RTE एडमिशन में धांधली का आरोप, दुर्ग जिला शिक्षा अधिकारी के दफ्तर पर AAP ने दिया धरना

दुर्ग / शिक्षा का अधिकार के तहत होने वाले एडमिशन को लेकर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एडमिशन वंचित बच्चों के परिजनों के साथ शिक्षा अधिकारी के कार्यालय का घेराव कर दिया, आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि अपात्र लोगों के नामांकन कराए जा रहे हैं. जो पात्र लोग हैं उनको उल्टे सीधे कारण गिनाकर एडमिशन से वंचित किया जा रहा है. जिससे नाराज आम आदमी पार्टी के प्रदेश संगठन मंत्री संजीत विश्वकर्मा, दुर्ग लोकसभा अध्यक्ष गितेश्वरी बघेल समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता काफी देर तक जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय की सीढ़ियों पर बैठे रहे और जिला शिक्षा अधिकारी के आने का इन्तेजार करते रहे. धरने की जानकारी मिलते ही मौके पर दुर्ग कोतवाली पुलिस भी पहुच गई,,
आम आदमी पार्टी का आरोप है कि जो गरीब और मजबूर लोग हैं और एडमिशन के पात्र हैं उनका नामांकन स्कूलों में नहीं लिया जा रहा. जो लोग पात्र नहीं हैं उनका नामांकन रिश्वत लेकर कर लिया जा रहा है. संजीत विश्वकर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि पात्र होने के बावजूद कई बच्चों को लॉटरी से पहले ही रिजेक्ट कर दिया गया. जिन कारणों से रिजेक्शन हुआ, उनका सत्यापन भी कराया गया है, और पाया गया कि वे कारण उचित नहीं हैं. शिक्षा अधिकारी हमारी शिकायतों पर लगातार टालमटोल कर रहे हैं. पिछले दो महीनों से कोई संतोषजनक जवाब हमें नहीं दिया गया है. जिला शिक्षा विभाग आरटीई के तहत घूस लेकर एडमिशन की प्रक्रिया चला रहा है:
मौके पर पहुचे जिला शिक्षा अधिकारी अरविन्द मिश्रा ने कहा कि जो बच्चे पात्र हैं, उन्हें जरूर प्रवेश दिलाया जाएगा और एक सप्ताह में अपात्र बच्चों की जांच कर उनके आवेदनों को नियम अनुसार रिजेक्ट किया जाएगा. इसके साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि RTE के तहत एडमिशन की जो भी प्रक्रिया की जा रही है वो पूरी पारदर्शिता के साथ की जा रही है. हमारे विभाग का इसमें कोई रोल नहीं है. सरकार की तय की गई नीतियों का हम पालन कर रहे हैं. हमारे ऊपर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वो गलत हैं. आज जो शिकायतें मिली है उसकी जांच कर सोमवार तक कार्यवाही किये जाने का समय दिया गया है,