रामेश्वर प्रभु के दिव्य दर्शन से मिली आध्यात्मिक ऊर्जा : श्री तोखन साहूकपालेश्वर महादेव मंदिर में की पूजा-अर्चना, देशवासियों के कल्याण की कामनाडॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के मूल निवास पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की

रामेश्वर प्रभु के दिव्य दर्शन से मिली आध्यात्मिक ऊर्जा : श्री तोखन साहू
कपालेश्वर महादेव मंदिर में की पूजा-अर्चना, देशवासियों के कल्याण की कामना
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के मूल निवास पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की
भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने अपने तमिलनाडु दौरे के दौरान रामेश्वरम और चेन्नई के ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और प्रेरणास्पद स्थलों का भ्रमण किया। इस अवसर पर उन्होंने पूजा-अर्चना कर राष्ट्रहित की कामना की और देशवासियों को एकता, आस्था और राष्ट्रसेवा के संदेश दिए।
रामेश्वरम में रामनाथस्वामी मंदिर के दर्शन
रामेश्वरम स्थित श्री रामनाथस्वामी (रामेश्वर प्रभु) मंदिर में दर्शन कर श्री साहू ने कहा कि। यह पवित्र धाम भारतीय आस्था, मर्यादा और आत्मशक्ति का केंद्र है। यही वह भूमि है जहां मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने धर्म की विजय के लिए समुद्र पर सेतु निर्माण का संकल्प लिया। यह स्थान हमें राष्ट्रनिर्माण के लिए संकल्प, समर्पण और सेवा का स्मरण कराता है।”
पंबन ब्रिज: इंजीनियरिंग कौशल और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक
श्री साहू ने पंबन पुल का भी निरीक्षण किया और इसे भारत की अभियांत्रिक प्रतिभा का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि “यह पुल न केवल समुद्र को जोड़ता है, बल्कि यह भारत की तकनीकी दक्षता और रचनात्मक संकल्प का प्रतिनिधित्व करता है। यह भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की दिशा में ऐतिहासिक मील का पत्थर है।”
कपालेश्वर महादेव मंदिर में पूजा और आशीर्वाद
चेन्नई स्थित प्राचीन कपालेश्वर महादेव मंदिर में श्री साहू ने परिवार सहित पूजा-अर्चना कर भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि “इस पावन स्थल पर आत्मिक शांति एवं आध्यात्मिक ऊर्जा की अनुभूति हुई। मैं बाबा महादेव से सभी देशवासियों के उत्तम स्वास्थ्य, सुख-समृद्धि और कल्याण की प्रार्थना करता हूँ।”
डॉ. कलाम के जीवन से मिली राष्ट्रसेवा की प्रेरणा
रामेश्वरम प्रवास के दौरान श्री तोखन साहू ने भारत रत्न, पूर्व राष्ट्रपति एवं महान वैज्ञानिक डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जी के पैतृक निवास का भी दौरा किया। उन्होंने परिजनों से भेंट कर कुशलक्षेम जाना और भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि “डॉ. कलाम केवल वैज्ञानिक या राष्ट्रपति नहीं थे — वे विचार, आदर्श और प्रेरणा थे। उनके सिद्धांत आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्रसेवा, नवाचार और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में सदैव प्रेरित करते रहेंगे।”