं से जोड़ता है और इसे आगे बढ़ाने का संकल्प लेने का अवसर प्रदान करता है। 

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