छत्तीसगढ़

राष्ट्रनिर्माताओं का अपमान बर्दाश्त नहीं” : तोखन साहू

राष्ट्रनिर्माताओं का अपमान बर्दाश्त नहीं” : तोखन साहू

कमराईकुलम में नवनिर्मित के. कामराज प्रतिमा का हुआ माल्यार्पण, सांसद तिरुचि शिवा की टिप्पणी पर जनाक्रोश

भारत रत्न श्री के. कामराज की नवनिर्मित प्रतिमा का आज कमराईकुलम, तमिलनाडु में भव्य रूप से अनावरण व माल्यार्पण किया गया। इस अवसर पर भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने कार्यक्रम में सम्मिलित होकर जनसभा को संबोधित किया।

कार्यक्रम के दौरान डीएमके सांसद तिरुचि शिवा द्वारा दिग्गज कांग्रेस नेता के. कामराज पर की गई टिप्पणी को लेकर जनसमूह ने तीखी आपत्ति जताई और सार्वजनिक रूप से उनकी आलोचना की गई।

तोखन साहू का वक्तव्य
श्री साहू ने अपने संबोधन में कहा कि के. कामराज जैसे व्यक्तित्व केवल एक दल के नहीं, बल्कि पूरे भारत के हैं। जिन्होंने शिक्षा, सामाजिक न्याय और लोकतंत्र की मजबूती के लिए जीवन समर्पित किया, उन पर टिप्पणी करना न केवल अनुचित है, बल्कि देश की लोकतांत्रिक चेतना का अपमान है।”

उन्होंने कहा कि “भारत रत्न श्री के. कामराज जैसे राष्ट्रनायक आज के युवाओं के लिए आदर्श हैं। हमें उनके विचारों, सादगी और निस्वार्थ सेवा से प्रेरणा लेनी चाहिए।”

राष्ट्र निर्माण में योगदान की सराहना

श्री तोखन साहू ने श्री के. कामराज के ऐतिहासिक योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि शिक्षा के प्रसार के लिए किए गए उनके प्रयासों ने लाखों गरीब छात्रों का जीवन बदला।

मिड-डे मील योजना जैसे दूरदर्शी कदमों ने देशभर में बच्चों को स्कूल तक पहुँचाया।

उन्होंने प्रधानमंत्री चयन प्रक्रिया में जो भूमिका निभाई, वह भारत के लोकतंत्र की मिसाल है।

श्री साहू ने स्पष्ट कहा कि “ऐसे महापुरुषों का सम्मान हमारी सांस्कृतिक और राजनीतिक जिम्मेदारी है।”
उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे ऐतिहासिक नेतृत्व की गरिमा बनाए रखें और राष्ट्रनिर्माण की भावना से प्रेरित हों।

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